11-12-2022, 01:55 PM
नाचते नाचते ही दोनो सरदार ने मनोहर से इशारा किया और मोनोहोर समझ गए और वो बोला " जिसको चाहे ले सकते है एक । दो बुकिंग हे"
एक सरदार बोला " चलेगा"
और उसने मेरी मामी का हाथ पकड़ के बोला " ये माल ज्यादा गर्म है "
तो मोनोहोर और लाखा ने मां और चाची को तंबू से बाहर ले गया । और जाते जाते मनोहर मेरी तरफ इशारा कर के बोला " हमारा ये आदमी यही रहेगा कुछ नही करेगा बस पेहरा देगा "
मेरे वाहा होने से दोनो सरदारों को कोई दिक्कत नही थी
। तंबू के अंदर गाना अब भी बज रहा था । मामी उनके पेड़ो में गिर के रोटी हुई बोली " दया करो मुझेपे। में अच्छी घर की औरत हूं । इनलोगो ने हमे बंदी बना के रखा है । प्लीज हमारी मदद करो आपलोग भले आदमी लग रहे हो "
पर उस जगह पर उस माहौल पर कोई भी हवसी होता । एक सरदार हास के बोला " तो हमे क्या । कभी कबर बाहर की मूली भी खानी चाहिए पति का मुली खा के बोर नहीं हुई क्या तू "
दोनो सरदार हवस की ऊंचाई में नशे में होश खो कर जोश में थे । दोनो सरदार ने कपड़े उतार के नंगे हो गए । में हैरान आचार्य था की किसी का इतना बड़ा लंड भी होता है।
एक सरदार ने मामी की बाल कस के पकड़ा और घुटनों पे बैठ कर अपना बड़ा लंड मामि की मुंह में ठूंस के चुसवाने लगा और दूसरा नीचे बैठ कर मामी की बड़े बड़े चूसे दोनो हाथो से मसलते हुए मामी की गोरी पीठ कंधा चाटने लगा और बोला " सुखी पाजी माल बोहोत तगड़ा है। दो क्या दस ले सकती है पूरा हैवी माल है"
लंड चुसवाता हुआ सरदार बोला " इसलिए तो इसे सेलेक्ट किया बीरू पाजी। गांड देख रांड की मसल दाल ऐसा माल लाखो दे के भी नही मिलता। फ्री में मिला है आज तो लगता है बड़े घर की है। मजा आयेगा "
राजेश नाम का सरदार मामी के मुंह में जबरदस्ती लंड ठूस ठूस के चुसवा रहा था और मामी के मुंह से लार टपक रही थी आंखो में तकलीफ चेहरा लाल पड़ गया था । कुछ देर जबरदस्ती उसने लंड चुसवा के मामी को घोड़ी बनाया और पीछे से मामी की चूत पे लंड डाल के चोदने लगा और वीरू मामी के मुंह के नीचे बैठ कर मामी का सर पकड़ कर लंड चुसवाने लगा । मामी की आंखो से आसूं बेहटे जा रही थी ।
एक बार राजेश जोर से धक्का मार के मामी की गांड पर थप्पर मार के बोला " साली मक्खन हे एक दम । बोहोत गर्म है"
मामी दर्द से कराह उठी और मुंह से लंड निकाल कर सांस लेने के लिए थोड़ा सर ऊपर उठाई तो वीरू ने मामी के गाल पर थप्पड़ मार कर बोला " साली चूस वरना फाड़ देंगे "
मामी दर गई उसके धमकी से और बेबस हो कर उसका लंड चूसने लगी । में बैठा बैठा देख रहा था और मामी के लिए दुख अनुभव करने के अलावा कुछ नही सोच पा रहा था ।
कुछ देर बाद वीरू बोला " पाजी लोहरिया बना "
राजेश हट गया और मामी की बालों से खींचते हुए वीरू के लंड पर बैठने को कहा " चल बैठ "
मामी दर्द से मजबूर हो कर वीरू का मोटा लंड पकड़ के अपनी रसीली फूली हुई चूत पर टिका के बैठ गई लेकिन इस बार मामी के मुंह से हल्की आह निकली तो वीरू हस के बोला " क्या मजा आया तेरे पति का ऐसा है । "
