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Adultery स्लीपर बस में मां के साथ एक सफर (complete)
#4
जब नेकलेस पहना दिया तब मम्मी भी क्या कर सकती थी मजबूर हो कर मम्मी अपने गले पे लटकी हुई नेकलेस को हाथों में नेकलेस की लॉकेट को उठा कर देख रही थी ।



" देखें कितनी सुंदन लग रही हो रीता तुम । इस लॉकेट के पीछे दो आर लिखा है एक मेरे नाम का एक तुम्हारे नाम का "



मम्मी बोली " भाई साहब अभी के लिए पहन रही हू। बाद में बापाच कर दूंगी "


रोशन अंकल हस के बोला " में बापाछ लूंगा ही नही। अगर बपाच करने की कशिश की तो में तुमपे छोरी का इल्जाम लगा दूंगा हां हा हा "



मम्मी भी रोशन अंकल के मजाक के हस पड़ी " आप भी ना । में नैना को बापच कर दूंगी "



रोशन अंकल फिर मम्मी को खिकड़ी की कोने में बाहों में भर कर मम्मी को चूमने लगता हे यहां वहां " उम्म्ह्ह्ह रीता तुम्हारी खुश्बू "



मम्मी पूरी ताकत से रोशन अंकल को अपने से दूर करने की कशिश कर रही थी और में ना सुनूं इसलिए धीरे धीरे बोल रही थी " नही भाई साहब नहीं। ऐसा मत कीजिए ये पाप हैं। भाई साहब में आपके आगे हाथ जोड़ती हूं प्लीज ऐसा मत कीजिए मेरे साथ ।"



लेकिन मम्मी की विरोध रोशन अंकल के लिए कुछ नही था । वो एक मर्द था और मम्मी एक औरत । रोशन अंकल जबरदस्ती मम्मी को ईहा वोहा गले पर कंधे पर गाल पर चूमते हुए मम्मी की चुचियों को ब्लाउज के ऊपर से दबा दबा के मसल रहा था ।



मम्मी अपनी हाथ और बाजू का इस्तमाल कर के रोशन अंकल को विरोध कर रही थी पर रोशन अंकल मम्मी की कलाई पकड़ के अपने आड़े में ले कर अपने बलिष्ट हाथों से चूचियां दबा रहा था ।





में ये सब देख कर गुस्सा भी हो रहा था लेकिन नैना की खयाल मेरी मजबूरी बन रही थी हाथों में रोशन अंकल के दिए हुए आईफोन थे वो भी एक कारण था ।




मम्मी विरोध करते करते एक समय में थक गई और फिस्फिसा के बोली " प्लीज भाई साहब बच्चा देख लेगा "



रोशन अंकल मम्मी की कान की लो मुंह में ले कर बोला " नही वो मोबाइल में बिजी हे और गाने सुन रहा हे । इसलिए तो मैंने उसे नया फोन और नया हेडफोन दिया "



" आप बोहोत गंदे है। इस तरह आप मेरी फायदा उठा रहे हे ना । बच्चे के आगे में कुछ कर भी नही सकती वरना में अभी बास से उतर जाती " मम्मी नाराज हो कर बोली



" रीता तुम एक बार समझो मेरे प्यार को देखना तुम्हे भी मेरे प्यार में सुख मिलेगा जो तुम्हारे पति नही देते है "


" नही चाहिए मुझे कोई सुख । जैसी हूं में वैसी ही ठीक हूं "



मम्मी अपना मुंह कोने में छुपा लेती है और रोशन अंकल अब मम्मी की खुली कंधे पर चूमता हुआ मम्मी की चूचियां मसलने लगता है इस बार मम्मी भी कोई विरोध नहीं करती बस अपनी हाथो से अपना शर्मीली चेहरा छिपा के रखती है । रोशन अंकल की चेहरे पर आनंद साफ दिख रहा था । और मजे से मम्मी की चूचियां दबा रहा था मसल रहा था । और चूम रहा था ।



मम्मी की मजबूरी का अच्छा फायदा उठा रहा था भली भाली मम्मी शर्म के मारे मजबूर हो गई थी । रोशन अंकल मम्मी की चुचियों से नीचे हाथ ले जाता हुआ मम्मी की उभरी हुई मखमली पेट पर हाथ सेहलाता हुआ मम्मी को बगल में से अपनी बाहों में जकड़ रहा था और तब दबी कसी बाहों में मम्मी की मुंह से कराह निकल जाती आह्ह्ह्।



मम्मी इस आह्ह से मेरी बदन में एक अजीब सा फीलिंग आती है क्यू की कुछ कामुक आह्ह्हह्हह थी मम्मी की मुंह से। पहली बार मम्मी की मुंह से कामुक आह्ह्हह्हह् सुनी थी । एक शर्म और कुछ अजीब सा एहसास मुझे एहसास हुआ की मुझे समझ ही नही आया ।



नीचे रोशन अंकल मम्मी को बाहों में भर के सूंघ रहे थे मसल रहे थे चूम रहे थे और मम्मी पुतला बनी हुई चुप चाप कोने में मुंह छुपाए बैठी थी । मैने देखा रोशन अंकल अपना हाथ मम्मी की चूत की हिस्से पर ले जा रहा हे तब मम्मी एकदम से जैसे होश में आई और घूम के रोशन अंकल को धक्का देती हे पता नही तब कहा से उसके अंदर इतनी ताकत आ गई ।



रोशन अंकल भी मंद मंद मुस्कुराता हुआ थोड़ा खिचक के बैठ गया । और मम्मी अपनी ढीली हो गई बालों के जुड़े को अच्छे से बनाने लगी और तब मेरी नजर मम्मी की बगल पर गई जो पसीने से गीली हो गई थी । एक कामुक फीलिंग आ गई थी मेरे मन में मम्मी की गीली कांख देख कर हालाकि ब्लाउज स्लीव वाली थी । मैने तुरंत अपनी ध्यान हटाया की ये में सोच रहा हूं ।




और कुछ देर रोशन अंकल दूर ही रहे लेकिन मम्मी अब उससे नजरे मिलाना तो दूर रोशन अंकल की तरफ देख भी नही रही थी । और ऐसे ही रात हो गई । करीब रात के 9 बजे बास रुकी एक होटल पर ।



इस बार भी रोशन अंकल ने हमे खाना खिलाया मम्मी ने हमारा पैसा देना चाहा पर रोशन अंकल ने देने नही दिए । बास के लोग हो या होटल के वेटर सब हमे एक परिवार समझ रहे थे मम्मी और रोशन अंकल को पति पत्नी और मुझे उनका बेटा समझ रहे थे । और साला रोशन अंकल सही में मेरा बाप बनने की कशिश में ही लगा था । जो देख रहा था ऐसा लग रहा की सही में बोहोत जल्द रोशन अंकल मेरा ससुर बने ना बने लेकिन सौतेला बाप जरूर बन जाएगा ।
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RE: स्लीपर बस में मां के साथ एक सफर (complete) - by Youngsters - 24-12-2022, 11:01 PM



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