24-12-2022, 11:04 PM
रोशन अंकल मम्मी की सर प्यार से सेहलाते हुए आनंद में बोल रहे थे " मेरी गुड़िया तुम बोहोत अच्छी हो । बोहोत रसीले भी तुम्हारी मुंह गर्म होठ बोहोत मजा दे रहा हे । गुड़िया मेरी रीता में तुन्हें जिंदगी भर प्यार करूंगा । बोहोत प्यार करूंगा आआह्ह्हह्ह्ह । गुड़िया मेरी गुड़िया "
मम्मी को भी रोशन अंकल की प्यारी मीठी बाते अच्छी लग रही थी । और मम्मी ने वो किया जिसकी उम्मीद नहीं थी की मम्मी इतनी जल्दी तैयार हो सकती है उसके लिए या फिर रोशन अंकल की मीठी बोल ने मम्मी को खोल दिया या मजबूर कर दिया हो ।
मम्मी ने रोशन अंकल का लंद मुंह से निकाला और रोशन अंकल की नजरो में नशीली अदाह से देख कर अपनी जीव निकाली और लंद के निचले भाग से सुपाड़े तक चाट चाट हाथों से सेहलाया और सुपाड़े पर जीव फिरा फिरा रोशन अंकल की " आह्ह्हह्ह् गुड़िया " निकाल दी ।
मम्मी फिर लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी । रोशन अंकल भी कामाल दिखा रहा था 10 मिनिट तक भी उसका पानी नही निकला । मम्मी थक गई और मुंह से लंद निकल के बोली " रोशन जी आप ना शिलाजीत है। बस कीजिए अब"
मम्मी ने पहली में बात तो की लेकिन फिर अपनी कही बातों पे ही शर्मा गए। रोशन अंकल झुक कर मम्मी की होठ चूस कर पूछा " कैसा लगा गुड़िया "
मम्मी शर्म के बोली " जाओ आप "
" अच्छा अच्छा कान में बोलो मेरा " रोशन अंकल मम्मी की मुंह पर कान लगा के बोला ।
मम्मी मुस्कुरा के बोली ", अच्छा था ,"
", सिर्फ अच्छा । स्वाद कैसा था अनुभव कैसा था बताओ ना"
" छी। जाओ आप । नही बताती में " मम्मी ठेंगा दिखा के मुस्कुराने लगी ।
रोशन अंकल मम्मी को सीट पर ही गिरा कर ऊपर चढ़ गया " नही बताओगी तो में ऐसे ही तुम्हे पकड़ के रखूंगा "
मम्मी भी रोशन अंकल को बाहों में भर कहती हे " रोशन जी हटिए ना । लोद्दू अचानक से आ जायेगा । प्लीज जिद्द मत कीजिए "
रोशन अंकल फिर भी जिद्द पे अड़े रहे तो मम्मी भी मजबूर हो कर रोशन अंकल की आखों में देख कर बिना शर्म किया बोली " आपको क्या लगता है मुझे कैसा लगा। हम औरते जैसा मर्द चाहते हे वैसा ही मर्द हो आप रोशन जी । आपकी बातें प्यार से और आपने मुझे जिस तरह काल रात से प्यार किया आपका दिल नर्म हे । जैसा औरते चाहते हे मर्द में नर्म दिल लेकिन बलिष्ट शरीर मर्दाना ताकत वाला । रोशन जी सच कहती हूं मुझे इस तरह से अपने पति से कभी प्यार नही मिला । और मिला भी सालों बीत चुके है भूल भी गई हूं में ।"
रोशन अंकल जूठा गुस्सा दिखा के मम्मी की माथे पे टिकली मार के बोला " फिर भी घुमा फिरा के असल मतलब की बाते ताल देती हो । बोहोत नटखट हो गुड़िया तुम "
मम्मी हस पड़ी और बोली " बोहोत अच्छा लगा आपका वो । बोहोत ज्यादा मर्दाना हे स्वादिश है एक दम टेस्टी कड़क हे । अच्छा लगा प्यार करने में "
रोशन अंकल बोले " क्या प्यार करने में साफ साफ ठीक से बोलो "
