08-12-2022, 04:34 PM
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पार्ट ३०: इस्राइली पार्टी में सामूहिक चुदाई !
कमरे में जाकर हम थककर सो गए. २ घण्टे का आराम कर के हम उठे..हमें बेन की पार्टी में जाना था. मैं बाथरूम में जाकर तैयार होने लगी. मैंने एक स्विमिंग सूट लाल कलर का फूलों के डिज़ाइन वाला सिलेक्ट किया. एक टाइट बिकिनी और निचे जांघों तक की लोअर शॉर्ट्स पेहेन ली. लाल रंग के ड्रेस मैं मेरा गोरा बदन और भी चमक रहा था. मैंने बाल सवार लिए और हल्का मेक उप कर के बहार आ गयी.
मुझे देखकर अनीश एकदम चहक उठा और एक बड़ी सिट्टी बजा दी. कहा - वाह जान तू गजब की सेक्सी लग रही है. लगता हैं आज सब इस्राइली मिसाइल्स तुम्हे सलाम कर के गोला-बारूद बरसा देगी.
मैं: चुप..शैतान कही के..कुछ भी कहते हो.
अनीश ने मुझे खींचकर बाँहों में जकड लिया.. सच में तुम सुन्दर हो संध्या. और मैंने झूट क्या कहा..बेन तेरी चूत को घूर कर उसकी गर्लफ्रेंड को चोद रहा था. और तू भी तो उसके लण्ड को घूर के देख रही ही.
मैं: चलो ..झूठे..मैंने कुछ नहीं किया . वह तो ऐसे ही उसका लण्ड अलग दिख रहा था इसलिए देख रही थी.
अनीश: अलग मतलब कैसे था बेन का लण्ड ? बताओ न संध्या ?
मैं: मैं नहीं बताती..जाओ बड़े नटखट हो..
अनीश..नहीं बताना तो पड़ेगा...और अनीश ने उसका हाथ मेरे स्विमिंग कौस्तुम के लोअर में डाल दिया और दूसरा हात मेरी बिकिनी के अंदर डाल कर मेरी चुचिया मसलने लगा. बेन के लण्ड के विचार से मेरी चूत भी गीली हो गयी थी. अनीश मेरी गीली चूत से खेलने लगा.
अनीश: आह रानी ! बेन के लण्ड के बारे में सोचकर तेरी चूत एकदम गीली हो गयी. बता न कैसे अलग है उसका लण्ड.
मैं (शरमाते): वो उसका लण्ड एकदम गोरा है ना ..और आगे का टोपा एकदम गुलाबी लाल.. टमाटर की तरह.. ऐसा लण्ड कभी देखा नहीं.
अनीश:फिर तो तुम्हे उसका लण्ड जरूर चखना चाहिए..ऐसा कहकर अनीश ने मेरी बिकिनी टॉप से मेरे ब्रा निकल दी..और ..पैंटी भी निचे करके निकाल दी.
मैं..चलो बदमाश..कुछ भी कहते हो..और मेरी पैंटी और ब्रा क्यों निकाल दी आपने..
अनीश: ठीक हैं रानी तैयार होता हूँ.. पैंटी और ब्रा का स्विमिंग costume पार्टी में कोई काम नहीं रहता..तुम ऐसे ही चलो.
हम तैयार होकर बीच की तरफ चलने लगे. नारियल के पेड़ के पास बिच में आग जला कर राखी थीऔर पार्टी-डांस के गाने बज रहे थे. करीब १२-१५ गोरे आदमी और औरतें, जवान से लेकर बूढ़े ..नाच रहे थे..सबके हात मैं ड्रिंक्स या बियर बोतल थी.. कुछ लोग सिगरेट भी फुक रहे थे. सब नशे में थे. तभी बेन ने हमें देख लिया..वह हमारे पास चलते आ गया..और अनीश को जोर से गले लगा लिया..वेलकम माय फ्रेंड अनीश. फिर उसने मेरी तरफ देख कर कहा .. वाओ संध्या..आप बहुत सुन्दर और आकर्षक लग रही हो.उसने मुझे भी अपने तरफ खींच कर गले लगा लिया और मेरी गांड को दोनों हातों से पकड़ कर मेरी चूत पर अपने लण्ड को रगड़ दिया. उसने बहुत हल्का, पतला, और छोटा सा शॉर्ट्स , बिना अंडरवियर के पहना था. उसके लण्ड के स्पर्श से मेरी चूत में आग लग गयी..शरीर में करंट दौड़ गया. अनीश देख कर मुस्करा रहा था.. उसकी और बेन की शॉर्ट्स में हल्का सा तम्बू बन गया था.
