22-12-2022, 01:54 PM
एक रात सोने के टाइम वैशाली मेरे सीने पर ठंडी रख के मेरे आखों में प्यार भरी निगाहों से देखती रहती है । मुझे भी उसे देख कर एक प्यार उमंग आता हे। और मुस्कुरा के उसे पूछता हूं । " क्या देख रही हो ऐसे । रितिक रोशन लग रहा हूं क्या "
वो मुस्कुराती हे और कहती हे " बच्चो का अगले महीने जन्मदिन आ रहा है। बच्चे इस बार घर में बड़ा पार्टी रखना चाहते हे"
" हा तो ठीक है। इसी बहाने मेरी भी फायदा होगा मेरे तरफ से भी लोग आएंगे । तुम भी अपनी तरफ से दोस्तो को इनवाइट करना शुरू कर दो"
" मैने तो पहले ही पूरे जिम को इनवाइट किया । कुछ को तो इंडिविजुअली कर दिया है"
में शरारत अंदाज में कहता हूं " एक्सि को पहले ही बुलाया होगा । क्यू हे ना पूरे जिम में आफवा फैली हुई है की बागीरा सल्तनत में एक ब्रिटन घुस गया है "
मेरी डबल मीनिंग बाते सुन कर वो मुझे दांत देती है " चुप करो कुछ भी । " और फिर उसकी आखों में एक चमक आती है और कहती हे " अच्छा आपको एक्सी कैसा लगता है। मतलब की वो अच्छा इंसान हे ना "
मेरे मन कुछ चल रहा था " उसके बारे में क्यू पूछ रही हो । और भी गोरे है जिम में जैक को देखा हे क्या मसल है उसके कितना हैंडसम है"
वैशाली मुंह बनाती है " में आपको किस मतलब से पूछ रही हो और आप क्या मतलब निकल रहे हे। आपकी बस चले तो आप पूरे जिम में मेरी ब्लू फिल्म बना दो । आपसे बात करना ही बेकार है। "
वैशाली करवट लेती है में हसता उसके ऊपर चढ़ के उसकी आंखो में देख कर सीधा बोल देता हूं " वैशू तुम जानती हो उसके लिए में कभी तुम्हे ना नही करूंगा । लेकिन किसी और से प्यार व्यार कर बैठी तो या तो खुद बर्बाद हो जाऊंगा या फिर तुम्हारी जिंदगी बर्बाद करने मे कोई कसर नही छोडूंगा "
वो मेरे होठों पर उंगली रख देती है " हुचचच। शांत मेरे पेहेलवान शांत । जैसा सोच रहे हो वैसा कुछ नही है। एक्सी से मेरा सिर्फ अच्छी दोस्ती का रिश्ता है। और कुछ नही समझे आप । वो अपनी पत्नी से बोहोत प्यार करती हे और में अपने पति से बोहोत प्यार करती हूं । आप ना ये सब खयाल दिमाग से निकाल दो । आप भी समझते हो शारीरिक संबंधों की आवाज से अच्छे अच्छे रिश्ते टूट जाते है। "
पर में कॉन्फिडेंस दिखा के कहा " पर हमारे नही टूटेंगे क्यू की हमारी म्यूचुअल अंडरस्टेनिंग बोहोत है "
वैशाली मुस्कुराई " वाह बड़े साफ अंग्रेजी बोलने लगे हो आज काल। अच्छा एक बात बताओ । अगर कोई दूसरा मेरे साथ सोता है तो आपको बुरा नही लगेगा "
में सर ना में हिला के बोलता हूं " ना । उसके लिए में पहले ही तैयार हूं । मैने खुद देखे है ऐसा एक्सपीरियंस किया हे । "
वैशाली देर से जवाब देती है " पता नही आपकी दिमाग खराब हो गया है बुरे जमाने का असर है। चलिए सो जाइए "
" बैशू तुम अक्सर जिम के बाद एक्सी के साथ सामने वाली रेस्ट्रो में जाती हो "
वैशाली मुस्कुराई " सक कर रहे हो ।"
" अरे नही में बस ऐसे ही पूछ रहा हूं " में हस देता हूं
" रेस्ट्रॉ में क्या करने जाते है । पेट भरने जाती हूं और क्या उसके साथ थोड़ी बोहोत बाते होती है । टाइम स्पेंड हो जाता है और क्या "
उस रात मुझे ऐसा लगा जैसे वैशाली दिल खोल के बात नही की भले ही उसकी आखों में मेरे लिए सच्चा प्यार दिख रहा था ।
