28-01-2023, 08:01 PM
: में तो अब बहुत थक गया हूँ यार.
रवीना : क्या थक गया? ऐसी गांड रोज रोज चोदने को मिलती है क्या? जो तू इतनी जल्दी थक गया. अभी तो सिर्फ़ तूने मेरी चूत ही मारी है, मेरी गांड क्या कोई पड़ोसी मारेंगे?
में : ओह तो खड़ा कर ना मेरे लंड को मेरी जान.
रवीना : हाँ यह हुई ना बात असली मर्दों वाली.
अब में बेड पर लेट गया और वो मेरे लंड को थूक थूककर गीला करने लगी और फिर चूसने लगी और फिर पता नहीं उसे अचानक से क्या हुआ वो अपना पर्स देखनेलगीं
रवीना : क्या थक गया? ऐसी गांड रोज रोज चोदने को मिलती है क्या? जो तू इतनी जल्दी थक गया. अभी तो सिर्फ़ तूने मेरी चूत ही मारी है, मेरी गांड क्या कोई पड़ोसी मारेंगे?
में : ओह तो खड़ा कर ना मेरे लंड को मेरी जान.
रवीना : हाँ यह हुई ना बात असली मर्दों वाली.
अब में बेड पर लेट गया और वो मेरे लंड को थूक थूककर गीला करने लगी और फिर चूसने लगी और फिर पता नहीं उसे अचानक से क्या हुआ वो अपना पर्स देखनेलगीं
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.