बेन ने हमें उसके कुछ मित्रों से मिलाया और ड्रिंक्स ऑफर की..तभी वहा एक बहुत लम्बा और हट्टा - कट्टा लगभग ६० साल का गोरा सा आकर्षक बुजुर्ग आया. बेन ने कहा - इनसे मिलो यह मेर दोस्त के पिताजी डेविड है..अभी मिलिट्री से रिटायर हुए है. हमने डेविड से हात मिलाया. बहुत देर तक डेविड ने मेरा हात पकड़ कर रखा और बात करते रहा. उसने बहुत ही हलकी और छोटी सी शॉर्ट्स पहनी थी..उसके मोटे लम्बे लण्ड और गोटियों का उभर साफ़ दिख रहा था.. उसकी चौड़ी बालों वाली छाती और महाकाय शरीर देखकर उसके हातों से मेरी चूत में करेंट लगने लगा और मेरी चूत गीली हो रही थी. उसकी गहरी नली आँखों में मुझे वासना साफ़ दिखाई दे रही थी ओर वह मुझे अपने नजरों से चोदे जा रहा था. डेविड के कहने पर मैंने एक बियर ले ली. ओर हम सब साथ में डांस कर रहे थे.. सारा भी बड़ी सेक्सी लग रही थी..वो भी अनीश को चिपक कर नाच रही थी. तभी बेन ने मुझे पीछे से पकड़ लिया अपने दोनों हातों से मेरे बूब्स दबाकर..मेरी गांड पर अपने कमर से धक्के देकर नाचने लगा..मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था. बियर के कारन ऐसे ही मैं खुल गयी थी. तभी डेविड वहा आया..और उसने एक सिगरेट बेन को दी..ओर उनके भाषा में कुछ कहने लगा. बेन ने डेविड को रुकने कहा..उसने सिगरेट से २-३ चस्के लगाये ओर मुझे पूरा जकड़कर मेरे कानो में पूछा..संध्या डार्लिंग क्या तुम गांजा स्मोक करना चाहोगी.
मैंने कहा: नहीं मुझे पता नहीं कैसे होता है..मैंने कभी किया नहीं.
बेन ने कहा..ठीक है फर्स्ट टाइम कर के देखो..डेविड हेल्प करेगा..
उसने डेविड से कुछ कहा..वैसे डेविड मुस्करा उठा.. उसने सिगरेट से एक बड़ा धुवा अंदर लिया ..ओर मेरे पास आकर मेरे चहरे को पकड़ कर मेरे होंठ पर अपने ओंठ रखकर..धुआँ मुँह में छोड़ने लगा.. बेन मुझे वैसे ही पीछे से लिपटकर खड़ा था..उसने कहा..संध्या धुआँ अन्दर खींच लो...ओर फिर से बहार छोड दो.. ऐसा करने से मुझे सर में सनसनी हो गयी.. डेविड मुझे चूमता, मेरे ओंठ चूसता ओर मुँह के अंदर धुआं छोड़ता जा रहा था. मैं उन दोनों मर्दों के बीच बस फिसलते जा रही थी. मेरा सारा शरीर एकदम कामुक हो गया ओर शरीर एकदम नग्न लगने लगा.. पीछे से बेन का मोटा लण्ड..मेरे गांड पर रगड़ रहा था..ओर अब उसका हात भी मेरे गीली चूत को शॉर्ट्स के अंदर सहला रहा था. डेविड को बहाना मिल गया था..वह अब.. धुआँ से ज्यादा मेरे ओंठों का रसपान कर रहा था..अपनी जीभ अन्दर तक मेरे मुँह में डाल रहा था. अपने हातों से डेविड मेरे बूब्स..बिकीं के अंदर डाल कर सहला रहा था.. मैं भी नशे के हालत में कुछ कर नहीं प् रही थी..मुझे भी मजा आ रहा था ओर जन्नत दिखाई दे रही थी. मैंने नजर घुमाई. ओर अनीश को ढूंढ़ने लगी. कहा है , क्या कर रहा है .. ? आजु बाजु सब जगह मर्द ओर औरतें एक दूसरे से लिपटे थे, चिपके थे, चूमा-चाटी कर रहे थे. ओर कामुक आनंद ले रहे थे. .. सब लोग लगभग नग्न हो गए थे ओर बहुत खूबसूरत लग रहे थे.. तभी मुझे पास में अनीश - सारा के साथ दिखा..दोनों नग्न अवस्था में निचे रेत पर लेटे थे ओर सारा अनीश का लण्ड चूस रही थी.. ओर अनीश उसकी चूत.. बिच में अनीश मुझे भी घूर कर देख रहा था.. जैसे हमारी नजर मिली.. अनीश ने मुझे आँख मार दी..ओर अंगूठा दिखा कर..चियर्स किया..ओर फिर से अपना चेहरा सारा की चूत पर दबा दिया..