मम्मी चिढ़ जाती हे और रोशन अंकल पीठ पर मुक्का मारती हुई रोशन अंकल के गाल पर काट के बोली " आप बोहोत गंदे हो । मुझे भी गंदी बना रहे हो । अगली बार ना आपकी चुसूंगी नही पूरा काट के था जाऊंगी "
रोशन अंकल जोश दिखाते हुए मम्मी की चेहरे को चूम चूम के जोर से बाहों में जकड़ के बोला ", काट खा जाओगी गुड़िया तुम मेरा "
मम्मी प्यार के की उमंग में रोशन अंकल की गाल चूम के आंखे बंद कर के कामुक आवाज में कहती है" हा काट खाऊंगी । "
रोशन अंकल बोले " गुड़िया अगली बार में तुम्हे अपना गढ़ा पानी भी पिलाऊंगा "
मम्मी शर्म से रोशन अंकल की कंधे पर मुंह छुपा लेती हे मगर मम्मी रोशन अंकल की मोह में मुग्ध हो चुकी थी और बोली " छी आप गंदे हो । बोहोत गंदे । लेकिन पता नही क्यू आपका मुझे सब अच्छा लगने लगा हे। आप ऐसे ही मुझे प्यार करोगे तो पी जाऊंगी । हा पी जाऊंगी में उह्ह्ह्ह्ह । आप बोहोत खराब हो बोहोत खराब हो बोहोत । "
" गुड़िया शाम को हम अलग होने वाले है । एक बार करे क्या "
मम्मी रोशन अंकल की आखों में देख के बोली " नही रोशन जी अभी संभव नही हे। बच्चे मत बनिए । लोद्दू आ जायेगा "
रोशन अंकल बोले ", गुड़िया दुख हो रहा हे हम अब अलग होने वाले है "
। मम्मी भी प्यार भरी निगाहों से देख के और कुछ सोच के बोली " ऐसा करिए की जब बास दोपहर को कही ढाबे पे रुकेगी तो आप और में भूख नही है बोल के रुक जायेंगे उसे भेज देंगे। "
रोशन अंकल खुश हो कर बोले ", वाह गुड़िया । क्या आइडिया दिया है । तुझे भी मेरा प्यार चाहिए हम्मम"
मम्मी शर्म के अंकल को अपने ऊपर हटा दिया । और अंकल भी लुंगी पहन लिया मम्मी ने अपने सारी ठीक किए ..
और में कुछ देर बाद केबिन में आ जाता हूं ।
मम्मी को भी रोशन अंकल की प्यारी मीठी बाते अच्छी लग रही थी । और मम्मी ने वो किया जिसकी उम्मीद नहीं थी की मम्मी इतनी जल्दी तैयार हो सकती है उसके लिए या फिर रोशन अंकल की मीठी बोल ने मम्मी को खोल दिया या मजबूर कर दिया हो ।
मम्मी ने रोशन अंकल का लंद मुंह से निकाला और रोशन अंकल की नजरो में नशीली अदाह से देख कर अपनी जीव निकाली और लंद के निचले भाग से सुपाड़े तक चाट चाट हाथों से सेहलाया और सुपाड़े पर जीव फिरा फिरा रोशन अंकल की " आह्ह्हह्ह् गुड़िया " निकाल दी ।
मम्मी फिर लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी । रोशन अंकल भी कामाल दिखा रहा था 10 मिनिट तक भी उसका पानी नही निकला । मम्मी थक गई और मुंह से लंद निकल के बोली " रोशन जी आप ना शिलाजीत है। बस कीजिए अब"
मम्मी ने पहली में बात तो की लेकिन फिर अपनी कही बातों पे ही शर्मा गए। रोशन अंकल झुक कर मम्मी की होठ चूस कर पूछा " कैसा लगा गुड़िया "
मम्मी शर्म के बोली " जाओ आप "
" अच्छा अच्छा कान में बोलो मेरा " रोशन अंकल मम्मी की मुंह पर कान लगा के बोला ।
मम्मी मुस्कुरा के बोली ", अच्छा था ,"
", सिर्फ अच्छा । स्वाद कैसा था अनुभव कैसा था बताओ ना"
" छी। जाओ आप । नही बताती में " मम्मी ठेंगा दिखा के मुस्कुराने लगी ।
