24-12-2022, 11:01 PM
कुछ देर में बापाच आया और लाइट बंद कर के अपने सीट पर ऊपर चढ़ के लेट गया । में कान लगा लेता रहा पर कोई हरकत कोई आवाज कुछ सुनाई नहीं दिया तो में कब सो गया पता ही नही चला मुझे ।
लेकिन करीब 4 बजे मुझे नैना का मैसेज ने जगा दिया । हम कभी कभी 4 बजे उठ कर जॉगिंग करते थे तो भूल गई थी की घर से बाहर हूं । लेकिन अच्छा किया उसने जगा दिया था ।
और इस बार सुबह के 4 बजे अपनी मम्मी और अपने होने वाले ससुर की बाते सुन पा रहा था । दोनो समझ रहे थे की में गहरी नींद में हूं।
" ओह भाई साहब। प्लीज बस कीजिए । सच्ची में उफ्फ मुझे जलन हो रही है। प्लीज मान जाइए ना प्लीज " मम्मी की कराह निकल रही थी
" जान थोड़ा सा मेरा होने ही वाला है। उफ्फ कितने सालों बाद ये सुख पाया मैने । प्लीज थोड़ा सा बस हो गया "
" उफ्फ मार डालोगे आप । आह्ह्हह्हह्ह आधे घंटे से बस थोड़ा और थोड़ा आह्ह्ह्ह्ह कर रहे है"
" बस हो गया "
तभी मम्मी की चुबकबे की आवाज सुनाई दी " प्लीज भाई साहब । प्लीज आआह्ह्ह्ह्ह दर्द हो रहा है यूफफ्फ्फ । में नही कर सकती और चार बार किया आपने । आआह्ह्ह्ह्ह "
" है है। नही नही मत रो जान ठीक है ठीक है में नही करूंगा और ठीक हे । ठीक हे जान मेरी प्यारी गुड़िया । रोना नही हा। मेरी गुड़िया । उमाहहह्ह्व उमाआहहहहहहह "
रोशन अंकल मम्मी को बोहोत ही प्यार से मना रहा था । साले ने मम्मी को रुला दिया मेरे मन में खयाल आ रहा था की सच में दमदार था मेरा होने वाला ससुर । और जो सुना उससे साफ पता चल गया की मेरे बाबा कुछ करते नही थे ।
" अब ठीक हे गुड़िया " रोशन अंकल बोहोत ही प्यार से बोल रहा था ।
और इतना प्यार पा कर मम्मी भी पिघल गई और बोली " इम्मम ठीक है। लेकिन उसे निकाल लीजिए "
" गुड़िया थोड़ा रहने दो ना प्लीज " रोशन अंकल मिन्नते करता हे ।
और फिर कुछ 5 मिनिट बाद रोशन अंकल की आवाज आती है" गुड़िया इसे दबाऊ या चूसु "
लेकिन जवाब में मम्मी की तरफ से कुछ आवाज नही आई तो रोशन अंकल ने फिर पूछा " बोलो ना गुड़िया रानी बोलो ना "
तब मम्मी धीरे से कहती हे " पियों "
में समझ गया की मम्मी की चूची दबाने की बात हो रही थी । और पता नही रोशन अंकल मम्मी की चूचियां कैसे चूस रहा था की चाप पॉप पॉप चाप चाप कर आवाज गूंज रही थी तो मम्मी तुरंत बोली " ऐसे नही। बच्चा जाग जायेगा आराम से "
और फिर कोई आवाज नही ।
कुछ देर बाद रोशन अंकल की बोले " गुड़िया तुम्हारी मुनिया बोहोत टेस्टी है।"
सायेद रोशन अंकल ने मम्मी की चूत चूस लिया होगा ।
" प्लीज आराम से । एक दम से झटके मत दीजिएगा उन्ह्ह" मम्मी की आवाज़ आई ।
" आआह्ह्ह्ह् । आआह्ह्ह्ह्ह । आह्ह्हह्ह । उफ्फ " मम्मी कराह उठी ।
" ओह जान क्या हुआ । गुड़िया सच में दर्द हो रहा है या नखरा कर रही हो। "
मम्मी की चूड़ीया खनकने की आवाज आई और एक मारने की । सायेद मम्मी ने रोशन अंकल को मारा हे पीठ पे सायेद और रोने जैसे आवाज में बोली " नखरा । आपको नखरा लग रहा हे। आपकी उसकी मुंडी से कही लगी मुझे आह्ह्। एक तो आपका घोड़े जैसे बड़ा है। इतना कोई करता है भला । आआह्ह्ह्हह चार बार । क्या खाते हो आप । सच्ची में में मर जाऊंगी "