अब नशे के हालत में मैं भी निचे बैठ कर लेट गयी...वैसे डेविड भी निचे बैठ गया ओर मेरा सर अपनी जंघा पर ले लिया. बेन मेरे पैरों के पास बैठ गया ओर मेरे पैर अपनी गोदी में ले लिए. डेविड ने झुककर मेरी बिकिनी टॉप निकल दी ओर मेरे बूब्स आजाद कर दिए.. ऐसे करते वक्त उसकी जांघों पर मेरा मुँह उसके लण्ड पर घिस गया.. उसका १० इंच का गोरा मोटा लण्ड...फनफना रहा था. उसने अपनी शॉर्ट्स निचे कर दी ओर अपना लण्ड का टोपा मेरे मुँह मैं घुसेड़ दिया. वहा बेन ने भी मेरी लोअर शॉर्ट्स निचे खिसका कर निकल दी.. ओर वह मेरी चूत को देखकर चहक उठा..आह..हॉट इंडियन पुसी.. ओर मेरी चूत चाटने लगा. अब में दो गोरे लोगों के बीच एकदम नंगी सोई थी. एक मेरे मुँह को अपने भारी भरकम मोटे पके लण्ड से चोद रहा था ओर दूसरा मेरी नंगी चूत को चाट चाट कर रसपान कर रहा था. ६० साल के आदमी का लुण्ड..मुझे किसी पके हुए केले जैसे लगा रहा था... मीठा ओर स्वाद भरा..! तभी मैंने देखा की अनीश भी मेरे पास आकर बैठ गया.. ओर सारा उसकी गोदी में बैठ गयी थी... अनीश की जांघों पर उछल उछल कर वो अपनी चूत, अनीश के मोटे लण्ड से चुदवा रही थी. पर अनीश की नजर सारा वक्त मेरे ऊपर थी. अपने पति अनीश को किसी दूसरी औरत को चोदते देख में भी तमतमा गयी.. मैं प्यार से डेविड का मोटा लण्ड अपने दोनों हातों से पकड़ कर चूसने लगी..ओर धीरे धीरे कर के पूरा लण्ड अंदर बहार मेरे गले तक चूस लेती. डेविड बहुत खुश हो गया..वह.. मेरी चूचिया दबाने लगा..ओर आहे भरने लगा.. तभी बेन ने मेरे दोनों पैर अपने हातों से उठाये ..ओर मेरी छाती पर मोड़कर रख दिए..मेरी चूत अब खुलकर बहार आ गयी.. तभी मैंने सुना - वाओ..इंडियन औरतों की चूत बहुत खूबसूरत ओर फूली हुई होती हैं.. हम लोग नसीबवाले है..हमको यह खूबसूरत औरत मील गयी. मैंने देखा की बेन के दो ओर दोस्त अब पास आकर बैठ गए ओर देख रहे थे..दोनों नंगे थे..ओर उनके लण्ड भी बड़े ओर खड़े थे..ओर गोरे गुलाबी थे. मैंने देखा बेन का बड़ा ८ इंच का मोटा गुलाबी लण्ड..मेरी चूत की प्रवेशद्वार पर दस्तक दे रहा था...मेरी चूत भी उसके लण्ड का आदर-सत्कार करने गीली होकर पाणी बहा रही थी..तभी बेन ने एक झटका लगाया ओर उसका पूरा लण्ड ...मेरी चूत की दीवाल को फाड़ता...अंदर तक चला गया...में नशे की हालत में आनंद से चहक उठी..ओर उसकी कमर पर से अपने दोनों पैर ऊपर कर के उसकी गांड को कस के अपनी चूत पर जकड लिया.