अगले महीने को वो दिन आ गया मेरे दोनो बच्चो के बर्थडे पार्टी । जोरो चोरों से पार्टी चल रही थी । लेकिन वो दिन या कहे वो रात कुछ बदलने वाला था । जिसकी मुझे खुशी मानाना चाहिए या फिर गम मुझे समझ नही आया था।
बॉडी बिल्डिंग के एकोसिएट की तरफ से कुछ हस्ती मेरे उस पार्टी में शामिल थे उस रात और उनके साथ कुछ काम भी था । रात के 3 बज रहे थे पार्ट धीरे धीरे खतम हो रही थी और तब हम अपने मीटिंग में बैठे । लेकिन एक फाइल मुझे नही मिल रही थी जो बोहोत जरूरी था ।
तो में अपने बेडरूम में जा के वो फाइल ढूंढने लगा । और मुझे ढूंढते हुए देख कर वैशाली ने पूछा की क्या ढूंढ रहा हुं तो मैंने उस फाइल के बारे में बताया जो मिल नही रही थी । लेकिन वैशाली के कुछ कहने से पहले मुझे याद आया फाइल मैने कहा रखा है और मैने बोला ," सेह वो फाइल तो मेरे केबिन में ही रह गया "
तो वैशाली बोली " तो अब क्या करे । आप भी ना । ठीक है किसी को भेज दो लाने "
" अरे नही वो फाइल लॉकार में है" में सोचने लगा की अब क्या करू
तभी वैशाली बोला " ठीक है में लाती हूं "
" रात के तीन बज रहे हे। "
" किसी को साथ ले जाती हूं । ड्राइवर भी तो होगा । आप मेहमानों को संभालों । बोहोत रात हो गई दुबारा से कुछ खाने पीने का इंतजार करो "
वो अपनी हैंड बैग उठा कर चली गई । में मेहमानों को समस्या बताई और कुछ देर रुकने को माना लिया नौकर द्वारा दावत की इंतजाम करवाया । और एंपोर्टेट व्हिस्की के लिए कौन भला माना कर सकता है ।
मेरे घर से जिम का दूरी कार से सिर्फ 15 मिनिट लगता था । लेकिन आधे घंटे से ज्यादा हो गई फिर भी वैशाली नहीं लौटी थी तो मुझे उसकी फिक्र होने लगी रात का वक्त हे मन में बुरे खयाल आने लगे । तो में मोबाइल ले कर हॉल में आया बच्चे अभी भी पार्टी कर रहे थे ।
में घर से बाहर निकल कर सामने गार्डन में खड़े हो कर फोन करने लगा वैशाली को लेकिन वैशाली कल रिसीव नहीं कर रही थी । हाल ही में मैने अपने केबिन में चार स्पाई केमेरा और टेबल के नीचे एक माइक भी लगाया था जिसके बारे में किसी को नही पता थी वैसे तो जिम के कोने कोने में केमेरा लगे हुए थे । इस बारे में वैशाली भी नही जानती थी उसकी मतलब की नही थी तो मैंने भी उसे नहीं बताया था उसे ।
और में अपने मोबाइल में अपने केबिन की फुटेज देखने लगा। और में दंग रह गया । मुझे अब सब समझ आ गया था । और आइना दिखाई दे रही थी मुझे । मेरे कर्म का फल इस तरफ दर्शाया जाएगा मैने कभी नही सोचा था ।
केबिन में वैशाली अकेली नहीं थी उसके साथ एक्सी भी था । उन दोनो की कन्वर्सेशन मुझे क्लियर सुनाई दे रहा था । वैशाली अभी भी पार्टी की सिल्क ट्रांसपेरेंट ब्लैक सारी और ब्लैक स्लीवलेस ब्लाउज में थी । उसकी ब्लाउज दीप कट थी बैक से भी और सामने से भी । केबिन की येलो रोशनी में उसकी गदराया हुआ जिस्म चमक रही थी । बाल खुले मेकअप से हद से ज्यादा उसकी खूबसूरती निखर रही थी आखों ने गहरी काजल इस तरह की उसकी नजरों से आज बुड्ढा भी कायल हो जाए । गले ने मेरे नाम का मंगलसूर्तो मेरे नाम का उसकी मांग ने सिंदूर । एक हाथ में ब्रैंडेड वॉच एक हाथ में ब्रेसलेट कानो में झुमके ।
दोनो की पोजिशन कुछ इस तरह थी । वैशाली केबिन की टेबल पर गांड़ टिकाई खड़ी थी और एक्सी उसके सामने खड़ा उसकी कमर पकड़ रखा था । वैशाली उसके छाती पर हाथ रख कर कुछ विरोध कर रही थी ।
