11-12-2022, 01:55 PM
मामी मटकती हुई गई और बिना ना नुकुर किए वीरू के लंड पर चूत में ले कर बैठ गई तो वीरू बोला " गांड में डाल "
मामी नखरा दिखा के बोली " नही वाहा दर्द होता है प्लीज"
" चुप बात मान नही मनवाने के तरीके हजार है " वीरू धमकी देता है
मामी चिढ़ कर ऊपर हो कर वीरू का लंड पकड़ कर गांड की छेद में टीका के धीरे धीरे बैठती हुई " आहहह प्लीज धीरे धीरे " कहती है
वीरू हंस के बोला " धीरे तेज तू ही करेगी में थोरी करूंगा "
मामी शर्मा के मुंह नीचे कर के वीरू के गले मे बाहें डाल के थोड़ा थोड़ा कर ऊपर नीचे होने लगी और वीरू मामी की फैली हुई गांड दोनो हाथो से पकड़ कर साहारा देने लगा और मसलने भी लगा ।
मामी आहे भरते हुए कुछ बरबराती है और वीरू पूछता है " क्या बोला ठीक से बोल "
मामी कुछ जवाब नही देती तो वीरू मामी की बालों पीछे से खींचते हुए बोला " बोल क्या बोल रही थी ",
मामी दर्द से कहती है " बोहोत अंदर तक गया है । इतना अंदर कभी नही गया "
वीरू मुस्कुराता हुआ पूछता है " क्यू तेरी पति का नही जाता ।बोल कितना बड़ा है तेरे पति का "
मामी मजबूर हो कर बोलती है " आपसे छोटा है "
वीरू हा हा हस्ते हुए मामी का बाल छोड़ कर मामी की गर्दन चूमने लगा मामी भी काफी उत्तेजित थी और वो भी वीरू के सर को पकड़ कर आहे भरती है और कमर गोल गोल घुमाती है ।
वीरू मामी को गोद में उठा के गद्दे पर लिटा के मामी की चूची पर उनका घुटना दबा के पेर अपने कंधे पर ले कर एक करारा झटका मारता है और लंड बाहर निकाल लेता है और सांस खींच कर फिर झटका मारता हे । मामी की चूत में उसका मोटा लंबा लंड पूरा चला जाता है । चूत बोहोत गीली होने की वजह से आवाज भी गूंजती है और मामी दात पिचती हुई चीखती हे ।
वीरू वैसे कुछ झटका मार के पूछा " मजा आया ।"
मामी शर्म हया छोड़ के बोलती है " आहा बोहोत गेहरा जाता है । मीठा दर्द होता है "
वीरू हंस पड़ता है " मीठा दर्द होता है "।।।
मामी को अपनी कही हुई बात पर शर्म आती है लेकिन उसकी भी हल्की सी मुस्कान निकल जाती है ।
वीरू बोला " ऐसे ही चोदू या नॉर्मली चोदते जाऊ"
मामी थोड़ा देर से जवाब देती है धीरे से कहती है " कुछ देर ऐसे करो फिर वैसे "
वीरू के चेहरे पर एक हिंश्रो भाव आता हे और पूरे ताकत से झटके मारता है खींच खींच के । मामी हर झटके पर चिलाती है और एक झटके पर कहती है " आह्ह्ह फट गई मेरी छूट । आह्ह्ह "
वीरू तब कंधे से मामी के पैर उतर के मामी को बाहों में भर के तेजी से चोदने लगा । और कूची लम्हों में उसने अपना वीर्य छोड़ देता है । मामी भी हाफती हुई आंख बंद कर के चैन लेती है ।
वीरू उतरते ही राजेश मामी के ऊपर चढ़ जाता है और मामी उसे गेले लगा के पेर फैला के आहे भरती है । राजेश मामी की चेहरे को चूम के बोला " चल मुझे गाली दे "
मामी आहे भर के कहती है " आह्ह्ह।मुझे गाली नही आती उन्ह्ह्ह।"
तो राजेश कमर उछाल उछाल के बोला " बोल मुझे चोदो "
मामी को शर्म आती हे और शर्माती हुई बोलती है " हांह चोदो "
" ऐसे नही फील कर के बेशर्म हो कर कहो " राजेश बोल कर तेजी से चोदने लगता है