रोशन अंकल फीस फीस कर के हस रहे थे । मेरे मन भी खयाल आ रहे थे । मम्मी की चूत में इतना बड़ा लन्ड घुसा क्या वाकई में रोशन अंकल का इतना बड़ा हे की मम्मी अधमरी जैसी हो गई ।
" गुड़िया ये प्यार हे। पति पत्नी का यही तो सुख हे। थोड़ा दर्द थोड़ा मजा थोड़ा लड़ाई थोड़ा रूठना मनाना । हर पत्नी अपने पति से थोड़ा दर्द और ढेर सारा मजा देर सारा प्यार । है की नही "
" आप थोड़े मेरे पति हे । "
" नही हूं पर मान लो आज से । क्यू की आज से तुम्हारे पति का काम में करूंगी ।"
और साएद रोशन अंकल फिर से चोदना शुरू कर दिया मम्मी अचानक से कराहने लगी " उह्ह्ह्ह्ह भाई साहब । उह्ह्ह्ह्ह में मर जाऊंगी। आआह्ह्ह्ह्ह फट गई । आह्ह्ह्ह्ह फट गई । धीरे धीरे उह्ह्ह्ह्ह । आआह्हह । आह्ह्हह्ह "
रोशन अंकल के धक्के दमदार थे में समझ पा रहा था क्यू की ठप ठप ठप आवाज गूंज रही थीं । मम्मी फिर एक बार रो रो कर कहती हैं" बस कीजिए आआह्हह्ह । उह्ह्ह्ह्ह्ह "
" बस होने ही वाला था गुड़िया । ठीक है अब नही करता ठीक है तुम भी ना एकदम नाजुक हो । इतना नाजुक कैसे चलेगा हम्मम "
मम्मी थोड़ा गुस्से में कहती हे " आपने इतना बड़ा क्यू बनाया तो फिर । फट गई मेरी । लूट लिया आपने मुझे सब कुछ उम्मम्मम "
" अच्छा अच्छा ठीक हे । ठीक हे रो मत । तुम भी ना रीता छोटी लड़की की तरह रोटी हों " रोशन अंकल प्यार से मनाने लगे ।
कुछ देर बाद दोनो में कोई बात नही हुई।
लेकिन करीब 4 बजे मुझे नैना का मैसेज ने जगा दिया । हम कभी कभी 4 बजे उठ कर जॉगिंग करते थे तो भूल गई थी की घर से बाहर हूं । लेकिन अच्छा किया उसने जगा दिया था ।
और इस बार सुबह के 4 बजे अपनी मम्मी और अपने होने वाले ससुर की बाते सुन पा रहा था । दोनो समझ रहे थे की में गहरी नींद में हूं।
" ओह भाई साहब। प्लीज बस कीजिए । सच्ची में उफ्फ मुझे जलन हो रही है। प्लीज मान जाइए ना प्लीज " मम्मी की कराह निकल रही थी
" जान थोड़ा सा मेरा होने ही वाला है। उफ्फ कितने सालों बाद ये सुख पाया मैने । प्लीज थोड़ा सा बस हो गया "
" उफ्फ मार डालोगे आप । आह्ह्हह्हह्ह आधे घंटे से बस थोड़ा और थोड़ा आह्ह्ह्ह्ह कर रहे है"
" बस हो गया "
तभी मम्मी की चुबकबे की आवाज सुनाई दी " प्लीज भाई साहब । प्लीज आआह्ह्ह्ह्ह दर्द हो रहा है यूफफ्फ्फ । में नही कर सकती और चार बार किया आपने । आआह्ह्ह्ह्ह "
" है है। नही नही मत रो जान ठीक है ठीक है में नही करूंगा और ठीक हे । ठीक हे जान मेरी प्यारी गुड़िया । रोना नही हा। मेरी गुड़िया । उमाहहह्ह्व उमाआहहहहहहह "
रोशन अंकल मम्मी को बोहोत ही प्यार से मना रहा था । साले ने मम्मी को रुला दिया मेरे मन में खयाल आ रहा था की सच में दमदार था मेरा होने वाला ससुर । और जो सुना उससे साफ पता चल गया की मेरे बाबा कुछ करते नही थे ।
