30-05-2019, 07:16 PM
साजन सजनी
![[Image: bride-cc.jpg]](https://i.ibb.co/KLM0J0m/bride-cc.jpg)
उन्होंने और जोर से दबाया ,... धीरे धीरे आधा से ज्यादा ,... और मेरे हलक तक ,...
सिर्फ मोटा ही नहीं , वो लम्बा भी खूब था।
मैं चूसने की कोशिश कर रही थी ,
ननद जी ने खूब बोला था बड़ा मजा आया था उन्हें चूसने में , नन्दोई जी ऑलमोस्ट रोज ही उन्हें चुसाते हैं
![[Image: Joru-K-bj-deep-throat-4.gif]](https://i.ibb.co/94sVr4X/Joru-K-bj-deep-throat-4.gif)
लेकिन मैं ,...चोक करने लगी ,
मेरे मुंह से गों गों की आवाज निकल रही थी पर वो आज पहली बार इत्ती जोश में थे की उन्हें मेरी परवाह नहीं थी ,
और यही चाहती थी मैं,...
पर थोड़ी देर में उन्होंने मुंह से तो बाहर निकाल लिया लेकिन उनकी जो हालत थी ,
मैंने खुद अपनी टाँगे उठाकर उनके कंधे पर रख दी , वो मेरे अंदर
![[Image: Jiju-fucking.jpg]](https://i.ibb.co/5xQv4c3/Jiju-fucking.jpg)
और बस मेरी पायल की रुन झुन ,
![[Image: bride-foot.jpg]](https://i.ibb.co/YX3FdjS/bride-foot.jpg)
बिछुओं की झंकार ,... चूड़ियों की चुरमुरुर और
मेरे पायल बिछुए की तान पर जुगलबंदी करते मेरे साजन के धक्के ,...
कुछ देर में मैं चीख भी रही थी , सिसक भी रही थी ,
और उनकी ताल में ताल मिलाकर ,...
इतना कस के मैंने उन्हें भींच रखा था की ,...
उनकी हिम्मत जो धक्कों की रफ़्तार कम करें चाहे मैं चीखूँ , चिल्लाऊं। ..
![[Image: fucking-hard-tumblr-ol1jte-Ktnp1sg1lgao1-400.gif]](https://i.ibb.co/JpCc2xW/fucking-hard-tumblr-ol1jte-Ktnp1sg1lgao1-400.gif)
पर आज मैं सिसक ज्यादा रही थी , चीख कम रही थी और अब मेरी सारी कमजोरियां भी उन्हें पता चल गयी थीं
उनकी उँगलियाँ उनके होंठ कभी मेरे निपल्स पर , तो कभी उरोजों पर
![[Image: boobs-a6badc60e4a4d1d8f140328769448013-n...ic-art.jpg]](https://i.ibb.co/nC6jvmz/boobs-a6badc60e4a4d1d8f140328769448013-nude-photography-erotic-art.jpg)
मैं पागल हो रही थी , मस्ती में चूर ,.. कुछ ही देर में आज मैं शिथिल पड़ गयी ,
पर उनके धक्के मैंने रुकने नहीं दिए ,
ताबड़तोड़ ,,, जब दूर कहीं बारह का घंटा बज रहा था , हम दोनों साथ साथ ,...
वो देर तक मेरे अंदर ,... वो बरसते रहे मैं भीगती रही , सारा रस सोखती रही उनका ,...
![[Image: Fucking-G-cum-tumblr-oihzgmn-Ecs1uo5lbio2-250.gif]](https://i.ibb.co/dDdxcQJ/Fucking-G-cum-tumblr-oihzgmn-Ecs1uo5lbio2-250.gif)
और देर तक हम ऐसे
और तब मेरी निगाह पड़ी , आज भी
दूध का ग्लास , पान की ट्रे
दूध का ग्लास उनके हाथों में , और मेरे होंठ , जहाँ मैंने दूध के ग्लास पर अपने होंठ लगाए थे , ...
लेकिन अब मैं उनकी गोद में बैठी चिपकी , उनके हाथों से दूध पीती ,...
और उनका वो मोटा दुष्ट मूसल , ...
