20-12-2022, 10:39 PM
उसे में मनाने लगा । उसको मूड में लाने लगा वो भी जल्दी से मूड में आई । उम्र के साथ में ऊपर चढ़ कर धक्के लगाने की दम भी खो दिया । वो खुद ही नाइट गाउन ऊपर कर मेरे लन्ड पर बैठी और धीरे धीरे कमर घुमाने लगी ।
में फिर से वो वीडियो प्ले कर के मोबाइल तकिए पर रख दिया । वैशाली मुझे खा जाने वाली नजरो से घूरने लगी । में हसने लगा " जानू एक बार देख कर लेती रहो देखना बोहोत मजा आयेगा "
" मुझे नही देखना। आपकी शर्म भले ही ना हो पर मेरा हे
। जाओ मुझे नही करना "
वो मेरे ऊपर से हटी और मेरे तरफ पीठ कर के लेट गई । में उसकी जांघो के बीच हाथ ले गया उसकी छुट की बाल बोहोत लंबे हो रखे थे उसे हल्का सा खींच कर मैंने प्यार से बोला " जानू ये साफ कर दूं क्या "
वो मेरा हाथ हटा के कहती है " नही काल । सो जाओ ना आप "
में फिर उसकी छुट की लकीर पर उंगलियां फिराने लगा उसकी छुट गीली थी । वो मना करती पर में उसकी छुट रगड़ता रहा जब तेज तेज रगड़ दिया तो वो बलखाती हुई उठी और में आग में घी डालता हूं " बैशू तुम्हारी बुर में बोहोत आग है। देखो ना कितना पानिया रही थी ""
उसकी सांसे भी तेज चलती है और कहती है " तोह क्या करू जी इसका हम्मम "
में उसकी छुट में तेजी से उंगली करता हुआ बोलता हूं " वैशू तुम्हे ना दमदार चूदाई चाहिए । घंटे भर की तभी तुम्हारी आग बुजेगी । "
" प्लीज फिर से ये सब मत शुरू करो ना "
में वैशाली को अपनी तरफ घुमाया और उसकी आखों में देखते हुए पूछा " वैशू मेरी आंखो में बस एक बात बताओ तुम्हे मन नही करता "
" क्या मन नही करता " वो भी मेरी आंखो में देख कर मेरे चेहरे को थम लेती है दोनो हथेली पर
" चूदने का "
" आप भी ना । चोदते हो आप "
" वो भला चूदाई हे तुम जैसी बड़ी औरत के लिए । 5 मिनिट में ढंग से टिक नही पता हूं । बोलो ना वैशू तुम्हे एक दमदार मर्द की जरूरत नही है बोलो वैशू "
" आप जानते हो । "
" नही आज तुम अपनी मुंह से कहो। में जानना चाहता हूं तुम्हारी दिल की बात वैशू "
वो मुस्कुराई " आप भी ना । मेरी उम्र ही क्या हे अभी । अभी तो औरतों की इच्छा और बढ़ती हे एक्सपीरियंस हो जाती है। आपकी वो पहली वाली चूदाई बोहोत मिस करती हूं । तो क्या करू हमारी किस्मत में यही लिखा है। और दूसरे मर्द की मुझे जरूरत पड़ती तो में आपके साथ क्यू रहती । और रहती भी तो बाहर ढेरों मर्द मिल जाता मुझे । लेकिन बात वो नही है । मेरा मन कभी नही चाहेगा की आपके अलावा कोई दूसरा मर्द मुझे छूये "
" फिर भी । वैशू में चाहता हूं तुम जिस्मानी सुख का ढंग से मजा लो । तुम्हे किसी के साथ मन से या प्यार करने की जरूरत थोरी है। एक बार ट्राई करो। ऐसा करो आज काल कॉल गर्ल की तरह कॉल बॉय जो जिगोलो बोलते हुए उससे बिना छुए कंडोम पहना के सिर्फ लन्ड अन्दर लो । वैशू काम वासना ना इंसान की चिड़चिड़ापन किसी काम में मन नही लगना ये सब प्रोब्लम देती है "