रोशन अंकल मम्मी को सीट पर ही गिरा कर ऊपर चढ़ गया " नही बताओगी तो में ऐसे ही तुम्हे पकड़ के रखूंगा "
मम्मी भी रोशन अंकल को बाहों में भर कहती हे " रोशन जी हटिए ना । लोद्दू अचानक से आ जायेगा । प्लीज जिद्द मत कीजिए "
रोशन अंकल फिर भी जिद्द पे अड़े रहे तो मम्मी भी मजबूर हो कर रोशन अंकल की आखों में देख कर बिना शर्म किया बोली " आपको क्या लगता है मुझे कैसा लगा। हम औरते जैसा मर्द चाहते हे वैसा ही मर्द हो आप रोशन जी । आपकी बातें प्यार से और आपने मुझे जिस तरह काल रात से प्यार किया आपका दिल नर्म हे । जैसा औरते चाहते हे मर्द में नर्म दिल लेकिन बलिष्ट शरीर मर्दाना ताकत वाला । रोशन जी सच कहती हूं मुझे इस तरह से अपने पति से कभी प्यार नही मिला । और मिला भी सालों बीत चुके है भूल भी गई हूं में ।"
रोशन अंकल जूठा गुस्सा दिखा के मम्मी की माथे पे टिकली मार के बोला " फिर भी घुमा फिरा के असल मतलब की बाते ताल देती हो । बोहोत नटखट हो गुड़िया तुम "
मम्मी हस पड़ी और बोली " बोहोत अच्छा लगा आपका वो । बोहोत ज्यादा मर्दाना हे स्वादिश है एक दम टेस्टी कड़क हे । अच्छा लगा प्यार करने में "
रोशन अंकल बोले " क्या प्यार करने में साफ साफ ठीक से बोलो "
मम्मी चिढ़ जाती हे और रोशन अंकल पीठ पर मुक्का मारती हुई रोशन अंकल के गाल पर काट के बोली " आप बोहोत गंदे हो । मुझे भी गंदी बना रहे हो । अगली बार ना आपकी चुसूंगी नही पूरा काट के था जाऊंगी "
रोशन अंकल जोश दिखाते हुए मम्मी की चेहरे को चूम चूम के जोर से बाहों में जकड़ के बोला ", काट खा जाओगी गुड़िया तुम मेरा "
मम्मी प्यार के की उमंग में रोशन अंकल की गाल चूम के आंखे बंद कर के कामुक आवाज में कहती है" हा काट खाऊंगी । "
रोशन अंकल बोले " गुड़िया अगली बार में तुम्हे अपना गढ़ा पानी भी पिलाऊंगा "
मम्मी शर्म से रोशन अंकल की कंधे पर मुंह छुपा लेती हे मगर मम्मी रोशन अंकल की मोह में मुग्ध हो चुकी थी और बोली " छी आप गंदे हो । बोहोत गंदे । लेकिन पता नही क्यू आपका मुझे सब अच्छा लगने लगा हे। आप ऐसे ही मुझे प्यार करोगे तो पी जाऊंगी । हा पी जाऊंगी में उह्ह्ह्ह्ह । आप बोहोत खराब हो बोहोत खराब हो बोहोत । "
" गुड़िया शाम को हम अलग होने वाले है । एक बार करे क्या "
मम्मी रोशन अंकल की आखों में देख के बोली " नही रोशन जी अभी संभव नही हे। बच्चे मत बनिए । लोद्दू आ जायेगा "
रोशन अंकल बोले ", गुड़िया दुख हो रहा हे हम अब अलग होने वाले है "
। मम्मी भी प्यार भरी निगाहों से देख के और कुछ सोच के बोली " ऐसा करिए की जब बास दोपहर को कही ढाबे पे रुकेगी तो आप और में भूख नही है बोल के रुक जायेंगे उसे भेज देंगे। "
रोशन अंकल खुश हो कर बोले ", वाह गुड़िया । क्या आइडिया दिया है । तुझे भी मेरा प्यार चाहिए हम्मम"
मम्मी शर्म के अंकल को अपने ऊपर हटा दिया । और अंकल भी लुंगी पहन लिया मम्मी ने अपने सारी ठीक किए ..
और में कुछ देर बाद केबिन में आ जाता हूं ।