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Adultery स्लीपर बस में मां के साथ एक सफर (complete)
#9
सुबह में 10 बजे उठा । मैने देखा तब भी मम्मी और राशन अंकल गहरी नींद में । में टॉयलेट गया कुछ देर लगाया और जब हमारे केबिन में आया तो पाया दोनो जाग चुके है। बास एक होटल पे रुकी जहा हमने बाथरूम किया नहाया धोया फ्रेश हो गया ।



नाश्ता वास्ता कर के हम फिर चल पड़े । बास चल पड़ी थी और हमे पता चला बास नंदियां शाम को पोहोच जायेंगे और वहा से हम मम्मी के गाओ मलारंगराम पोहोचेंगे । में देख पा रहा था अंकल भी थके हुए लग रहे थे अपनी सीट पर पीठ टिकाए बैठे हुए थे ।



और मम्मी भी कुछ ऐसी हाल में थी । मम्मी ऊपर सीट पर रखी बैग से नींबू पानी का बोतल निकलने के लिए खड़ी हो गई और हाथ ऊपर कर के जैसे बेग की जिप खोलने की कशिश की तो मम्मी की मुंह से आईहहह कर कराह निकली ।



" मम्मी क्या हुआ " मेरे मुंह से मम्मी की फिक्र



" ओह बैठे बैठे मेरी कमर अकड़ गई है लोद्दु " मम्मी बोलो और नींबू की पानी का बोतल निकल के बैठ गई ।



लेकिन मैने साफ देखा था की मम्मी कमर में हाथ ना रख के अपनी दोनो जांघें चिपकाते हुए अपनी निचली पेट पर कस के पकड़ के आआह्ह्ह्ह्ह भरी थी । जिसका मतलब साफ था ।



मेरे कुछ बोलने से पहले ही अंकल बोला " होता है भाभी जी ऐसा । लंबी सफर है ना मेरी भी कंधे अकड़ सा गया है। रीता भाभी आप नींबू पानी पियो आराम मिलेगा और बस कुछ घंटे शाम होते होते हम पोहोच ही जायेंगे "



मम्मी कुछ नही बोलती और नींबू पानी पी कर बोली " में अभी आती हूं "



तब अंकल मेरे पास आए और बोले " बेटा तुम कुछ देर के लिए केबिन से बाहर जाना "



में पहली बार रोशन अंकल से हिम्मत दिखा के बात की " क्यू ताकि आप फिर से मेरी मम्मी को तकलीफ दे सको । मुझे सब पता हे रात को क्या हुआ था में सोया नही था "



रोशन अंकल की भी तब नजरे झुक गई और बड़ी शांत हो कर बोले " बेटा तुम भी सब समझते हो । में सच कहता हूं तुम्हारी मम्मी को कोई तकलीफ नही दूंगा अभी । रात को को हुआ तब में जोश में था । मुझे देखो मेरी भी हालत बुरी है। उम्र हो गई हे मेरी भी। समझो बात को में तुम्हारी मम्मी को तकलीफ से आराम ही दूंगा । कसम से ।"




में भी नजरे झुका के बोला " अगर आपने मेरी शादी नैना से नही करवाई तब देखना मे क्या करता हूं । नैना और मेरे कुछ फोटोस हे सब वायरल कर दूंगा में।", पता नही कहा से मेरे अंदर इतनी हिम्मत आई वो भी रोशन अंकल के सामने । हाला की में जूठी धमकी दे रहा था मेरे पास की ऐसी वैसी फोटोस नही थे नैना और मेरे ।



" बेटा तुम समझते क्यू नही । घर जाते ही में जल्द से जल्द नैना और तुम्हारी सगाई करवा दूंगा । और फिर तुम दोनो जब शादी के लिए कहो करवा दूंगा ।" रोशन अंकल समझते हुए बोले ।



तभी मम्मी आई और मुस्कुरा के बोली " अरे आप दोनों क्या बात कर रहे थे । मेरे आते ही चुप हो गए "


तब रोशन अंकल बोले " अरे भाभी कुछ नही। ऐसे हमारी मेन टू मेन बाते हो रही थी ।" और तब रोशन अंकल ने मुझे इशारा किया



में खींचते हुए उठा और बोला " में कुछ देर बास की गेट पर खुली हवा खाने जा रहा हूं "


" संभाल के लोद्दु ज्यादा बाहर मत जाना गेट के अंदर ही रहना । हाथ पेड़ बहार मत निकालना " मम्मी ने सावधानी दी मुझे ।



में मोबाइल ले कर केबिन से बाहर निकला और दरवाजा बंद ऐसे किया की एक इंच की दरार से में देख चकु । और में देखने लगा ।
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RE: स्लीपर बस में मां के साथ एक सफर (complete) - by Youngsters - 24-12-2022, 11:02 PM



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