मामी मुंह फेर लेती है । और राजेश मामी की बड़ी गांड पर थप्पड़ मकर के बोला " चल आगे झुक साली "
वीरू ने मामी को अपने ऊपर खींच लिया और वीरू पीछे से पोजिशन ले कर मामी की गांड के छेद पर थूक लगाने लगा । मामी खोफज्तादा हो कर चिल्लाने लगी " नही नही वाहा नही। प्लीज हाथ जोड़ती हूं वहा नही प्लीज "
पर राजेश मामी की गांड के छेद पर लंड टीका के धक्का मरा । मैं देख नही पा रहा था मामी के गांड पर कितना लंड घुसा ही पर मामी बकरी की तरह चिल्ला उठी " आह्घ्ह नही निकालो "
वीरू जबरदस्ती मामी की होंठ चूसने लगा चेहरा पकड़ के और राजेश मामी की कमर पकड़ कर चोदने लगा और बोल रहा था " साली घर का ही पीयर माल हे टाईट है साली । मजा आ गया "
मामी को तकलीफ हो रही थी मुट्ठी कस रही थी । लेकिन मामी की भाड़ी बदन से दबने के कारण वीरू हिल भी नहीं पा रहा था तो वो मामी की जांघ पर मार के बोला " चल थोड़ा घुटने ऊपर कर "
मामी रोटी हुई कहती है " प्लीज निकालो ना । प्लीज " पर मामी घुटने मोड़ के थोड़ी वीरू को धक्के मारने के लिए सुविधा कर देती है ।
" चुप कर रांड " वीरू ऐसा बोल के नीचे से धक्के लगाने शुरू कर देता है ।
राजेश तो मामी की मुंह से दर्द भरी कराह सुन के अपनी मर्दानगी की अहेंगकार में जोर जोर से झटके मार रहा ।
कुछ दस मिनिट बाद वीरू बोला " राजेश पाजी तू नीचे आ । "
राजेश हाट जाता है और किसी कटपुतली की तरह मामी को उठा कर राजेश नीचे और वीरू ऊपर से चूत और गांड दोनों एक साथ चोदने लगता है ।
मैने देखा मामी कराहते कराहते राजेश की कंधे पर सर रख देती है और " आआह्ह । आन्ह्ह्ह । ओहहह । उई माहहह । आईयाहह्ह । ओह " करती रहती है दोनो सरदार के हर धक्के के साथ ।
" अब मजा आ रहा है रांड को । चोद साली को पाजी पेल दे । कहा था ना बोहोत गर्म माल है । रेखा कैसे अब मजे ले रही है " वीरू बोला
राजेश मामी की बाल पकड़ कर सर ऊपर उठता है और मामी से पूछता ही " क्यू रे मजा आ रहा है रांड । अभी तक चीख रही थी । साली बोल दो दो ले के मजा आ रहा है "
मामी कोई जवाब नही देती और आंख बंद कर के सिसकरिया लेती रहती है । और ऐसे ही कुछ देर के बाद दोनो फिर पोजिशन चेंज करता है ।
मामी की सांसें फूल रही थी उसके चेहरे की कामुकता और कामुक आहे से साफ पता चल रहा था की मामी सरदारों की आगे पीछे से चुदाई करवा के मस्ती में झूल रही है । मुझे अब गुस्सा आने लगा था । मनोहर की कही बात दिमाग में घूमने लगा " तीनों रांड है बास फर्क इतना है कि चार दिवारी के अंदर रंदीपना दिखाती है । " पहले मां और अब मामी ।
में सोच सोच के पागल हो रहा था कि सच में इतनी आग है क्या । अपने पति क्या एक दूसरे की पति से भी चुदवाती ही हे । जब चाहे मजे तो करती ही होगी फिर भी । हां अगर कोई महीनों से नही किया है तो बेहैकने को मजबुर होना लाजमी है ।
अब तक दोनो सरदार आधे घंटे से लगे । राजेश बोला " रुको मैं थोड़ा आराम करता हूं "
राजेश नीचे से निकल गया लेकिन वीरू अब पीछे से घुटनों पर खड़े हो के मामी की गांड से लंड निकाल कर चूत मे डाल कर चोदने लगा ।