उनकी बाते इस तरह थी ।।।।।
एक्सी " वैशाली आई ट्रूली लव यू। प्लीज एक्सेप्ट माई लव आई लव यू सो मच ।"
वैशाली ना में सर हिला के बोल रही थी " नही एक्सी । डिश इस सो रंग। हमें ये सब नहीं करना चाहिए जो हुआ वो खतम करते है। "
एक्सी वैशाली की कमर कस के पकड़ के वैशाली की चेहरे को चूमने लगता है और कहता है " नो वैशु। कुछ गलत नही हे। जो चल रहा है बोहोत अच्छा चल रहा है। आई लव यूं वैशू। में तुम्हे दिल से प्यार करता हूं "
वैशाली एक्सी को धक्का देती है और फाइल ले कर केबिन से बाहर आने की कशिश करती हे मगर एक्सी उसे पीछे से बाहों में भर कर वैशाली की भाड़ी तंग ब्लाउज में तने हुए चुचियों को मसलने लगता है और वैशाली की खुले कंधे पर चूमने लगता है।
मैने कभी वैशाली को इस तरह मसलते हुए नही देखा और देखा भी तो वो यादें धुंधला हो चुका था । उसकी हाथो से फाइल गिर चुका था । वो मसल उठी थी आंखे बंद कर के पीछे अपना सर एक्सी के छीने पर रख कर सिसक उठी थी " इच्छ्छ। नो एक्सी नो"
पर फिजिकली विरोध जरा भी नही कर रही थी । वैशाली की सारी के पल्लू जमीन पोछने लगी थी । एक्सी खिलाड़ी नजर आ रहा था वो वैशाली की मांचल पेट पंजों में मसल दे रहा था । वैशाली मछली की तरह तड़प उठी थी और आहें भरते हुए घूम के एक्सी चेहरे को पकड़ के होठों से होठों मिला के जीव से जीव मिला कर पागलों की तरह चूम रही थी । और एक्सी उसकी उभरी हुई गोल नितंब मसलते हुए वैशाली की वासना भड़का रहा था ।
में हैरान था की वैशाली एक गोरे के साथ इतना बेकाबू हो सकती है। में दिमाग में ये खयाल आ रहा था ये सब कबसे शुरू हो चुका है । जलन तो साफ हो रही थी कि मेरी बीवी मेरे पीठ पीछे जिस्मानी खेल खेल रही थी हे पराय मर्द के साथ । जबकि मैंने एक बात चित जरिए से उसकी एक अलग तरह अनुमति दी थी ।
वो मुस्कुराती हे और कहती हे " बच्चो का अगले महीने जन्मदिन आ रहा है। बच्चे इस बार घर में बड़ा पार्टी रखना चाहते हे"
" हा तो ठीक है। इसी बहाने मेरी भी फायदा होगा मेरे तरफ से भी लोग आएंगे । तुम भी अपनी तरफ से दोस्तो को इनवाइट करना शुरू कर दो"
" मैने तो पहले ही पूरे जिम को इनवाइट किया । कुछ को तो इंडिविजुअली कर दिया है"
में शरारत अंदाज में कहता हूं " एक्सि को पहले ही बुलाया होगा । क्यू हे ना पूरे जिम में आफवा फैली हुई है की बागीरा सल्तनत में एक ब्रिटन घुस गया है "
मेरी डबल मीनिंग बाते सुन कर वो मुझे दांत देती है " चुप करो कुछ भी । " और फिर उसकी आखों में एक चमक आती है और कहती हे " अच्छा आपको एक्सी कैसा लगता है। मतलब की वो अच्छा इंसान हे ना "
मेरे मन कुछ चल रहा था " उसके बारे में क्यू पूछ रही हो । और भी गोरे है जिम में जैक को देखा हे क्या मसल है उसके कितना हैंडसम है"
वैशाली मुंह बनाती है " में आपको किस मतलब से पूछ रही हो और आप क्या मतलब निकल रहे हे। आपकी बस चले तो आप पूरे जिम में मेरी ब्लू फिल्म बना दो । आपसे बात करना ही बेकार है। "
वैशाली करवट लेती है में हसता उसके ऊपर चढ़ के उसकी आंखो में देख कर सीधा बोल देता हूं " वैशू तुम जानती हो उसके लिए में कभी तुम्हे ना नही करूंगा । लेकिन किसी और से प्यार व्यार कर बैठी तो या तो खुद बर्बाद हो जाऊंगा या फिर तुम्हारी जिंदगी बर्बाद करने मे कोई कसर नही छोडूंगा "
