11-12-2022, 01:53 PM
मनोहर ने मां की हाथो से कपड़े सीन लिए । तब मां गुस्से मे बोली "अब क्या चाहिए । अब तो जाने दो "
मनोहर ने एक थप्पड़ से मां को बिस्तर पर गिरा दिया और बोला " रांड तेरी तो रात भर चुदाई होगी । चूत बोहोत टाइट है इसे आज भोसड़ा बनाना है"
मां रो रो कर हाथ जोर के भीख मांगने लगी " प्लीज जाने दो मुझे प्लीज"
पर मनोहर मां की ऊपर चढ़ कर फिर मां को चूमने चाटने लगा । मां को उल्टा लिटा कर मां की चिकनी गोरी पीठ चाटने लगा और नीचे चड़कते हुए मां की उभरी हुई गोल गोल गांड पर मुंह धंस कर सायेद मां कि गांड की छेद चाट रहा था । जो मुझे दिखाई नही पड़ रहा था एंगल से ।
मां अब रोने के अलावा कर भी क्या सकती थी । मां की बेबसी पर बड़ा दुख हो रहा था मुझे पर मे क्या करू मेरे आंखों से भी अब आसूं सुख चुके थे । सहन सकती खत्म हो कर मैंने एक बार आलमारी से निकलने के लिए भी सोचा पर निकल नही पाऊंगा क्यू की बहार से लॉक था अगर जरा भी आवाज की तो साएद मुसीबत ही हो जाए और हो सकता है मां को शर्म आ जाय जो वो बर्दास्त ना कर पाए।
मैने देखा मनोहर का अब खड़ा नहीं हो रहा है लुड़क चुका था उसका लंड और वो मां की टांगे फैला कर मां की चूत को चाट रहा था जीव पूरा बाहर निकाल कर चाट रहा था ।
मैने ध्यान दिया की वो करीब 15 मिनिट से मां की चूत चाट रहा है और अब उंगली कर के मां की चूत की दाने जीव से चाटने लगा । धीरे धीरे मां का रोना अब कम होने लगा और कुछ 15 मिनिट के बाद एक दम चुप चाप लेटी रही मूंह अपने हाथो से धक कर वो भी कितना रोटी आसू भी एक वक्त पर सुख ही जाते है।
लेकिन तब भी मनोहर चूसे जा रहा था और तब जा के उसके लंड पर तनाव आना चुरू हुआ और वो मां की टांगे पकड़ के मां की चूत पर अपना लंड रगड़ के लंड खड़ा करने लगा और मां थक हार कर बेजान हो कर पड़ी रही । उसे समझ आ गई थी की मनोहर को रोक के कोई फायदा नही उल्टा मार ही खाना है।
और जब मनोहर का लंड खड़ा हुआ तो उसने धीरे से मां की चुत में लंड डाल कर धीरे धीरे चोदने लगा इस बार मां की दोनो टांगे पकड़ के घूतने मोड़ के बैठे बैठे चोदने लगा । वो इस बार अलग तरह से लुफ्त उठा रहा था आंखे बंद कर के आनंद ले रहा था । और इस बार ज्यादा देर टिका भी नही 5 मिनिट में झाड़ गया ।
और तभी लाखा आ गया । मां तो हैरान हो गई सो अलग में भी हैरान रह गया । की ये क्यू यहा। लेकिन और हैरान कर देने वाली बात थी की वो खाली बदन था सिर्फ पेंट पहना हुआ । उसके काले सख्त बदन पर बाल ही बाल मूचे तो थे ही बड़े बड़े । भले ही मसल नही था पर लंबा और सख्त बलिस्थ शरीर का साइड 30 के आस पास की उम्र का था ।
मां शर्म से अपने आपको ढकने की कशिश करने लगी ।
" ओह लाखा सही समय पर आया तू। ले संभाल रांड को मजे कर बोहोत गर्म माल हे । " ऐसा बोल कर मोनोहोर उठ गया
