24-12-2022, 11:02 PM
" में नही कर पाऊंगी भाई साहब प्लीज थोड़ा आराम दीजिए "
" रीता क्या भाई साहब लगा रखा है । रोशन बुलाओ मुझे "
" नही आप उम्र में बड़े हे । ठीक है रोशन जी बुलाऊंगी आपको। रोशन जी आपकी बदन से पसीने की बू आ रही हे। आपसे पसीना निकल रहा हे "
" ओह गुड़िया रानी तुम्हे मेरा मर्दाना गन्ध पसंद नही। पर मुझे तुम्हारी बगल की पसीने की खुशबू बोहोत अच्छे लगते हे
उम्म्ह्ह् क्या खुशबू हे"
" ओह रोशन जी किसने कहा आपकी मर्दानी गंध मुझे पसंद नही आपकी मर्दानगी गंध और आपकी मजबूत बाहों में ही में भी मसल उठी । रोशन जी मुझे दर्द हो रहा है पर मन भी कर रहा हे प्लीज आप मेरी चुम्मी ले कर धीरे धीरे करिए ना "
" हा अब ठीक हे मजा आ रहा हे, गुड़िया तुमने मेरी ज़िंदगी आज सफल कर दी हे । आज से तुम्हे में अपना पत्नी मानता हूं। समाज में तुम्हे नाम नही दे पाऊंगा हमारे बच्चो के खातिर लेकिन तुम्हे अपनी पत्नी की तरह प्यार दूंगा जब हम मिलेंगे । तुम्हारा पति जब सो जायेगा तब में आऊंगा और तुम्हारे पति बिस्तर पर तुम्हे चोद के प्यार दूंगा "
" आह्ह्ह्ह्ह । उफ्फ। कितने गंदे है आप । उह्ह्ह्ह्ह । रोशन जी मैने ऐसा मजा कभी नही लिया आआह्ह्हह्ह । दोपहर को आना आप उह्ह्ह्ह्ह् । में भी आपको पत्नी का प्यार दूंगी "
" ओह मेरी गुड़िया । जोर से मारने का मन हो रहा हे ।"
" रोशन जी मेरे रोशन जी । पागल कर दिया आपने आह्ह्ह्ह्ह्ह । अभी नही बच्चा जाग जायेगा उह्ह कितने देर लगाते हे आप "
" क्यू ज्यादा देर तुम्हे पसंद नही गुड़िया "
" रोशन जी प्लीज बुरा मत मानिए में नही कर पाऊंगी । आपकी कसम मेरी अंदर चील गई हे । बोहोत दुख रहा है। "
" ठीक हे गुड़िया आ जा में तुम्हे सुला देता हूं "
कुछ देर बाद फिर आवाज आती हे ।
" गुड़िया सो गई "
" नही"
" गुड़िया । आई लव यूं बोलो "
" अभी नही रोशन जी । जब सच्ची में हो जायेगी तब बोल दूंगी । प्लीज आप अपने सीट पर जाइए सुबह हो गई हे बच्चा उठ सकता है "
", ठीक हे । गुड नाईट गुड़िया "
" गुड नाईट रोशन जी "
में भी सो गया फिर ।
" रीता क्या भाई साहब लगा रखा है । रोशन बुलाओ मुझे "
" नही आप उम्र में बड़े हे । ठीक है रोशन जी बुलाऊंगी आपको। रोशन जी आपकी बदन से पसीने की बू आ रही हे। आपसे पसीना निकल रहा हे "
" ओह गुड़िया रानी तुम्हे मेरा मर्दाना गन्ध पसंद नही। पर मुझे तुम्हारी बगल की पसीने की खुशबू बोहोत अच्छे लगते हे
उम्म्ह्ह् क्या खुशबू हे"
" ओह रोशन जी किसने कहा आपकी मर्दानी गंध मुझे पसंद नही आपकी मर्दानगी गंध और आपकी मजबूत बाहों में ही में भी मसल उठी । रोशन जी मुझे दर्द हो रहा है पर मन भी कर रहा हे प्लीज आप मेरी चुम्मी ले कर धीरे धीरे करिए ना "
" हा अब ठीक हे मजा आ रहा हे, गुड़िया तुमने मेरी ज़िंदगी आज सफल कर दी हे । आज से तुम्हे में अपना पत्नी मानता हूं। समाज में तुम्हे नाम नही दे पाऊंगा हमारे बच्चो के खातिर लेकिन तुम्हे अपनी पत्नी की तरह प्यार दूंगा जब हम मिलेंगे । तुम्हारा पति जब सो जायेगा तब में आऊंगा और तुम्हारे पति बिस्तर पर तुम्हे चोद के प्यार दूंगा "
" आह्ह्ह्ह्ह । उफ्फ। कितने गंदे है आप । उह्ह्ह्ह्ह । रोशन जी मैने ऐसा मजा कभी नही लिया आआह्ह्हह्ह । दोपहर को आना आप उह्ह्ह्ह्ह् । में भी आपको पत्नी का प्यार दूंगी "
" ओह मेरी गुड़िया । जोर से मारने का मन हो रहा हे ।"
" रोशन जी मेरे रोशन जी । पागल कर दिया आपने आह्ह्ह्ह्ह्ह । अभी नही बच्चा जाग जायेगा उह्ह कितने देर लगाते हे आप "
" क्यू ज्यादा देर तुम्हे पसंद नही गुड़िया "
" रोशन जी प्लीज बुरा मत मानिए में नही कर पाऊंगी । आपकी कसम मेरी अंदर चील गई हे । बोहोत दुख रहा है। "
" ठीक हे गुड़िया आ जा में तुम्हे सुला देता हूं "
कुछ देर बाद फिर आवाज आती हे ।
" गुड़िया सो गई "
" नही"
" गुड़िया । आई लव यूं बोलो "
" अभी नही रोशन जी । जब सच्ची में हो जायेगी तब बोल दूंगी । प्लीज आप अपने सीट पर जाइए सुबह हो गई हे बच्चा उठ सकता है "
", ठीक हे । गुड नाईट गुड़िया "
" गुड नाईट रोशन जी "
में भी सो गया फिर ।