वो मेरे होठों पर उंगली रख देती है " हुचचच। शांत मेरे पेहेलवान शांत । जैसा सोच रहे हो वैसा कुछ नही है। एक्सी से मेरा सिर्फ अच्छी दोस्ती का रिश्ता है। और कुछ नही समझे आप । वो अपनी पत्नी से बोहोत प्यार करती हे और में अपने पति से बोहोत प्यार करती हूं । आप ना ये सब खयाल दिमाग से निकाल दो । आप भी समझते हो शारीरिक संबंधों की आवाज से अच्छे अच्छे रिश्ते टूट जाते है। "
पर में कॉन्फिडेंस दिखा के कहा " पर हमारे नही टूटेंगे क्यू की हमारी म्यूचुअल अंडरस्टेनिंग बोहोत है "
वैशाली मुस्कुराई " वाह बड़े साफ अंग्रेजी बोलने लगे हो आज काल। अच्छा एक बात बताओ । अगर कोई दूसरा मेरे साथ सोता है तो आपको बुरा नही लगेगा "
में सर ना में हिला के बोलता हूं " ना । उसके लिए में पहले ही तैयार हूं । मैने खुद देखे है ऐसा एक्सपीरियंस किया हे । "
वैशाली देर से जवाब देती है " पता नही आपकी दिमाग खराब हो गया है बुरे जमाने का असर है। चलिए सो जाइए "
" बैशू तुम अक्सर जिम के बाद एक्सी के साथ सामने वाली रेस्ट्रो में जाती हो "
वैशाली मुस्कुराई " सक कर रहे हो ।"
" अरे नही में बस ऐसे ही पूछ रहा हूं " में हस देता हूं
" रेस्ट्रॉ में क्या करने जाते है । पेट भरने जाती हूं और क्या उसके साथ थोड़ी बोहोत बाते होती है । टाइम स्पेंड हो जाता है और क्या "
उस रात मुझे ऐसा लगा जैसे वैशाली दिल खोल के बात नही की भले ही उसकी आखों में मेरे लिए सच्चा प्यार दिख रहा था ।
अगले महीने को वो दिन आ गया मेरे दोनो बच्चो के बर्थडे पार्टी । जोरो चोरों से पार्टी चल रही थी । लेकिन वो दिन या कहे वो रात कुछ बदलने वाला था । जिसकी मुझे खुशी मानाना चाहिए या फिर गम मुझे समझ नही आया था।
बॉडी बिल्डिंग के एकोसिएट की तरफ से कुछ हस्ती मेरे उस पार्टी में शामिल थे उस रात और उनके साथ कुछ काम भी था । रात के 3 बज रहे थे पार्ट धीरे धीरे खतम हो रही थी और तब हम अपने मीटिंग में बैठे । लेकिन एक फाइल मुझे नही मिल रही थी जो बोहोत जरूरी था ।
तो में अपने बेडरूम में जा के वो फाइल ढूंढने लगा । और मुझे ढूंढते हुए देख कर वैशाली ने पूछा की क्या ढूंढ रहा हुं तो मैंने उस फाइल के बारे में बताया जो मिल नही रही थी । लेकिन वैशाली के कुछ कहने से पहले मुझे याद आया फाइल मैने कहा रखा है और मैने बोला ," सेह वो फाइल तो मेरे केबिन में ही रह गया "
तो वैशाली बोली " तो अब क्या करे । आप भी ना । ठीक है किसी को भेज दो लाने "
" अरे नही वो फाइल लॉकार में है" में सोचने लगा की अब क्या करू
तभी वैशाली बोला " ठीक है में लाती हूं "
" रात के तीन बज रहे हे। "
" किसी को साथ ले जाती हूं । ड्राइवर भी तो होगा । आप मेहमानों को संभालों । बोहोत रात हो गई दुबारा से कुछ खाने पीने का इंतजार करो "
वो अपनी हैंड बैग उठा कर चली गई । में मेहमानों को समस्या बताई और कुछ देर रुकने को माना लिया नौकर द्वारा दावत की इंतजाम करवाया । और एंपोर्टेट व्हिस्की के लिए कौन भला माना कर सकता है ।
मेरे घर से जिम का दूरी कार से सिर्फ 15 मिनिट लगता था । लेकिन आधे घंटे से ज्यादा हो गई फिर भी वैशाली नहीं लौटी थी तो मुझे उसकी फिक्र होने लगी रात का वक्त हे मन में बुरे खयाल आने लगे । तो में मोबाइल ले कर हॉल में आया बच्चे अभी भी पार्टी कर रहे थे ।