में ये सुन के हैरान रह गया की ये कमीना अब मां को चोदने वाला है ये जंगली जानवर काला भद्दा इंसान जो पसीने से गंदा हो रखा है।
मां बिलख बिलख के रो रो कर बोली " नही नही मुझे इस हैवान के साथ मत चोपो प्लीज" मां मनोहर के आगे हाथ जोड़ने लगी ।
मनोहर ने मां को थप्पड़ मार कर बोला " चुप रांड। "
और लाखा ने भी मां को बिस्तर पर पटक कर मां की जिस्म को भूखे भेड़िए की तरह मसलते हुए चूसने लगा । और जोर जोर से मां की चूचियां दोनो हाथों से दबच के चूसने लगा । उसके चूसने की आवाज गूंज उठी थी जैसे गुब्बारे को चूस रहा है और मां तड़प तड़प कर हाथ पेड़ मार रही थी रो रही थी ।
" प्लीज मत करो ऐसा हाथ जोड़ती हूं । क्या नाम है आपका जी सुनिए जी प्लीज इसे बचाइए मुझे प्लीज" मां मनोहर से मदद मांग रही थी ।
पर मनोहर कच्चे में ही सिगार पीते हुए बाहर निकल गया और लाखा मां की बदन चूम चाट कर बोल रहा था " साली ऐसी गोरी चिकनी माल जिंदगी में नही सखा । आज तो मजा आयेगा रात भर चोदूंगा रे रानी तुझे "
चाहे मां कितना भी हाथ पाओ मारे लाखा के ताकत के आगे मां कुछ नही कर पा रही थी । मैने देखा मां की चूचियां बुरी तरह से निशान पड़ गए है दातों के उंगलियों के निशान । लाखा काफी उतावला हो रहा था उसने अपना खाकी पेंट उतर दिया। लाखा पूरी तैयारी के साथ आया था उसने अंदर कच्चा नही पहना था । पर उसका लहराता हुआ फंफनते हुए लंड को देख कर मेरी हवा निकल गई साएद मां भी दर गई होगी।
किसी पोर्न मूवी की तरह काले निग्रो की तरह घोड़े जैसे काले लंड थे उसके । और उसने आओ देखा ना ताओ उसने मां की टांगे कंधे पर रखी और लंड पकड़ के मां की चूत पर निशाना साधा और एक झटके में अपना मोटा हद से ज्यादा लंबा लंड एक झटके में घुसा दिया ।
मां बिलबिला उठी सर ऊपर कर पटकने लगी पर जरा भी आवाज नही की । लाखा अपना लंड पूरा निकाल लेता अपने सुपाड़े तक और खटिए पर हाथ रख कर जोर से झटका मारता खींच कर एक पल रुकता फिर झटका मारता दात पिछते हुए । वो मां को ज्यादा से ज्यादा दर्द देने की कशिश कर रहा था ।
पर मां भी कम नही थी एक चींख तक नही निकाली पर मां जो दात पिच के आंखे भींच कर सर पटक रही थी और लाखा की छाती पर हाथ रख कर धकेलने की कशिश कर रही थी उससे पता चल रहा था की मां को बोहोत तकलीफ हो रही हे।
लाखा हर झटके पे मां से पूछता
" सुना है तू बोहोत बड़ी रांड है"
" कभी लिया है ऐसा हलवाई लौड़ा हेन्हह"
" ले साली ले । चूत तो बोहोत गर्म है तेरी "
" अपने ही ससुर से मरवाती है रांड ।"
" ले ये ले साली ले मेरा लौड़ा "
मां तड़प रही थी और कट्टर धुवाधार चुदाई देख कर मेरा दिल फटा जा रहा था में उपलब्ध कर पा रहा था मां को कितना तकलीफ हो रहा है
कुछ 10 मिनिट तक लाखा मां से गंदी गंदी बाते गाली दे कर मां की चूत में बेदर्दी से चोदा जो एक एक पल रुक कर सांस खींच कर झटके दिए । और फिर मां टांगे अपने कंधे से उतारे और अपना लंड भी निकाला और ढेर सारा थूक मां की चूत पर लगाया । अब मां हाफ रही थी और चैन की सांस ले रही थी ।