जिसकी लम्बाई चौडाई अब मैंने अच्छी तरह नाप ली ( पौने आठ से आठ इंच और मोटाई ढाई से पौने तीन इंच , आखिर सुबह सुबह , इनकी सलहज जरूर पूछतीं ) ,
और थोड़ा सा स्वाद भी चख लिया था ( यमम यमम ),....
अच्छी तरह से मेरे पिछवाड़े की दरार के बीच धंसा , आराम कर रहा था , थोड़ा जागा , ज्यादा सोया ,...
रजाई एक बार फिर मैंने अपने ऊपर खींच ली थी , आखिर दिसंबर की रात थी , और बाहर खूब कोहरा भी था ,...
लेकिन अपने उभारों के ठीक नीचे तक , न उन्होंने मेरे जोबन को ढकने दिया , न मैंने जिद्द की ,...
![[Image: boobs-6547.jpg]](https://i.ibb.co/b2XMm5s/boobs-6547.jpg)
मुझे मालूम था पहले दिन से ही ये लड़का कितना ललचाता है मेरे किशोर उभारों के लिए ,...
और हाँ , दूध का ग्लास भी मैंने उनके हाथ से ले लिया ,
मुझे मालूम था इस लालची लड़के के लालची हाथ किस चीज के लिए ललचा रहे हैं ,
और सच में अगले ही पल उनके दोनों हाथ मेरे दोनों उभारों पर , ... ऐसा नदीदा बेसबरा ,
और दूध का ग्लास मेरे हाथों में था , मैंने जबरन बचा हुआ सारा दूध , उन्हें पिला दिया ,....
दूध की जो मूंछ उनकी पतली पतली मूंछ पर बनी थी उसे कस के चूम लिया ,
और जब उनके होंठों को आजाद किया तो हम लोगों के पहले मिलन की ,
जब मैंने उन्हें बीड़ा मारा था , इस चितचोर ने मुझे मुझसे चुरा लिया था , उस दिन की कहानी ,...
जब बिचारे सिर्फ मेरे नाम चक्कर में पूरी रात ,..
और मैं न सिर्फ इनका नाम पता किया इनकी चचेरी ममेरी बहनों का भी ,...
और इनका नाम ले ले के गारियाँ सुनाई ,
" असल में जानती हो ,.... " बोले वो और चुप हो गए।
इनकी शर्म झिझक न ,... मैंने इनकी चुप्पी का फायदा उठा कर अपनी जीभ से इनके होंठों पर लगी मलाई चाट ली ,..
और उन्होंने पूरी बात बताई , ...
कोशिश उन्होंने की थी। मेरा नाम पता करने की।
लेकिन उन्हें बार बार ये डर लगता था की अगर मुझे पता लग जाएगा तो मैं बुरा मान जाउंगी ,...
मैं इत्ती इन्नोसेंट भोली सी ,... फिर मैं न जाने क्या सोचूंगी उनके बारे में , ...
उन्होंने एक दो मेरी सहेलियों से हिम्मत कर पूछा भी था , जिनकी बरात के लड़कों से दोस्ती हो गयी थी ( ये मेरी वो सहेलियां थीं , जिन्होंने जितनी देर मेरा नाम पता करने में लगाया था , उससे आधे समय में बारात के लड़कों से शलवार का नाडा खुलवा लिया था , ... )
पर वो चिढ़ाने का मौका क्यों छोड़तीं ... बोलीं उनसे , ... वो देखो सामने तो है ,, जाके पूछ लो , सच्च में काटेगी नहीं , मेरी सहेली बहुत सीधी है।
![[Image: Guddi-sfrineds-Tamanna.jpg]](https://i.ibb.co/CBbX27f/Guddi-sfrineds-Tamanna.jpg)
तो , ... पता कैसे किया ,...
बड़ी मुश्किल से अपनी मुस्कान रोकते मैं बोली।
" तुम , ... तुमने बताया रास्ता ,... "
मुस्कराते वो बोले और साथ में कस के उनके हाथों ने मेरे जोबन मसल दिया।
मेरी समझ में नहीं आया लेकिन उन्होंने ही बताया ,...