" इससे अच्छा आप ना मेरे लिए डिल्डो ला दो । आप ही अपने हाथो से डाल कर मेरी प्यास बुझाना ।" वो मुस्कुराई
" असली असली होता । फिर भी में ला दूंगा तुम्हे । वैशू भले ही मे तुम्हे दूसरे मर्द के साथ सेक्स करते हुए तुम्हे खुश देखना चाहता हूं पर इसका मतलब ये नही में तुम्हारा इत्ज्जत नही करता परवा नही प्यार नही करता । में कभी तुमसे प्यार करना नही छोड़ूंगा "
वैशाली थोड़ा भावुक हो जाती है और मुझे गले लगाती है" पता हे इसलिए तो आपकी ऐसी बातों को सेहेती हूं । ये आपकी गलती नही है किस्मत ने हमे वो सुख नही दिया तो हम क्या कर सकते है। अच्छा आपको ना एक बात बतानी थी बड़े दिनो से "
" अच्छा बोलो ना "
" वो । रहने दो आप फिर उसका गलत मतलब निकलोगे " वैशाली मुस्कुरा के करवट ले ली
" अरे बताओ ना । प्लीज वैशू अब सुने बिना मुझसे रहा नही जायेगा "
" वो ना । वो एक दिन में मार्केट गई थी । मुझे ना एक लड़का दिखा था। हमारे बच्चे का ही उम्र का होगा । एक दम गोरा चिट्ठा था लंबा था बोहोत हैंडसम । वो ना " वैशाली शर्माने लगी ।
" अरे बोलो । नई दुल्हन की तरह क्यू शर्मा रहे हो "
वैशाली शर्मा कर मुस्कुराने लगी और बोली। " पता नही मुझे क्या हो गया था । उसे देख कर मेरा खयाल ही नही रहा की में लोगो के बीच खड़ी हुई हूं । पता नही क्यू उस लड़के को देखते ही मेरा ना बदन तप उठा । आप विश्वास नही करेंगे ऐसा कभी नही हुआ था मेरे साथ । बीच बाजार में ही गीली हो गई थी । और मैने ना एक वीडियो में देखा था एक औरत की कैसे वो कुर्सी की उल्टी चारो खुटे पर कंडोम चढ़ा के अपनी बुर में लेती है । और घर आ के ना मेरा भी दिमाग घूम गया था और मैने भी बेशरम हो कर हमारी रूम की कुर्सी उल्टी कर के खूंटे पर कंडोम चढ़ा कर एक एक कर चारों खुटो पर उठक बैठक लगाई "
" मजा आया था "
वैशाली मुस्कुराती हुई हा में सर हिलती है।
" अच्छा उस लड़के के बारे में क्या सोच रही थी "
वैशाली शर्माती है" आपको बड़ा मजा आ रहा हे। और क्या सोचना था वोही की वो मुझे कर रहा हे ऐसा । "
" ठीक से बताओ ना एक्जैक्टली क्या सोचा था "
वैशाली मेरे सीने में मुंह छुपाती है और मेरे छीने पर मुक्का मारती हुई कहती हे " आप भी ना । वो मैने सोचा की वो लड़का मुझे पब्लिक टॉयलेट पर ले के गया हे और उसने मुझसे चुसवाया है और । और उसने मेरी चूची जोर जोर से दबाया है। और मेरी टांगें उठा कर आगे से मेरी छूट चोदा है "
" कमीनि तुम तो बड़ी ठरकी निकली मुझसे भी ज्यादा । अच्छा कैसे चोदा हे जोर से या धीरे से । क्या सोचा था " में और चिढ़ाने लगा
वैशाली भी आंखे दिखा के बोली " जोर जोर से । मैने सोचा की वो मेरी छूट चील दे रहा हे और में दर्द से तड़प तड़प के उससे भीख मांग रही थी की धीरे चोदे मुझे । अब खुश । "