मनोहर ने एक थप्पड़ से मां को बिस्तर पर गिरा दिया और बोला " रांड तेरी तो रात भर चुदाई होगी । चूत बोहोत टाइट है इसे आज भोसड़ा बनाना है"
मां रो रो कर हाथ जोर के भीख मांगने लगी " प्लीज जाने दो मुझे प्लीज"
पर मनोहर मां की ऊपर चढ़ कर फिर मां को चूमने चाटने लगा । मां को उल्टा लिटा कर मां की चिकनी गोरी पीठ चाटने लगा और नीचे चड़कते हुए मां की उभरी हुई गोल गोल गांड पर मुंह धंस कर सायेद मां कि गांड की छेद चाट रहा था । जो मुझे दिखाई नही पड़ रहा था एंगल से ।
मां अब रोने के अलावा कर भी क्या सकती थी । मां की बेबसी पर बड़ा दुख हो रहा था मुझे पर मे क्या करू मेरे आंखों से भी अब आसूं सुख चुके थे । सहन सकती खत्म हो कर मैंने एक बार आलमारी से निकलने के लिए भी सोचा पर निकल नही पाऊंगा क्यू की बहार से लॉक था अगर जरा भी आवाज की तो साएद मुसीबत ही हो जाए और हो सकता है मां को शर्म आ जाय जो वो बर्दास्त ना कर पाए।
मैने देखा मनोहर का अब खड़ा नहीं हो रहा है लुड़क चुका था उसका लंड और वो मां की टांगे फैला कर मां की चूत को चाट रहा था जीव पूरा बाहर निकाल कर चाट रहा था ।
मैने ध्यान दिया की वो करीब 15 मिनिट से मां की चूत चाट रहा है और अब उंगली कर के मां की चूत की दाने जीव से चाटने लगा । धीरे धीरे मां का रोना अब कम होने लगा और कुछ 15 मिनिट के बाद एक दम चुप चाप लेटी रही मूंह अपने हाथो से धक कर वो भी कितना रोटी आसू भी एक वक्त पर सुख ही जाते है।
लेकिन तब भी मनोहर चूसे जा रहा था और तब जा के उसके लंड पर तनाव आना चुरू हुआ और वो मां की टांगे पकड़ के मां की चूत पर अपना लंड रगड़ के लंड खड़ा करने लगा और मां थक हार कर बेजान हो कर पड़ी रही । उसे समझ आ गई थी की मनोहर को रोक के कोई फायदा नही उल्टा मार ही खाना है।
और जब मनोहर का लंड खड़ा हुआ तो उसने धीरे से मां की चुत में लंड डाल कर धीरे धीरे चोदने लगा इस बार मां की दोनो टांगे पकड़ के घूतने मोड़ के बैठे बैठे चोदने लगा । वो इस बार अलग तरह से लुफ्त उठा रहा था आंखे बंद कर के आनंद ले रहा था । और इस बार ज्यादा देर टिका भी नही 5 मिनिट में झाड़ गया ।
और तभी लाखा आ गया । मां तो हैरान हो गई सो अलग में भी हैरान रह गया । की ये क्यू यहा। लेकिन और हैरान कर देने वाली बात थी की वो खाली बदन था सिर्फ पेंट पहना हुआ । उसके काले सख्त बदन पर बाल ही बाल मूचे तो थे ही बड़े बड़े । भले ही मसल नही था पर लंबा और सख्त बलिस्थ शरीर का साइड 30 के आस पास की उम्र का था ।
मां शर्म से अपने आपको ढकने की कशिश करने लगी ।
" ओह लाखा सही समय पर आया तू। ले संभाल रांड को मजे कर बोहोत गर्म माल हे । " ऐसा बोल कर मोनोहोर उठ गया
में ये सुन के हैरान रह गया की ये कमीना अब मां को चोदने वाला है ये जंगली जानवर काला भद्दा इंसान जो पसीने से गंदा हो रखा है।
