31-05-2019, 04:58 PM
(This post was last modified: 21-06-2019, 03:31 PM by babasandy. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
असलम मेरे रूपाली दीदी की गांड में लौड़ा घुसा के बड़ी बेरहमी से आगे पीछे कर रहा था... और मेरी दीदी अपने होठों को अपने दांतों से दबा कर मुंह से निकलने वाली सिसकियां दबाने की कोशिश कर रही थी.... पर नाकाम साबित हो रही थी.... फोन की दूसरी तरफ शायद सब कुछ सुन पा रहे थे मेरे जीजाजी..
क्या कर रही हो मेरी जान... बहुत सीसीआ रही हो.... कहीं तुम्हारा छोटा भाई रास्ते में तुम्हें पटक के तुम्हारी ले तो नहीं रहा है.... हाय रे मेरी जान... तेरे भाई का लौड़ा भी टाइट हो जाता होगा तुझे देख कर.. तू है ही इतनी पटाखा साली.... मुझे लग रहा है तू अपने भाई से और ऑटो वाले से.. तुझे बहुत शौक है ना चुदाने का मेरी जान....... बोलते हुए मेरी जीजू एक कुटिल हंसी हंस रहे थे......
कैसी गंदी बातें करते हो आप भी ना...ओहहहऽऽऽ हायऽ... मैं यहां फंसी हुई हूं सड़क की मुसीबत म और आपको मजाक सूझ रहा है.......आह ओह.. उफ़ उफ़... मेरी कमर में मोच आ गई है..आह ... कितने गड्ढे हैं सड़क.....आह उफ़... बहुत दर्द हो रहा है मुझे.... मेरी दीदी कामुक सिसकी लेती हुई बोल रही थी.. उनकी आवाज के दर्द से कोई भी समझ सकता था कि क्या हो रहा है उनके साथ.....
और मेरे जीजू तो खिलाड़ी है... उन्हें शायद समझ में आ गया था... मुझे अपने भाई से बात कराओ..... अभी.... जीजू ने बड़ी कठोरता के साथ कहा... मेरी दीदी उनकी आवाज सुनकर सहम गई... अपनी गांड में असलम के लोड़े के झटके खाते हुए मेरी दीदी मेरी तरफ देख की गुहार लगाने लगी अपनी आंखों से...... भाई मेरी इज्जत बचा लो... आज तुम्हारी दीदी की इज्जत तुम्हारे हाथों में है... अगर उन्हें पता चल गया कि मेरे साथ यहां क्या हो रहा है ...कभी भी उनको मुंह नहीं दिखा सकूंगी... दीदी की आंखों में आंसू थे और असलम का मोटा लौड़ा उनकी गांड में... मैं दीदी के पास गया और उनके हाथ से फोन ले लिया....
असलम पागलों की तरह मेरी दीदी की गांड मारने लगा और मेरी रूपाली दीदी गला फाड़ के चिल्लाने लगी... ऐसा लग रहा था कि वह मेरी दीदी की गांड को चीर देगा.. बिल्कुल पागल हो चुका था वह... उसने मेरी रूपाली दीदी की पोनीटेल को मुट्ठी में पकड़ लिया और उन्हें खड़ा कर दिया.... दीदी की गांड में लौड़ा घुसा हुआ था... अब खड़े-खड़े मेरे रूपाली दीदी की गांड मारने लगा... वह मेरी दीदी को बहुत गंदी गंदी गालियां दे रहा था..... उनकी गांड पर थप्पड़ पे थप्पड़ लगा रहा था....
मैं चुपचाप खड़ा था फोन हाथ में ले कर..
मैं डर के मारे रोने की हालत में था... शायद असलम भी चाहता था कि मेरे जीजा को पता चले कि उनकी बीवी यानी कि मेरी दीदी उसके लोड़े के नीचे है...
असलम ने मेरे हाथ से फोन छीन लिया और मेरे जीजू को गालियां देने लगा..... बहन के लोड़े... गांडू... तेरी बीवी हमारे पास है... मेरा लौड़ा तेरी बीवी की गांड में घुसा हुआ है बहन की टके.... तेरी मां को चोदूं साले.... भड़वे.... तेरा साला भी यहीं बैठा देख रहा बहन की ठुकाई..तेरा साला भी बहुत बड़ा गांडू है... इस भड़वे की रूपाली दीदी गांड मरवा रही है मेरे से... और यह बहन का लौड़ा चुपचाप देख रहा है....