वैसे बेन..आह मेरी रंडी...क्या गरम मसालेदार भारतीय चूत है...ओर धीरे धीरे मेरे चूत पर लण्ड आगे पीछे कर के धक्के मार कर चोदने लगा. अब में दोनों तरफ से चुद रही थी.. मेरी चूत ओर मेरा मुँह..मुझे बहुत मजा आ रहा था..मैं परमांनद की सेर कर रही थी..तड़प रही थी..तिलमिला रही थी.. मैंने देखा..अनीश मुझे घूर घूर कर देखे जा रहा था.. ओर सारा की चुदाई कर रहा था..वह बड़बड़ा रहा था..हां..चोद डालो उसको.. मेरी बीवी को सब चोद डालो..उसको रंडी बना दो.. उसकी चूत में साब लोग अपना पाणी छोड दो..
यह सुनका में बहुत उत्तेजित हो गयी..ओर जोर से झड़ने लगी..ओर चिल्ला उठी.. आह..उह बेन..डेविड...ओर मेरी चूत ने गरम पाणी का झरना बहा दिया...मेरे पाणी से बेन का लण्ड ओर भी चिकना हो गया ओर वह मुझे जोर जोर से चोदने लगा.. डेविड का लण्ड भी पूरा गले तक मेरे मुँह में था.. वह भो जोर से धक्के मार के उसका लण्ड अंदर बहार करके मेरे मुँह को चोदने लगा.. मेरे चीखने ओर चिल्लाने की आवाज से हमारे आजु बाजु बेन के जो दोस्त यह सब देख रहे थे ..वह पास आकर खड़े हो गए ओर अपना लण्ड मेरी चुदाई देखकर हिलाने लगे. उधर अनीश नशे के हालत में उनको कह रहा था..तुम सब मेरी बीवी को चोद दो..वह लण्ड की भुकी हैं..उसकी प्यास बुझा दो..!
सब जगह सेक्स की आग लगी थी...तभी बेन ओर डेविड आहे भर के लगभग एक साथ ही अपना फनवारा मेरी चूत ओर मुँह में उड़ाने लगे. नशे के हालत मैं.. डेविड का पाणी किसी अमृत की तरह मीठा लग रहा था..बेन के गरम ओर गाड़े वीर्य से मेरे चूत भर गयी..ओर उसका सब पाणी बहार बहाने लगा..
मैं अभी भी नशे के हालत में थी.. डेविड ने मेरे मुँह से अपना लण्ड बहार निकाला.. वो अभी भी सख्त था.. मैंने उसका सारा पानी प्यार से निगल लिया था.. उसने मेरा सर उसके जांघों पर रख दिया..मेरा चहेरा उसके लण्ड पर चंघों पर रगड़ रहा था..मुझे उसकी लण्ड ओर गोटियों की महक से ओर भी नशा चढ़ रहा था ..मैं उसकी गोटियों को पागलो की तरह चाटने लगी..चूमने लगी. डेविड ने फिर से सिगरेट जलाई.. ओर धुआँ ..उड़ाने लगा ..फिर से मुझे चूमने लगा.. मुझे फिर से नशा बढ़ने लगा. बेन ने धीरे से अपना मोटा लण्ड मेरी चूत से निकाला .. ओर कहा..अनीश मेरे दोस्त..अपनी बीवी की चूत चाट कर साफ़ कर दो..मेरे दोस्त भी इसकी चूत को चोदेंगे ... यह सुनकर..अनीश ख़ुशी से मेरे पैरों के पास आ गया..ओर कुत्ते जैसे जीभ बहार निकाल कर...मेरी चूत चाटने लगा.. मेरी चूत चाट चाट कर उसने बेन का सारा पाणी चाट लिया..
तभी बेन का एक दोस्त डेविड की जगह बैठ गया..ओर उसका गुलाबी लण्ड मेरे मुँह में ठुस दिया.. ओर दूसरा दोस्त मेरे पैरों के बीच आकार अपना मोटा मुसल मेरे चूत में दाल कर चोदने लगा..डेविड मुझे चुम रहा था..ओर नशे का धुआँ ओर धूम्रपान करवा रहा था. नशे के हालत में मुझे धुन्दला दिखाई दे रहा था..पर बहुत आनंद आ रहा था..मैं सेक्स का आनंद उठाते रही.. रातभर..बिना होश के बिना सोचे समजे...कोण आया कोण गया..कोई हिसाब नहीं था.