मां बिलख बिलख के रो रो कर बोली " नही नही मुझे इस हैवान के साथ मत चोपो प्लीज" मां मनोहर के आगे हाथ जोड़ने लगी ।
मनोहर ने मां को थप्पड़ मार कर बोला " चुप रांड। "
और लाखा ने भी मां को बिस्तर पर पटक कर मां की जिस्म को भूखे भेड़िए की तरह मसलते हुए चूसने लगा । और जोर जोर से मां की चूचियां दोनो हाथों से दबच के चूसने लगा । उसके चूसने की आवाज गूंज उठी थी जैसे गुब्बारे को चूस रहा है और मां तड़प तड़प कर हाथ पेड़ मार रही थी रो रही थी ।
" प्लीज मत करो ऐसा हाथ जोड़ती हूं । क्या नाम है आपका जी सुनिए जी प्लीज इसे बचाइए मुझे प्लीज" मां मनोहर से मदद मांग रही थी ।
पर मनोहर कच्चे में ही सिगार पीते हुए बाहर निकल गया और लाखा मां की बदन चूम चाट कर बोल रहा था " साली ऐसी गोरी चिकनी माल जिंदगी में नही सखा । आज तो मजा आयेगा रात भर चोदूंगा रे रानी तुझे "
चाहे मां कितना भी हाथ पाओ मारे लाखा के ताकत के आगे मां कुछ नही कर पा रही थी । मैने देखा मां की चूचियां बुरी तरह से निशान पड़ गए है दातों के उंगलियों के निशान । लाखा काफी उतावला हो रहा था उसने अपना खाकी पेंट उतर दिया। लाखा पूरी तैयारी के साथ आया था उसने अंदर कच्चा नही पहना था । पर उसका लहराता हुआ फंफनते हुए लंड को देख कर मेरी हवा निकल गई साएद मां भी दर गई होगी।
किसी पोर्न मूवी की तरह काले निग्रो की तरह घोड़े जैसे काले लंड थे उसके । और उसने आओ देखा ना ताओ उसने मां की टांगे कंधे पर रखी और लंड पकड़ के मां की चूत पर निशाना साधा और एक झटके में अपना मोटा हद से ज्यादा लंबा लंड एक झटके में घुसा दिया ।
मां बिलबिला उठी सर ऊपर कर पटकने लगी पर जरा भी आवाज नही की । लाखा अपना लंड पूरा निकाल लेता अपने सुपाड़े तक और खटिए पर हाथ रख कर जोर से झटका मारता खींच कर एक पल रुकता फिर झटका मारता दात पिछते हुए । वो मां को ज्यादा से ज्यादा दर्द देने की कशिश कर रहा था ।
पर मां भी कम नही थी एक चींख तक नही निकाली पर मां जो दात पिच के आंखे भींच कर सर पटक रही थी और लाखा की छाती पर हाथ रख कर धकेलने की कशिश कर रही थी उससे पता चल रहा था की मां को बोहोत तकलीफ हो रही हे।
लाखा हर झटके पे मां से पूछता
" सुना है तू बोहोत बड़ी रांड है"
" कभी लिया है ऐसा हलवाई लौड़ा हेन्हह"
" ले साली ले । चूत तो बोहोत गर्म है तेरी "
" अपने ही ससुर से मरवाती है रांड ।"
" ले ये ले साली ले मेरा लौड़ा "
मां तड़प रही थी और कट्टर धुवाधार चुदाई देख कर मेरा दिल फटा जा रहा था में उपलब्ध कर पा रहा था मां को कितना तकलीफ हो रहा है
कुछ 10 मिनिट तक लाखा मां से गंदी गंदी बाते गाली दे कर मां की चूत में बेदर्दी से चोदा जो एक एक पल रुक कर सांस खींच कर झटके दिए । और फिर मां टांगे अपने कंधे से उतारे और अपना लंड भी निकाला और ढेर सारा थूक मां की चूत पर लगाया । अब मां हाफ रही थी और चैन की सांस ले रही थी ।