![[Image: bride-cc.jpg]](https://i.ibb.co/KLM0J0m/bride-cc.jpg)
उन्होंने और जोर से दबाया ,... धीरे धीरे आधा से ज्यादा ,... और मेरे हलक तक ,...
सिर्फ मोटा ही नहीं , वो लम्बा भी खूब था।
मैं चूसने की कोशिश कर रही थी ,
ननद जी ने खूब बोला था बड़ा मजा आया था उन्हें चूसने में , नन्दोई जी ऑलमोस्ट रोज ही उन्हें चुसाते हैं
![[Image: Joru-K-bj-deep-throat-4.gif]](https://i.ibb.co/94sVr4X/Joru-K-bj-deep-throat-4.gif)
लेकिन मैं ,...चोक करने लगी ,
मेरे मुंह से गों गों की आवाज निकल रही थी पर वो आज पहली बार इत्ती जोश में थे की उन्हें मेरी परवाह नहीं थी ,
और यही चाहती थी मैं,...
पर थोड़ी देर में उन्होंने मुंह से तो बाहर निकाल लिया लेकिन उनकी जो हालत थी ,
मैंने खुद अपनी टाँगे उठाकर उनके कंधे पर रख दी , वो मेरे अंदर
![[Image: Jiju-fucking.jpg]](https://i.ibb.co/5xQv4c3/Jiju-fucking.jpg)
और बस मेरी पायल की रुन झुन ,
![[Image: bride-foot.jpg]](https://i.ibb.co/YX3FdjS/bride-foot.jpg)
बिछुओं की झंकार ,... चूड़ियों की चुरमुरुर और
मेरे पायल बिछुए की तान पर जुगलबंदी करते मेरे साजन के धक्के ,...
कुछ देर में मैं चीख भी रही थी , सिसक भी रही थी ,
और उनकी ताल में ताल मिलाकर ,...
इतना कस के मैंने उन्हें भींच रखा था की ,...
उनकी हिम्मत जो धक्कों की रफ़्तार कम करें चाहे मैं चीखूँ , चिल्लाऊं। ..
![[Image: fucking-hard-tumblr-ol1jte-Ktnp1sg1lgao1-400.gif]](https://i.ibb.co/JpCc2xW/fucking-hard-tumblr-ol1jte-Ktnp1sg1lgao1-400.gif)
पर आज मैं सिसक ज्यादा रही थी , चीख कम रही थी और अब मेरी सारी कमजोरियां भी उन्हें पता चल गयी थीं
उनकी उँगलियाँ उनके होंठ कभी मेरे निपल्स पर , तो कभी उरोजों पर
![[Image: boobs-a6badc60e4a4d1d8f140328769448013-n...ic-art.jpg]](https://i.ibb.co/nC6jvmz/boobs-a6badc60e4a4d1d8f140328769448013-nude-photography-erotic-art.jpg)
मैं पागल हो रही थी , मस्ती में चूर ,.. कुछ ही देर में आज मैं शिथिल पड़ गयी ,
पर उनके धक्के मैंने रुकने नहीं दिए ,
ताबड़तोड़ ,,, जब दूर कहीं बारह का घंटा बज रहा था , हम दोनों साथ साथ ,...
वो देर तक मेरे अंदर ,... वो बरसते रहे मैं भीगती रही , सारा रस सोखती रही उनका ,...
![[Image: Fucking-G-cum-tumblr-oihzgmn-Ecs1uo5lbio2-250.gif]](https://i.ibb.co/dDdxcQJ/Fucking-G-cum-tumblr-oihzgmn-Ecs1uo5lbio2-250.gif)
और देर तक हम ऐसे
और तब मेरी निगाह पड़ी , आज भी
दूध का ग्लास , पान की ट्रे
दूध का ग्लास उनके हाथों में , और मेरे होंठ , जहाँ मैंने दूध के ग्लास पर अपने होंठ लगाए थे , ...
लेकिन अब मैं उनकी गोद में बैठी चिपकी , उनके हाथों से दूध पीती ,...
और उनका वो मोटा दुष्ट मूसल , ...