में हसने लगा । और कुछ बोलने के लिए मुंह खोला तो वैशाली मेरे मुंह पे हाथ रख के धमकाती है" चुप एकदम चुप " और चपत लगा के मेरे सीने में सो गौ वो ।
में भी उसे बाहों में भर कर सो गया।
में फिर से वो वीडियो प्ले कर के मोबाइल तकिए पर रख दिया । वैशाली मुझे खा जाने वाली नजरो से घूरने लगी । में हसने लगा " जानू एक बार देख कर लेती रहो देखना बोहोत मजा आयेगा "
" मुझे नही देखना। आपकी शर्म भले ही ना हो पर मेरा हे
। जाओ मुझे नही करना "
वो मेरे ऊपर से हटी और मेरे तरफ पीठ कर के लेट गई । में उसकी जांघो के बीच हाथ ले गया उसकी छुट की बाल बोहोत लंबे हो रखे थे उसे हल्का सा खींच कर मैंने प्यार से बोला " जानू ये साफ कर दूं क्या "
वो मेरा हाथ हटा के कहती है " नही काल । सो जाओ ना आप "
में फिर उसकी छुट की लकीर पर उंगलियां फिराने लगा उसकी छुट गीली थी । वो मना करती पर में उसकी छुट रगड़ता रहा जब तेज तेज रगड़ दिया तो वो बलखाती हुई उठी और में आग में घी डालता हूं " बैशू तुम्हारी बुर में बोहोत आग है। देखो ना कितना पानिया रही थी ""
उसकी सांसे भी तेज चलती है और कहती है " तोह क्या करू जी इसका हम्मम "
में उसकी छुट में तेजी से उंगली करता हुआ बोलता हूं " वैशू तुम्हे ना दमदार चूदाई चाहिए । घंटे भर की तभी तुम्हारी आग बुजेगी । "
" प्लीज फिर से ये सब मत शुरू करो ना "
में वैशाली को अपनी तरफ घुमाया और उसकी आखों में देखते हुए पूछा " वैशू मेरी आंखो में बस एक बात बताओ तुम्हे मन नही करता "
" क्या मन नही करता " वो भी मेरी आंखो में देख कर मेरे चेहरे को थम लेती है दोनो हथेली पर
" चूदने का "
" आप भी ना । चोदते हो आप "
" वो भला चूदाई हे तुम जैसी बड़ी औरत के लिए । 5 मिनिट में ढंग से टिक नही पता हूं । बोलो ना वैशू तुम्हे एक दमदार मर्द की जरूरत नही है बोलो वैशू "
" आप जानते हो । "
" नही आज तुम अपनी मुंह से कहो। में जानना चाहता हूं तुम्हारी दिल की बात वैशू "
वो मुस्कुराई " आप भी ना । मेरी उम्र ही क्या हे अभी । अभी तो औरतों की इच्छा और बढ़ती हे एक्सपीरियंस हो जाती है। आपकी वो पहली वाली चूदाई बोहोत मिस करती हूं । तो क्या करू हमारी किस्मत में यही लिखा है। और दूसरे मर्द की मुझे जरूरत पड़ती तो में आपके साथ क्यू रहती । और रहती भी तो बाहर ढेरों मर्द मिल जाता मुझे । लेकिन बात वो नही है । मेरा मन कभी नही चाहेगा की आपके अलावा कोई दूसरा मर्द मुझे छूये "
" फिर भी । वैशू में चाहता हूं तुम जिस्मानी सुख का ढंग से मजा लो । तुम्हे किसी के साथ मन से या प्यार करने की जरूरत थोरी है। एक बार ट्राई करो। ऐसा करो आज काल कॉल गर्ल की तरह कॉल बॉय जो जिगोलो बोलते हुए उससे बिना छुए कंडोम पहना के सिर्फ लन्ड अन्दर लो । वैशू काम वासना ना इंसान की चिड़चिड़ापन किसी काम में मन नही लगना ये सब प्रोब्लम देती है "
" इससे अच्छा आप ना मेरे लिए डिल्डो ला दो । आप ही अपने हाथो से डाल कर मेरी प्यास बुझाना ।" वो मुस्कुराई