आँख खुली तो देखा की मैं डेविड ओर बेन के बीच सोई थी. वह भी घोड़े बेचकर सो रहे थे. डेविड ने मुझे पीछे से कस कर पकड़ रखा था..ओर उसका लण्ड अभी भी मेरी चूत में घुसा था. मुज़से उठा नहीं जा रहा था..मैं उठाने लगी.. वैसे डेविड ने नींद में ही मुझे कस के पकड़ लिया ओर अपना लण्ड मेरी चूत में आगे पीछे करने लगा. वह सोते सोते ही मुझे चोदे जा रहा था.. उसका बड़ा मोटा लण्ड मेरी चूत की कुटाई कर रहा था..मैं उसको रोकना चाहती थी पर कुछ कर नहीं पा रही थी. कामिनी चूत भी जवाब दे दी ओर पाणी बहाने लगी. मेरी चूत डेविड के लण्ड को जकड कर प्यार करने लगी.. अपने पानी से उसको नहलाने लगी..डेविड सोते सोते मुझे चोदे जा रहा था.. आह संध्या.. क्या गरम पणीदार चूत है..ऐसे बाद बड़ा रहा था.. पता नहीं इस कमीने ने रातभर मेरी चूत कितनी बार चोदी hogi. मुझे कुछ भी होश नहीं था. डेविड रुकने का naam नहीं ले रहा था.. मेरी चूत कसमसाने लगी.. डेविड का बड़ा मोटा लण्ड मेरी चूत को जन्नत दिखा रहा था..फड़फड़ाते हुए मेरी चूत ने अपना पानी चोद दिया ओर मैं आवाज करके करहाने लगी..उह डेविड..मार डाला..कमीने..कितना चोदेगा..! पर डेविड बस चोदे जा रहा था..
बहुत थकान महसूस हो रही थी. धुन्दला नजर आ रहा था.. मेरा पूरा शरीर वीर्य से भरा था..चिपचिपा हो गया था.. बाजू में अनीश भी नंगा पड़ा था. आधे लोग नंगे पड़े सो रहे थे..आधे लोग चले गए थे.. तभी मुझे अमन दिखा..वो वहा साफ़ सफाई कर रहा था. मेरी आवाज सुन कर वो वहा आ गया.. अरे मैडम आप यहाँ इन गोरे लोगों से चुदवा रही हो..आप ठीक हो..?
डेविड की चुदाई चालू थी.. अमन के सामने नंगी होकर डेविड से छुड़वाकर मुझे शर्म भी महसूस हो रही थी ओर.. अच्छा भी लग रहा था. मैं कुछ बोल नहीं पा रही थी..
मैं; आह...उम्..अमन... हाँ...
अमन: क्या हुआ मैडम..? आप ठीक से चुदवा लो..में बाद में आता हु..?
मैं: नहीं अमन...रुको..ाः..उफ़ डेविड..क्या लण्ड है..आह...
अमन: क्या हुआ मैडम...रुक जाऊ ? आप मुज़से छुड़वाना चाहती है?
मैं: उम्..हां...आह.....! मेरी मदत करो..
अमन: सॉरी मैडम..मैं इस होटल का नौकर हु..ऐसे सबके सामने आपको नहीं चोद सकता...अकेले में चोदूूँगा ..
मैं: नहीं अमन रुको.. ओह... आह...डेविड....उम्
डेविड मुझे जोर जोर से चोदे जा रहा था.. मेरा अब दूसरे बार पाणी निकलने के करीब था. मुज़से उठा नहीं जा रहा था. मैं अमन से मदत लेना चाहती थी.. उठकर अपने कमरे में जाना चाहती. पर डेविड की चुदाई की छटपटाहट से कुछ बोल नहीं पा रही थी. तभी डेविड ने मुझे कस के पकड़ लिया..आह...उह..संध्या...करके मेरे चूत में अपना गरम लावा उड़ा दिया. मैं भी कांपकर रह गयी ओर जोर से डेविड के लण्ड पर फिर से दुबारा झड़ने लगी. १० -१५ झटके देकर डेविड का गरम वीर्य मेरी चूत के अंदर तक चला गया. अमन हमें देख रहा था. अपनी पंत पर से अपना लण्ड सहला रहा था.. झटकों के बाद डेविड की पकड़ मुज़पर से काम हो गयी. मैंने भी खुदको संभाला ओर कहां - अमन ..मुझे रूम ले चलो..मदत करो.
अमन ने मुझे मेरे कपडे पहनाये..ओर उठाया..पर मुज़से चला नहीं जा रहा था.. उसने मुझे गोदी में उठा लिया ओर होटल रूम पर ले गया.. मेरे पुरे शरीर पर मर्दों का पसीना ओर वीर्य लगा था. मेरे पुरे शरीर से पसीने ओर वीर्य की महक आ रही थी.
अमन ने कहा..मैडम आप को नहाने की जरुरत है..मैं आपको नहला देता हूँ..अमन मुझे नहलाने बाथरूम में लेकर गया..