और वीरू मामी की चूचियों के नीचे मुंह घुसा दिया और दोनों चूचियां दोनो हाथो से पकड़ा " साला क्या बड़े बड़े हे " और चूसने लगा ।
मामी मस्ती में तरप उठी " उफ्फ ऊऊऊऊ ।"
" मजा आ रहा है रांड " राजेश ने पूछा
मामी कोई जवाब नही देती तो राजेश जोर से झटका मार के पूछता हे " साली बोल "
और ठीक उसी समय वीरू भी मामी की निपल जोर से काट लेता है और मामी बिलबिला के चिल्लाती है " आहहहहहह हाहन्हह आ रहा है "
वीरू फिर आराम से मजे ले कर चूसते रेहता है और राजेश भी मस्त आनंद ले कर चूत मार रहा होता है और फिर पूछता है " चूत बोहोत गीली हो गई है पोट्टी । जोर से मारू क्या "
मामी झट से राजेश की तरफ गार्डन घुमा के कहती है " नही "
वीरू मुंह से निपल निकाल के पूछा मामी से " क्यू । इतनी भी टाईट नेही हे तेरी कुंवारी लड़की की तरह जोर से तुझे भी मजा आयेगा । कहो तो चूत में एकसाथ दो डाल दूं "
मामी सिसकारियां मारती रहती है पर जवाब नही देती । तो वीरू फिर बोला " बोल नही तो तेरी चूची की अंगूर दातों से काट के तोड़ दूंगा "
मामी दर गई और बोली " नही धीरे धीरे करो फट जायेगा "
मामी मासूमियत से नर्मी से बोली तो दोनो हसने लगे
। राजेश बोला " फटने के लिए ही तो बना है " और जोर जोर से तेज़ी से चोदने लगा
मामी भी तेजी से आहे भरने लगी । और राजेश मामी की चूत में झड़ गया । राजेश कुछ पल रुक कर शांति ले कर बोला " आह मजा आ गया "
वीरू चेयर पर बैठ कर मामी को बुलाया " चल बैठ आजा "
मामी खड़ी हुई और पहली बार मेरी तरफ देखा और में सर झुका लिया दर सा लगा की कही पहचान ना ले ।
एक सरदार बोला " चलेगा"
और उसने मेरी मामी का हाथ पकड़ के बोला " ये माल ज्यादा गर्म है "
तो मोनोहोर और लाखा ने मां और चाची को तंबू से बाहर ले गया । और जाते जाते मनोहर मेरी तरफ इशारा कर के बोला " हमारा ये आदमी यही रहेगा कुछ नही करेगा बस पेहरा देगा "
मेरे वाहा होने से दोनो सरदारों को कोई दिक्कत नही थी
। तंबू के अंदर गाना अब भी बज रहा था । मामी उनके पेड़ो में गिर के रोटी हुई बोली " दया करो मुझेपे। में अच्छी घर की औरत हूं । इनलोगो ने हमे बंदी बना के रखा है । प्लीज हमारी मदद करो आपलोग भले आदमी लग रहे हो "
पर उस जगह पर उस माहौल पर कोई भी हवसी होता । एक सरदार हास के बोला " तो हमे क्या । कभी कबर बाहर की मूली भी खानी चाहिए पति का मुली खा के बोर नहीं हुई क्या तू "
दोनो सरदार हवस की ऊंचाई में नशे में होश खो कर जोश में थे । दोनो सरदार ने कपड़े उतार के नंगे हो गए । में हैरान आचार्य था की किसी का इतना बड़ा लंड भी होता है।
एक सरदार ने मामी की बाल कस के पकड़ा और घुटनों पे बैठ कर अपना बड़ा लंड मामि की मुंह में ठूंस के चुसवाने लगा और दूसरा नीचे बैठ कर मामी की बड़े बड़े चूसे दोनो हाथो से मसलते हुए मामी की गोरी पीठ कंधा चाटने लगा और बोला " सुखी पाजी माल बोहोत तगड़ा है। दो क्या दस ले सकती है पूरा हैवी माल है"