" असली असली होता । फिर भी में ला दूंगा तुम्हे । वैशू भले ही मे तुम्हे दूसरे मर्द के साथ सेक्स करते हुए तुम्हे खुश देखना चाहता हूं पर इसका मतलब ये नही में तुम्हारा इत्ज्जत नही करता परवा नही प्यार नही करता । में कभी तुमसे प्यार करना नही छोड़ूंगा "
वैशाली थोड़ा भावुक हो जाती है और मुझे गले लगाती है" पता हे इसलिए तो आपकी ऐसी बातों को सेहेती हूं । ये आपकी गलती नही है किस्मत ने हमे वो सुख नही दिया तो हम क्या कर सकते है। अच्छा आपको ना एक बात बतानी थी बड़े दिनो से "
" अच्छा बोलो ना "
" वो । रहने दो आप फिर उसका गलत मतलब निकलोगे " वैशाली मुस्कुरा के करवट ले ली
" अरे बताओ ना । प्लीज वैशू अब सुने बिना मुझसे रहा नही जायेगा "
" वो ना । वो एक दिन में मार्केट गई थी । मुझे ना एक लड़का दिखा था। हमारे बच्चे का ही उम्र का होगा । एक दम गोरा चिट्ठा था लंबा था बोहोत हैंडसम । वो ना " वैशाली शर्माने लगी ।
" अरे बोलो । नई दुल्हन की तरह क्यू शर्मा रहे हो "
वैशाली शर्मा कर मुस्कुराने लगी और बोली। " पता नही मुझे क्या हो गया था । उसे देख कर मेरा खयाल ही नही रहा की में लोगो के बीच खड़ी हुई हूं । पता नही क्यू उस लड़के को देखते ही मेरा ना बदन तप उठा । आप विश्वास नही करेंगे ऐसा कभी नही हुआ था मेरे साथ । बीच बाजार में ही गीली हो गई थी । और मैने ना एक वीडियो में देखा था एक औरत की कैसे वो कुर्सी की उल्टी चारो खुटे पर कंडोम चढ़ा के अपनी बुर में लेती है । और घर आ के ना मेरा भी दिमाग घूम गया था और मैने भी बेशरम हो कर हमारी रूम की कुर्सी उल्टी कर के खूंटे पर कंडोम चढ़ा कर एक एक कर चारों खुटो पर उठक बैठक लगाई "
" मजा आया था "
वैशाली मुस्कुराती हुई हा में सर हिलती है।
" अच्छा उस लड़के के बारे में क्या सोच रही थी "
वैशाली शर्माती है" आपको बड़ा मजा आ रहा हे। और क्या सोचना था वोही की वो मुझे कर रहा हे ऐसा । "
" ठीक से बताओ ना एक्जैक्टली क्या सोचा था "
वैशाली मेरे सीने में मुंह छुपाती है और मेरे छीने पर मुक्का मारती हुई कहती हे " आप भी ना । वो मैने सोचा की वो लड़का मुझे पब्लिक टॉयलेट पर ले के गया हे और उसने मुझसे चुसवाया है और । और उसने मेरी चूची जोर जोर से दबाया है। और मेरी टांगें उठा कर आगे से मेरी छूट चोदा है "
" कमीनि तुम तो बड़ी ठरकी निकली मुझसे भी ज्यादा । अच्छा कैसे चोदा हे जोर से या धीरे से । क्या सोचा था " में और चिढ़ाने लगा
वैशाली भी आंखे दिखा के बोली " जोर जोर से । मैने सोचा की वो मेरी छूट चील दे रहा हे और में दर्द से तड़प तड़प के उससे भीख मांग रही थी की धीरे चोदे मुझे । अब खुश । "
में हसने लगा । और कुछ बोलने के लिए मुंह खोला तो वैशाली मेरे मुंह पे हाथ रख के धमकाती है" चुप एकदम चुप " और चपत लगा के मेरे सीने में सो गौ वो ।
में भी उसे बाहों में भर कर सो गया।