और मामी की भी मस्ती बढ़ जाती है और इस बार कामुकता की स्वर में बोलती है " आन्ह्ह्ह चोदो मुझे चोदो "
" हां ऐसे । मेरा लन्ड पसंद आया तुझे " राजेश ने पूछा
" हा । उन्ह्ह्ह आपके जैसा बड़ा किसको पसंद नही आयेगा " मामी खुल कर जवाब देती है ।
" पहले तो नखरा कर रही थी । अच्छी घर की हूं वगेरा वगैरा अब क्या हुआ " राजेश मामी की आंखों में देख कर जोर से धक्का दे कर लंड दबा के रखता है ।
मामी आंखे बंद कर लेती है ।
" बोल शर्मा क्यू रहा है । अब क्या फायदा शर्मा के तुझे भी मजा आ रहा है तो अच्छे से मजा ले ना " राजेश बोला
" रुको मत " मामी धीरे से जवाब देती है
राजेश चोदना चालू कर देता है । और कहता है " पति ऐसा मजा देता है । "
मामी जवाब ना के राजेश को जोर से अपने बाहों में भींच लेती है । राजेश भी महारथी थी उसने मामी को जज़्बात में बेहकाया । उसने मामी के चेहरे को प्यार से चूम चूम के प्यार झटाया और होंठ भी प्यार से चूसा और कान हल्के काट के प्यार से बोला " बोलो ना मेरी रानी पहले तो नखरा कर रही थी । तेरा पति तुझे ठीक से शांत नही कर पता है ना । "
मामी भी जज़्बात में बेहेक गई और राजेश के कंधे पर मुंह छुपा के दिल की बाते बोल दी " उम्म्ह्ह्ह्ह । मेरी जैसी खेली खाई उम्र की औरतों को आप जैसे बड़े लंड की बोहोत जरूरत है । मेरी ख्वाब थी बड़े लंड की और आज आह्ह्ह । आप दोनो की । उह्ह्ह्ह बोहोत मजा आया । आह्ह्ह्ह चोदो रात भर मुझे उन्ह्ह्ह। अब कुछ नही बोलूंगी । आह्ह्ह आपका चूसूंगी भी । पीछे भी करते दूंगी । चाहो तो दोनों छेद ही फाड़ दो । उन्ह्ह्ह में पागल हो जाऊंगी कसमसे इतना मजा कभी नही आया । आह्ह्ह्ह ।"
राजेश वीरू की तरफ देखता है और दोनो आंखों से इशारे बाजी करता है । वीरू अपना लंड ले कर मामी के पास आता है और मामी खुद वीरू का लंड चूस कर खड़ा कर दिया ।
और वीरू लेट गया उसने मामी को ऊपर बिठाया । मामी को लगा राजेश अब उसकी गांड मारेगा पर राजेश भी चूत में घुसाने लगा । मामी की आंखे बड़ी हो जाती है पर कुछ कहती नही ।
राजेश का लंड घुस नही रहा था उसने जबरदस्ती दबा के थोड़ा घुसा दिया मामी दर्द से सर झटकने लगी । राजेश धक्का दे के और अंदर लंड घुसा देता है और दोनो ने मामी को बीच में बाहों में भर कर चोदने लगता है चूत में दो लंड घुसा के ।
मामी की आंखों 7से आसूं निकल आती है चिल्लाती है पर मामी भी कम नही थी चिल्ला चिल्ला के बोली " आईआईए। ओह। सच में फट गई । उह्ह्ह्ह्ह। ठीक है चोदो चोदो । ओह फाड़ दो । मुझे भी मजा आ रहा है । उन्ग्घ । ओह दर्द हो रहा है । पर मजा भी हे । ठीक है चोदो । कोई बात नई । आह्ह्ह्ह चोदो । हा चोदो ।"
मामी की चूत भी गीली थी थोरी ही देर में उसे आनंद आने लगी । और वैसे ही कुछ देर बाद वीरू और राजेश उसकी चूत में झड़ कर दम लिया ।
मामी गद्दे पर बेहाल पड़ी रही थी और दोनों सरदार कपड़े पहन कर चले गए एक बार भी नही पूछा मामी से की वो ठीक है की नही ।
कुछ देर बाद लाखा आया और मामी को ले गया और फिर मनोहर मुझे अपने तंबू में ले जाता है । पूरी रात मेरे दिमाग में मामी की चुदाई घूम रही थी ।