लंड चुसवाता हुआ सरदार बोला " इसलिए तो इसे सेलेक्ट किया बीरू पाजी। गांड देख रांड की मसल दाल ऐसा माल लाखो दे के भी नही मिलता। फ्री में मिला है आज तो लगता है बड़े घर की है। मजा आयेगा "
राजेश नाम का सरदार मामी के मुंह में जबरदस्ती लंड ठूस ठूस के चुसवा रहा था और मामी के मुंह से लार टपक रही थी आंखो में तकलीफ चेहरा लाल पड़ गया था । कुछ देर जबरदस्ती उसने लंड चुसवा के मामी को घोड़ी बनाया और पीछे से मामी की चूत पे लंड डाल के चोदने लगा और वीरू मामी के मुंह के नीचे बैठ कर मामी का सर पकड़ कर लंड चुसवाने लगा । मामी की आंखो से आसूं बेहटे जा रही थी ।
एक बार राजेश जोर से धक्का मार के मामी की गांड पर थप्पर मार के बोला " साली मक्खन हे एक दम । बोहोत गर्म है"
मामी दर्द से कराह उठी और मुंह से लंड निकाल कर सांस लेने के लिए थोड़ा सर ऊपर उठाई तो वीरू ने मामी के गाल पर थप्पड़ मार कर बोला " साली चूस वरना फाड़ देंगे "
मामी दर गई उसके धमकी से और बेबस हो कर उसका लंड चूसने लगी । में बैठा बैठा देख रहा था और मामी के लिए दुख अनुभव करने के अलावा कुछ नही सोच पा रहा था ।
कुछ देर बाद वीरू बोला " पाजी लोहरिया बना "
राजेश हट गया और मामी की बालों से खींचते हुए वीरू के लंड पर बैठने को कहा " चल बैठ "
मामी दर्द से मजबूर हो कर वीरू का मोटा लंड पकड़ के अपनी रसीली फूली हुई चूत पर टिका के बैठ गई लेकिन इस बार मामी के मुंह से हल्की आह निकली तो वीरू हस के बोला " क्या मजा आया तेरे पति का ऐसा है । "
मामी मुंह फेर लेती है । और राजेश मामी की बड़ी गांड पर थप्पड़ मकर के बोला " चल आगे झुक साली "
वीरू ने मामी को अपने ऊपर खींच लिया और वीरू पीछे से पोजिशन ले कर मामी की गांड के छेद पर थूक लगाने लगा । मामी खोफज्तादा हो कर चिल्लाने लगी " नही नही वाहा नही। प्लीज हाथ जोड़ती हूं वहा नही प्लीज "
पर राजेश मामी की गांड के छेद पर लंड टीका के धक्का मरा । मैं देख नही पा रहा था मामी के गांड पर कितना लंड घुसा ही पर मामी बकरी की तरह चिल्ला उठी " आह्घ्ह नही निकालो "
वीरू जबरदस्ती मामी की होंठ चूसने लगा चेहरा पकड़ के और राजेश मामी की कमर पकड़ कर चोदने लगा और बोल रहा था " साली घर का ही पीयर माल हे टाईट है साली । मजा आ गया "
मामी को तकलीफ हो रही थी मुट्ठी कस रही थी । लेकिन मामी की भाड़ी बदन से दबने के कारण वीरू हिल भी नहीं पा रहा था तो वो मामी की जांघ पर मार के बोला " चल थोड़ा घुटने ऊपर कर "
मामी रोटी हुई कहती है " प्लीज निकालो ना । प्लीज " पर मामी घुटने मोड़ के थोड़ी वीरू को धक्के मारने के लिए सुविधा कर देती है ।
" चुप कर रांड " वीरू ऐसा बोल के नीचे से धक्के लगाने शुरू कर देता है ।
राजेश तो मामी की मुंह से दर्द भरी कराह सुन के अपनी मर्दानगी की अहेंगकार में जोर जोर से झटके मार रहा ।
कुछ दस मिनिट बाद वीरू बोला " राजेश पाजी तू नीचे आ । "
राजेश हाट जाता है और किसी कटपुतली की तरह मामी को उठा कर राजेश नीचे और वीरू ऊपर से चूत और गांड दोनों एक साथ चोदने लगता है ।
मैने देखा मामी कराहते कराहते राजेश की कंधे पर सर रख देती है और " आआह्ह । आन्ह्ह्ह । ओहहह । उई माहहह । आईयाहह्ह । ओह " करती रहती है दोनो सरदार के हर धक्के के साथ ।
