18-01-2023, 08:27 AM
मेरे ढीले पड़ते ही वे उठीं तो मैंने उन्हें पीछे से पकड़ लिया और पागलों की तरह उनकी गर्दन चूमने लगा। मैंने उनकी चूचियां भी दबा लीं और अपना ढीला पड़ गया, औजार उनके बड़े बड़े कूल्हों पर रगड़ने लगा।
अचानक उन्हें पता नहीं क्या हुआ वे सिसियाकर घूमी और मेरे सामने आ गईं, उनके होंठ खुले हुए थे, मैं इस तरह लपका जैसे रेगिस्तान के प्यासे को रसीला फल मिला हो।
मैंने उनके पूरे होठ मुंह में भर लिए और सूट के नीचे से ब्रा ऊपर कर उनकी बाईं चूची पकड़ कर मसल डालीं। उन्होंने अपनी दोनों बाहें ऊपर कर मेरे गले में डाल दी थीं और मुझसे लटक सी गई थीं। तब तक मेरा लौड़ा फिर मस्त होने लगा था। हालांकि कुछ ही देर में दो बार झड़ चुका था और कुछ झुरझुरी सी लग रही थी लेकिन लौड़ा फिर बुरी तरह सख्त हो गया।
अब मैंने देर नही की और उनके विरोध के बावजूद उन्हें वहीं जमीन पर पटक कर उन पर चढ़ गया। जल्दी से शर्ट ऊपर किया और सलवार का नाड़ा खोला। सारे कपड़े हटाने का ना मुझे होश था और न उन्होंने कोशिश की।
मैंने नाड़ा खींच कर सलवार के साथ पैंटी भी नीचे खींच दी। वाह… क्या नजारा था। ट्रिम किए हुए बालों में उनकी गुदगुदी चूत और जांघों के बीच पानी टपकने से हुई चिकनाई।
अचानक उन्हें पता नहीं क्या हुआ वे सिसियाकर घूमी और मेरे सामने आ गईं, उनके होंठ खुले हुए थे, मैं इस तरह लपका जैसे रेगिस्तान के प्यासे को रसीला फल मिला हो।
मैंने उनके पूरे होठ मुंह में भर लिए और सूट के नीचे से ब्रा ऊपर कर उनकी बाईं चूची पकड़ कर मसल डालीं। उन्होंने अपनी दोनों बाहें ऊपर कर मेरे गले में डाल दी थीं और मुझसे लटक सी गई थीं। तब तक मेरा लौड़ा फिर मस्त होने लगा था। हालांकि कुछ ही देर में दो बार झड़ चुका था और कुछ झुरझुरी सी लग रही थी लेकिन लौड़ा फिर बुरी तरह सख्त हो गया।
अब मैंने देर नही की और उनके विरोध के बावजूद उन्हें वहीं जमीन पर पटक कर उन पर चढ़ गया। जल्दी से शर्ट ऊपर किया और सलवार का नाड़ा खोला। सारे कपड़े हटाने का ना मुझे होश था और न उन्होंने कोशिश की।
मैंने नाड़ा खींच कर सलवार के साथ पैंटी भी नीचे खींच दी। वाह… क्या नजारा था। ट्रिम किए हुए बालों में उनकी गुदगुदी चूत और जांघों के बीच पानी टपकने से हुई चिकनाई।