मामी नखरा दिखा के बोली " नही वाहा दर्द होता है प्लीज"
" चुप बात मान नही मनवाने के तरीके हजार है " वीरू धमकी देता है
मामी चिढ़ कर ऊपर हो कर वीरू का लंड पकड़ कर गांड की छेद में टीका के धीरे धीरे बैठती हुई " आहहह प्लीज धीरे धीरे " कहती है
वीरू हंस के बोला " धीरे तेज तू ही करेगी में थोरी करूंगा "
मामी शर्मा के मुंह नीचे कर के वीरू के गले मे बाहें डाल के थोड़ा थोड़ा कर ऊपर नीचे होने लगी और वीरू मामी की फैली हुई गांड दोनो हाथो से पकड़ कर साहारा देने लगा और मसलने भी लगा ।
मामी आहे भरते हुए कुछ बरबराती है और वीरू पूछता है " क्या बोला ठीक से बोल "
मामी कुछ जवाब नही देती तो वीरू मामी की बालों पीछे से खींचते हुए बोला " बोल क्या बोल रही थी ",
मामी दर्द से कहती है " बोहोत अंदर तक गया है । इतना अंदर कभी नही गया "
वीरू मुस्कुराता हुआ पूछता है " क्यू तेरी पति का नही जाता ।बोल कितना बड़ा है तेरे पति का "
मामी मजबूर हो कर बोलती है " आपसे छोटा है "
वीरू हा हा हस्ते हुए मामी का बाल छोड़ कर मामी की गर्दन चूमने लगा मामी भी काफी उत्तेजित थी और वो भी वीरू के सर को पकड़ कर आहे भरती है और कमर गोल गोल घुमाती है ।
वीरू मामी को गोद में उठा के गद्दे पर लिटा के मामी की चूची पर उनका घुटना दबा के पेर अपने कंधे पर ले कर एक करारा झटका मारता है और लंड बाहर निकाल लेता है और सांस खींच कर फिर झटका मारता हे । मामी की चूत में उसका मोटा लंबा लंड पूरा चला जाता है । चूत बोहोत गीली होने की वजह से आवाज भी गूंजती है और मामी दात पिचती हुई चीखती हे ।
वीरू वैसे कुछ झटका मार के पूछा " मजा आया ।"
मामी शर्म हया छोड़ के बोलती है " आहा बोहोत गेहरा जाता है । मीठा दर्द होता है "
वीरू हंस पड़ता है " मीठा दर्द होता है "।।।
मामी को अपनी कही हुई बात पर शर्म आती है लेकिन उसकी भी हल्की सी मुस्कान निकल जाती है ।
वीरू बोला " ऐसे ही चोदू या नॉर्मली चोदते जाऊ"
मामी थोड़ा देर से जवाब देती है धीरे से कहती है " कुछ देर ऐसे करो फिर वैसे "
वीरू के चेहरे पर एक हिंश्रो भाव आता हे और पूरे ताकत से झटके मारता है खींच खींच के । मामी हर झटके पर चिलाती है और एक झटके पर कहती है " आह्ह्ह फट गई मेरी छूट । आह्ह्ह "
वीरू तब कंधे से मामी के पैर उतर के मामी को बाहों में भर के तेजी से चोदने लगा । और कूची लम्हों में उसने अपना वीर्य छोड़ देता है । मामी भी हाफती हुई आंख बंद कर के चैन लेती है ।
वीरू उतरते ही राजेश मामी के ऊपर चढ़ जाता है और मामी उसे गेले लगा के पेर फैला के आहे भरती है । राजेश मामी की चेहरे को चूम के बोला " चल मुझे गाली दे "
मामी आहे भर के कहती है " आह्ह्ह।मुझे गाली नही आती उन्ह्ह्ह।"
तो राजेश कमर उछाल उछाल के बोला " बोल मुझे चोदो "
मामी को शर्म आती हे और शर्माती हुई बोलती है " हांह चोदो "
" ऐसे नही फील कर के बेशर्म हो कर कहो " राजेश बोल कर तेजी से चोदने लगता है