" अब मजा आ रहा है रांड को । चोद साली को पाजी पेल दे । कहा था ना बोहोत गर्म माल है । रेखा कैसे अब मजे ले रही है " वीरू बोला
राजेश मामी की बाल पकड़ कर सर ऊपर उठता है और मामी से पूछता ही " क्यू रे मजा आ रहा है रांड । अभी तक चीख रही थी । साली बोल दो दो ले के मजा आ रहा है "
मामी कोई जवाब नही देती और आंख बंद कर के सिसकरिया लेती रहती है । और ऐसे ही कुछ देर के बाद दोनो फिर पोजिशन चेंज करता है ।
मामी की सांसें फूल रही थी उसके चेहरे की कामुकता और कामुक आहे से साफ पता चल रहा था की मामी सरदारों की आगे पीछे से चुदाई करवा के मस्ती में झूल रही है । मुझे अब गुस्सा आने लगा था । मनोहर की कही बात दिमाग में घूमने लगा " तीनों रांड है बास फर्क इतना है कि चार दिवारी के अंदर रंदीपना दिखाती है । " पहले मां और अब मामी ।
में सोच सोच के पागल हो रहा था कि सच में इतनी आग है क्या । अपने पति क्या एक दूसरे की पति से भी चुदवाती ही हे । जब चाहे मजे तो करती ही होगी फिर भी । हां अगर कोई महीनों से नही किया है तो बेहैकने को मजबुर होना लाजमी है ।
अब तक दोनो सरदार आधे घंटे से लगे । राजेश बोला " रुको मैं थोड़ा आराम करता हूं "
राजेश नीचे से निकल गया लेकिन वीरू अब पीछे से घुटनों पर खड़े हो के मामी की गांड से लंड निकाल कर चूत मे डाल कर चोदने लगा ।
और वीरू मामी की चूचियों के नीचे मुंह घुसा दिया और दोनों चूचियां दोनो हाथो से पकड़ा " साला क्या बड़े बड़े हे " और चूसने लगा ।
मामी मस्ती में तरप उठी " उफ्फ ऊऊऊऊ ।"
" मजा आ रहा है रांड " राजेश ने पूछा
मामी कोई जवाब नही देती तो राजेश जोर से झटका मार के पूछता हे " साली बोल "
और ठीक उसी समय वीरू भी मामी की निपल जोर से काट लेता है और मामी बिलबिला के चिल्लाती है " आहहहहहह हाहन्हह आ रहा है "
वीरू फिर आराम से मजे ले कर चूसते रेहता है और राजेश भी मस्त आनंद ले कर चूत मार रहा होता है और फिर पूछता है " चूत बोहोत गीली हो गई है पोट्टी । जोर से मारू क्या "
मामी झट से राजेश की तरफ गार्डन घुमा के कहती है " नही "
वीरू मुंह से निपल निकाल के पूछा मामी से " क्यू । इतनी भी टाईट नेही हे तेरी कुंवारी लड़की की तरह जोर से तुझे भी मजा आयेगा । कहो तो चूत में एकसाथ दो डाल दूं "
मामी सिसकारियां मारती रहती है पर जवाब नही देती । तो वीरू फिर बोला " बोल नही तो तेरी चूची की अंगूर दातों से काट के तोड़ दूंगा "
मामी दर गई और बोली " नही धीरे धीरे करो फट जायेगा "
मामी मासूमियत से नर्मी से बोली तो दोनो हसने लगे
। राजेश बोला " फटने के लिए ही तो बना है " और जोर जोर से तेज़ी से चोदने लगा
मामी भी तेजी से आहे भरने लगी । और राजेश मामी की चूत में झड़ गया । राजेश कुछ पल रुक कर शांति ले कर बोला " आह मजा आ गया "
वीरू चेयर पर बैठ कर मामी को बुलाया " चल बैठ आजा "
मामी खड़ी हुई और पहली बार मेरी तरफ देखा और में सर झुका लिया दर सा लगा की कही पहचान ना ले ।