" अब ठीक हे गुड़िया " रोशन अंकल बोहोत ही प्यार से बोल रहा था ।
और इतना प्यार पा कर मम्मी भी पिघल गई और बोली " इम्मम ठीक है। लेकिन उसे निकाल लीजिए "
" गुड़िया थोड़ा रहने दो ना प्लीज " रोशन अंकल मिन्नते करता हे ।
और फिर कुछ 5 मिनिट बाद रोशन अंकल की आवाज आती है" गुड़िया इसे दबाऊ या चूसु "
लेकिन जवाब में मम्मी की तरफ से कुछ आवाज नही आई तो रोशन अंकल ने फिर पूछा " बोलो ना गुड़िया रानी बोलो ना "
तब मम्मी धीरे से कहती हे " पियों "
में समझ गया की मम्मी की चूची दबाने की बात हो रही थी । और पता नही रोशन अंकल मम्मी की चूचियां कैसे चूस रहा था की चाप पॉप पॉप चाप चाप कर आवाज गूंज रही थी तो मम्मी तुरंत बोली " ऐसे नही। बच्चा जाग जायेगा आराम से "
और फिर कोई आवाज नही ।
कुछ देर बाद रोशन अंकल की बोले " गुड़िया तुम्हारी मुनिया बोहोत टेस्टी है।"
सायेद रोशन अंकल ने मम्मी की चूत चूस लिया होगा ।
" प्लीज आराम से । एक दम से झटके मत दीजिएगा उन्ह्ह" मम्मी की आवाज़ आई ।
" आआह्ह्ह्ह् । आआह्ह्ह्ह्ह । आह्ह्हह्ह । उफ्फ " मम्मी कराह उठी ।
" ओह जान क्या हुआ । गुड़िया सच में दर्द हो रहा है या नखरा कर रही हो। "
मम्मी की चूड़ीया खनकने की आवाज आई और एक मारने की । सायेद मम्मी ने रोशन अंकल को मारा हे पीठ पे सायेद और रोने जैसे आवाज में बोली " नखरा । आपको नखरा लग रहा हे। आपकी उसकी मुंडी से कही लगी मुझे आह्ह्। एक तो आपका घोड़े जैसे बड़ा है। इतना कोई करता है भला । आआह्ह्ह्हह चार बार । क्या खाते हो आप । सच्ची में में मर जाऊंगी "
रोशन अंकल फीस फीस कर के हस रहे थे । मेरे मन भी खयाल आ रहे थे । मम्मी की चूत में इतना बड़ा लन्ड घुसा क्या वाकई में रोशन अंकल का इतना बड़ा हे की मम्मी अधमरी जैसी हो गई ।
" गुड़िया ये प्यार हे। पति पत्नी का यही तो सुख हे। थोड़ा दर्द थोड़ा मजा थोड़ा लड़ाई थोड़ा रूठना मनाना । हर पत्नी अपने पति से थोड़ा दर्द और ढेर सारा मजा देर सारा प्यार । है की नही "
" आप थोड़े मेरे पति हे । "
" नही हूं पर मान लो आज से । क्यू की आज से तुम्हारे पति का काम में करूंगी ।"
और साएद रोशन अंकल फिर से चोदना शुरू कर दिया मम्मी अचानक से कराहने लगी " उह्ह्ह्ह्ह भाई साहब । उह्ह्ह्ह्ह में मर जाऊंगी। आआह्ह्ह्ह्ह फट गई । आह्ह्ह्ह्ह फट गई । धीरे धीरे उह्ह्ह्ह्ह । आआह्हह । आह्ह्हह्ह "
रोशन अंकल के धक्के दमदार थे में समझ पा रहा था क्यू की ठप ठप ठप आवाज गूंज रही थीं । मम्मी फिर एक बार रो रो कर कहती हैं" बस कीजिए आआह्हह्ह । उह्ह्ह्ह्ह्ह "
" बस होने ही वाला था गुड़िया । ठीक है अब नही करता ठीक है तुम भी ना एकदम नाजुक हो । इतना नाजुक कैसे चलेगा हम्मम "
मम्मी थोड़ा गुस्से में कहती हे " आपने इतना बड़ा क्यू बनाया तो फिर । फट गई मेरी । लूट लिया आपने मुझे सब कुछ उम्मम्मम "
" अच्छा अच्छा ठीक हे । ठीक हे रो मत । तुम भी ना रीता छोटी लड़की की तरह रोटी हों " रोशन अंकल प्यार से मनाने लगे ।
कुछ देर बाद दोनो में कोई बात नही हुई।