फोन के दूसरी तरफ जीजू पता नहीं क्या बोल रहे थे वह हमारी समझ में नहीं आ रहा था.... पर मेरी रूपाली दीदी की गांड में असलम लंबे लोड़े से तहलका मचा रखा था.....
क्या कर रही हो मेरी जान... बहुत सीसीआ रही हो.... कहीं तुम्हारा छोटा भाई रास्ते में तुम्हें पटक के तुम्हारी ले तो नहीं रहा है.... हाय रे मेरी जान... तेरे भाई का लौड़ा भी टाइट हो जाता होगा तुझे देख कर.. तू है ही इतनी पटाखा साली.... मुझे लग रहा है तू अपने भाई से और ऑटो वाले से.. तुझे बहुत शौक है ना चुदाने का मेरी जान....... बोलते हुए मेरी जीजू एक कुटिल हंसी हंस रहे थे......
कैसी गंदी बातें करते हो आप भी ना...ओहहहऽऽऽ हायऽ... मैं यहां फंसी हुई हूं सड़क की मुसीबत म और आपको मजाक सूझ रहा है.......आह ओह.. उफ़ उफ़... मेरी कमर में मोच आ गई है..आह ... कितने गड्ढे हैं सड़क.....आह उफ़... बहुत दर्द हो रहा है मुझे.... मेरी दीदी कामुक सिसकी लेती हुई बोल रही थी.. उनकी आवाज के दर्द से कोई भी समझ सकता था कि क्या हो रहा है उनके साथ.....
और मेरे जीजू तो खिलाड़ी है... उन्हें शायद समझ में आ गया था... मुझे अपने भाई से बात कराओ..... अभी.... जीजू ने बड़ी कठोरता के साथ कहा... मेरी दीदी उनकी आवाज सुनकर सहम गई... अपनी गांड में असलम के लोड़े के झटके खाते हुए मेरी दीदी मेरी तरफ देख की गुहार लगाने लगी अपनी आंखों से...... भाई मेरी इज्जत बचा लो... आज तुम्हारी दीदी की इज्जत तुम्हारे हाथों में है... अगर उन्हें पता चल गया कि मेरे साथ यहां क्या हो रहा है ...कभी भी उनको मुंह नहीं दिखा सकूंगी... दीदी की आंखों में आंसू थे और असलम का मोटा लौड़ा उनकी गांड में... मैं दीदी के पास गया और उनके हाथ से फोन ले लिया....
असलम पागलों की तरह मेरी दीदी की गांड मारने लगा और मेरी रूपाली दीदी गला फाड़ के चिल्लाने लगी... ऐसा लग रहा था कि वह मेरी दीदी की गांड को चीर देगा.. बिल्कुल पागल हो चुका था वह... उसने मेरी रूपाली दीदी की पोनीटेल को मुट्ठी में पकड़ लिया और उन्हें खड़ा कर दिया.... दीदी की गांड में लौड़ा घुसा हुआ था... अब खड़े-खड़े मेरे रूपाली दीदी की गांड मारने लगा... वह मेरी दीदी को बहुत गंदी गंदी गालियां दे रहा था..... उनकी गांड पर थप्पड़ पे थप्पड़ लगा रहा था....
मैं चुपचाप खड़ा था फोन हाथ में ले कर..
मैं डर के मारे रोने की हालत में था... शायद असलम भी चाहता था कि मेरे जीजा को पता चले कि उनकी बीवी यानी कि मेरी दीदी उसके लोड़े के नीचे है...
असलम ने मेरे हाथ से फोन छीन लिया और मेरे जीजू को गालियां देने लगा..... बहन के लोड़े... गांडू... तेरी बीवी हमारे पास है... मेरा लौड़ा तेरी बीवी की गांड में घुसा हुआ है बहन की टके.... तेरी मां को चोदूं साले.... भड़वे.... तेरा साला भी यहीं बैठा देख रहा बहन की ठुकाई..तेरा साला भी बहुत बड़ा गांडू है... इस भड़वे की रूपाली दीदी गांड मरवा रही है मेरे से... और यह बहन का लौड़ा चुपचाप देख रहा है....
फोन के दूसरी तरफ जीजू पता नहीं क्या बोल रहे थे वह हमारी समझ में नहीं आ रहा था.... पर मेरी रूपाली दीदी की गांड में असलम लंबे लोड़े से तहलका मचा रखा था.....