जिसकी लम्बाई चौडाई अब मैंने अच्छी तरह नाप ली ( पौने आठ से आठ इंच और मोटाई ढाई से पौने तीन इंच , आखिर सुबह सुबह , इनकी सलहज जरूर पूछतीं ) ,
और थोड़ा सा स्वाद भी चख लिया था ( यमम यमम ),....
अच्छी तरह से मेरे पिछवाड़े की दरार के बीच धंसा , आराम कर रहा था , थोड़ा जागा , ज्यादा सोया ,...
रजाई एक बार फिर मैंने अपने ऊपर खींच ली थी , आखिर दिसंबर की रात थी , और बाहर खूब कोहरा भी था ,...
लेकिन अपने उभारों के ठीक नीचे तक , न उन्होंने मेरे जोबन को ढकने दिया , न मैंने जिद्द की ,...
![[Image: boobs-6547.jpg]](https://i.ibb.co/b2XMm5s/boobs-6547.jpg)
मुझे मालूम था पहले दिन से ही ये लड़का कितना ललचाता है मेरे किशोर उभारों के लिए ,...
और हाँ , दूध का ग्लास भी मैंने उनके हाथ से ले लिया ,
मुझे मालूम था इस लालची लड़के के लालची हाथ किस चीज के लिए ललचा रहे हैं ,
और सच में अगले ही पल उनके दोनों हाथ मेरे दोनों उभारों पर , ... ऐसा नदीदा बेसबरा ,
और दूध का ग्लास मेरे हाथों में था , मैंने जबरन बचा हुआ सारा दूध , उन्हें पिला दिया ,....
दूध की जो मूंछ उनकी पतली पतली मूंछ पर बनी थी उसे कस के चूम लिया ,
और जब उनके होंठों को आजाद किया तो हम लोगों के पहले मिलन की ,
जब मैंने उन्हें बीड़ा मारा था , इस चितचोर ने मुझे मुझसे चुरा लिया था , उस दिन की कहानी ,...
जब बिचारे सिर्फ मेरे नाम चक्कर में पूरी रात ,..
और मैं न सिर्फ इनका नाम पता किया इनकी चचेरी ममेरी बहनों का भी ,...
और इनका नाम ले ले के गारियाँ सुनाई ,
" असल में जानती हो ,.... " बोले वो और चुप हो गए।
इनकी शर्म झिझक न ,... मैंने इनकी चुप्पी का फायदा उठा कर अपनी जीभ से इनके होंठों पर लगी मलाई चाट ली ,..
और उन्होंने पूरी बात बताई , ...
कोशिश उन्होंने की थी। मेरा नाम पता करने की।
लेकिन उन्हें बार बार ये डर लगता था की अगर मुझे पता लग जाएगा तो मैं बुरा मान जाउंगी ,...
मैं इत्ती इन्नोसेंट भोली सी ,... फिर मैं न जाने क्या सोचूंगी उनके बारे में , ...
उन्होंने एक दो मेरी सहेलियों से हिम्मत कर पूछा भी था , जिनकी बरात के लड़कों से दोस्ती हो गयी थी ( ये मेरी वो सहेलियां थीं , जिन्होंने जितनी देर मेरा नाम पता करने में लगाया था , उससे आधे समय में बारात के लड़कों से शलवार का नाडा खुलवा लिया था , ... )
पर वो चिढ़ाने का मौका क्यों छोड़तीं ... बोलीं उनसे , ... वो देखो सामने तो है ,, जाके पूछ लो , सच्च में काटेगी नहीं , मेरी सहेली बहुत सीधी है।
![[Image: Guddi-sfrineds-Tamanna.jpg]](https://i.ibb.co/CBbX27f/Guddi-sfrineds-Tamanna.jpg)
तो , ... पता कैसे किया ,...
बड़ी मुश्किल से अपनी मुस्कान रोकते मैं बोली।
" तुम , ... तुमने बताया रास्ता ,... "
मुस्कराते वो बोले और साथ में कस के उनके हाथों ने मेरे जोबन मसल दिया।
मेरी समझ में नहीं आया लेकिन उन्होंने ही बताया ,...
![[Image: Guddi-esha-gupta-hot-sexy-lips-092712034943.jpg]](https://i.ibb.co/zHmLM8S/Guddi-esha-gupta-hot-sexy-lips-092712034943.jpg)