और मामी की भी मस्ती बढ़ जाती है और इस बार कामुकता की स्वर में बोलती है " आन्ह्ह्ह चोदो मुझे चोदो "
" हां ऐसे । मेरा लन्ड पसंद आया तुझे " राजेश ने पूछा
" हा । उन्ह्ह्ह आपके जैसा बड़ा किसको पसंद नही आयेगा " मामी खुल कर जवाब देती है ।
" पहले तो नखरा कर रही थी । अच्छी घर की हूं वगेरा वगैरा अब क्या हुआ " राजेश मामी की आंखों में देख कर जोर से धक्का दे कर लंड दबा के रखता है ।
मामी आंखे बंद कर लेती है ।
" बोल शर्मा क्यू रहा है । अब क्या फायदा शर्मा के तुझे भी मजा आ रहा है तो अच्छे से मजा ले ना " राजेश बोला
" रुको मत " मामी धीरे से जवाब देती है
राजेश चोदना चालू कर देता है । और कहता है " पति ऐसा मजा देता है । "
मामी जवाब ना के राजेश को जोर से अपने बाहों में भींच लेती है । राजेश भी महारथी थी उसने मामी को जज़्बात में बेहकाया । उसने मामी के चेहरे को प्यार से चूम चूम के प्यार झटाया और होंठ भी प्यार से चूसा और कान हल्के काट के प्यार से बोला " बोलो ना मेरी रानी पहले तो नखरा कर रही थी । तेरा पति तुझे ठीक से शांत नही कर पता है ना । "
मामी भी जज़्बात में बेहेक गई और राजेश के कंधे पर मुंह छुपा के दिल की बाते बोल दी " उम्म्ह्ह्ह्ह । मेरी जैसी खेली खाई उम्र की औरतों को आप जैसे बड़े लंड की बोहोत जरूरत है । मेरी ख्वाब थी बड़े लंड की और आज आह्ह्ह । आप दोनो की । उह्ह्ह्ह बोहोत मजा आया । आह्ह्ह्ह चोदो रात भर मुझे उन्ह्ह्ह। अब कुछ नही बोलूंगी । आह्ह्ह आपका चूसूंगी भी । पीछे भी करते दूंगी । चाहो तो दोनों छेद ही फाड़ दो । उन्ह्ह्ह में पागल हो जाऊंगी कसमसे इतना मजा कभी नही आया । आह्ह्ह्ह ।"
राजेश वीरू की तरफ देखता है और दोनो आंखों से इशारे बाजी करता है । वीरू अपना लंड ले कर मामी के पास आता है और मामी खुद वीरू का लंड चूस कर खड़ा कर दिया ।
और वीरू लेट गया उसने मामी को ऊपर बिठाया । मामी को लगा राजेश अब उसकी गांड मारेगा पर राजेश भी चूत में घुसाने लगा । मामी की आंखे बड़ी हो जाती है पर कुछ कहती नही ।
राजेश का लंड घुस नही रहा था उसने जबरदस्ती दबा के थोड़ा घुसा दिया मामी दर्द से सर झटकने लगी । राजेश धक्का दे के और अंदर लंड घुसा देता है और दोनो ने मामी को बीच में बाहों में भर कर चोदने लगता है चूत में दो लंड घुसा के ।
मामी की आंखों 7से आसूं निकल आती है चिल्लाती है पर मामी भी कम नही थी चिल्ला चिल्ला के बोली " आईआईए। ओह। सच में फट गई । उह्ह्ह्ह्ह। ठीक है चोदो चोदो । ओह फाड़ दो । मुझे भी मजा आ रहा है । उन्ग्घ । ओह दर्द हो रहा है । पर मजा भी हे । ठीक है चोदो । कोई बात नई । आह्ह्ह्ह चोदो । हा चोदो ।"
मामी की चूत भी गीली थी थोरी ही देर में उसे आनंद आने लगी । और वैसे ही कुछ देर बाद वीरू और राजेश उसकी चूत में झड़ कर दम लिया ।
मामी गद्दे पर बेहाल पड़ी रही थी और दोनों सरदार कपड़े पहन कर चले गए एक बार भी नही पूछा मामी से की वो ठीक है की नही ।
कुछ देर बाद लाखा आया और मामी को ले गया और फिर मनोहर मुझे अपने तंबू में ले जाता है । पूरी रात मेरे दिमाग में मामी की चुदाई घूम रही थी ।