में घर से बाहर निकल कर सामने गार्डन में खड़े हो कर फोन करने लगा वैशाली को लेकिन वैशाली कल रिसीव नहीं कर रही थी । हाल ही में मैने अपने केबिन में चार स्पाई केमेरा और टेबल के नीचे एक माइक भी लगाया था जिसके बारे में किसी को नही पता थी वैसे तो जिम के कोने कोने में केमेरा लगे हुए थे । इस बारे में वैशाली भी नही जानती थी उसकी मतलब की नही थी तो मैंने भी उसे नहीं बताया था उसे ।
और में अपने मोबाइल में अपने केबिन की फुटेज देखने लगा। और में दंग रह गया । मुझे अब सब समझ आ गया था । और आइना दिखाई दे रही थी मुझे । मेरे कर्म का फल इस तरफ दर्शाया जाएगा मैने कभी नही सोचा था ।
केबिन में वैशाली अकेली नहीं थी उसके साथ एक्सी भी था । उन दोनो की कन्वर्सेशन मुझे क्लियर सुनाई दे रहा था । वैशाली अभी भी पार्टी की सिल्क ट्रांसपेरेंट ब्लैक सारी और ब्लैक स्लीवलेस ब्लाउज में थी । उसकी ब्लाउज दीप कट थी बैक से भी और सामने से भी । केबिन की येलो रोशनी में उसकी गदराया हुआ जिस्म चमक रही थी । बाल खुले मेकअप से हद से ज्यादा उसकी खूबसूरती निखर रही थी आखों ने गहरी काजल इस तरह की उसकी नजरों से आज बुड्ढा भी कायल हो जाए । गले ने मेरे नाम का मंगलसूर्तो मेरे नाम का उसकी मांग ने सिंदूर । एक हाथ में ब्रैंडेड वॉच एक हाथ में ब्रेसलेट कानो में झुमके ।
दोनो की पोजिशन कुछ इस तरह थी । वैशाली केबिन की टेबल पर गांड़ टिकाई खड़ी थी और एक्सी उसके सामने खड़ा उसकी कमर पकड़ रखा था । वैशाली उसके छाती पर हाथ रख कर कुछ विरोध कर रही थी ।
उनकी बाते इस तरह थी ।।।।।
एक्सी " वैशाली आई ट्रूली लव यू। प्लीज एक्सेप्ट माई लव आई लव यू सो मच ।"
वैशाली ना में सर हिला के बोल रही थी " नही एक्सी । डिश इस सो रंग। हमें ये सब नहीं करना चाहिए जो हुआ वो खतम करते है। "
एक्सी वैशाली की कमर कस के पकड़ के वैशाली की चेहरे को चूमने लगता है और कहता है " नो वैशु। कुछ गलत नही हे। जो चल रहा है बोहोत अच्छा चल रहा है। आई लव यूं वैशू। में तुम्हे दिल से प्यार करता हूं "
वैशाली एक्सी को धक्का देती है और फाइल ले कर केबिन से बाहर आने की कशिश करती हे मगर एक्सी उसे पीछे से बाहों में भर कर वैशाली की भाड़ी तंग ब्लाउज में तने हुए चुचियों को मसलने लगता है और वैशाली की खुले कंधे पर चूमने लगता है।
मैने कभी वैशाली को इस तरह मसलते हुए नही देखा और देखा भी तो वो यादें धुंधला हो चुका था । उसकी हाथो से फाइल गिर चुका था । वो मसल उठी थी आंखे बंद कर के पीछे अपना सर एक्सी के छीने पर रख कर सिसक उठी थी " इच्छ्छ। नो एक्सी नो"
पर फिजिकली विरोध जरा भी नही कर रही थी । वैशाली की सारी के पल्लू जमीन पोछने लगी थी । एक्सी खिलाड़ी नजर आ रहा था वो वैशाली की मांचल पेट पंजों में मसल दे रहा था । वैशाली मछली की तरह तड़प उठी थी और आहें भरते हुए घूम के एक्सी चेहरे को पकड़ के होठों से होठों मिला के जीव से जीव मिला कर पागलों की तरह चूम रही थी । और एक्सी उसकी उभरी हुई गोल नितंब मसलते हुए वैशाली की वासना भड़का रहा था ।
में हैरान था की वैशाली एक गोरे के साथ इतना बेकाबू हो सकती है। में दिमाग में ये खयाल आ रहा था ये सब कबसे शुरू हो चुका है । जलन तो साफ हो रही थी कि मेरी बीवी मेरे पीठ पीछे जिस्मानी खेल खेल रही थी हे पराय मर्द के साथ । जबकि मैंने एक बात चित जरिए से उसकी एक अलग तरह अनुमति दी थी ।