08-12-2022, 12:20 AM
रागिनी को निचे गए थोड़ी देर हो गई थी मै निचे नहीं पंहुचा तो राधा उपर आ गई उसने आते ही मुझसे कहा
- क्या हुआ काम हुआ या नहीं
- मेने कहा काम तो हो गया और आराम से हो गया परन्तु वो जाते जाते मुझे जोर से थप्पड़ मार कर गई है वो अभी कहा है अंकल के पास है
- नहीं वो मेरे पास आई थी उन्होंने पूछा इन लोगो का हुआ या नहीं
- मैने कहा की नहीं अभी और टाइम लग सकता है
- तो वो मुझसे बोली उनको बोलो की ख़त्म करे और खाने की तैय्यारी करो मै आई कपडे गिले हो गए है तो बदल लेती हू
- याने वो अपने रूम में गई है
- हा राधा बोली
- और इन लोगो का क्या हाल है पिना पूरा हो गया क्या नहीं
- वो तो लगता है कि आज बहूत दिनों के बाद पिने बैठे हो एक पूरी बाटल तो पी गए और एक और निकाल ली है और उसको वहा से हटा दी कही मेम साहब न देख ले
- कुछ खाया या नहीं उन लोगो ने
- हा मैने उनको आमलेट बना कर दे दिया था और बाकि सामान तो था ही उनके पास रखा हुआ
- मेरे दिमाग में प्लान बनने लगा की अंकल को तो पिला कर सुला दो और रात में आंटी से माफ़ी मांग कर उनको मना लुगा कल तो ये लोग निकल ही जायेगे फिर देखेगे जो होगा मुझे आज रात संभालनी है
- मै राधा के साथ निचे आया और सबसे पहले मैने रागिनी के रूम की और देखा वो अंदर से बंद था तो मैने जल्दी से बियर निकली और एक बियर पी कर अंकल के पास जा कर बैठ गया
- अंकल मुझे देख कर बोले अरे मेरा बेटा आ गया सुना कहा है तेरी आंटी जी उनको अच्छा खासा नशा हो चूका था
- मैने कहा पता नहीं शायद रूम में होगी मै तो खाना बनवाने में लगा था
- अरे चलो अच्छा है अंदर हे नहीं तो अभी कह देती कि बस बंद करो बहुत हो गया और वो जोर जोर से हँसने लगे
- मेने अंकल को बातो बातो में और पिला दी और राधा को इशारा कर दिया की खाना भी ले आओ इतनी पिने के बाद तो किसी से पानी भी नहीं पीते बने खाना क्या खाते और वो ही हुआ वो वही सोफे पर गिर पड़े आंटी आई उन्होंने कपडे बदल लिए थे उन्होंने नाईट सूट पहन लिया था अंकल को देख कर बोली मुझे इसी बात का डर था मैने मेरे नौकर को इशारा किया वो अंकल को उठा कर उनके रूम के और ले जाने लगा पर वो भी बहुत नशे में था तो फिर मेने भी सहारा दिया और अंकल को ले जा कर उनके रूम में सुला दिया अंकल को सुला कर आया तो देखा की राधा ने सारी साफ सफाई कर दी थी बस दो लोगो का खाना वही टेबल पर रख कर मेरा नौकर और राधा चले गए वो यहाँ खाना नहीं खाते है साथ में ले जाते हे और अपने रूम में खाते है जो बहार की तरफ बना हुआ है जाते जाते राधा मुझे इशारा कर गई की बहूत गुस्से में है उनके जाने के बाद मैने भी दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और फिर रागिनी के पास आकर बोला
- आंटी आओ खाना खा ले
- आंटी क्यों जानू जानेमन नहीं बोल रहे हो अब आंटी हो गई
- वो उस टाइम
- क्या उस टाइम उस टाइम जब में किचन मै खिड़की के पास खड़ी थी तब भी तुमने हरकत करी थी मुझे तब ही समझ जाना था की तुम्हारे इरादे ठीक नहीं है
- वो.......... मै............... उस......................... टा.....इम ..........
- कल अगर मैने तुम्हारे बारे में सबको बता दिया तो सोचो क्या बीतेगी तुम पर
- घर से बहार कर देगे और क्या हो जाऊगा घर से बहार अगर मैने गलती करी है तो मै भुगतने को तैयार हु आपको जो करना है वो कल कर लेना आभी आप खाना खा लो में बातो को नार्मल करने की कोशिश कर रहा था मै यह चाह रहा था की ये मुझसे बहुत बाते करे ताकि इनका गुस्सा यही खत्म हो जाये
- तुम जैसे लड़को के साथ यही होना चाहिए तुमको इसकी सजा तो जरूर मिलेगी वो भी कल सुबह ही मिलेगी और वो जाने लगी
- मैने उनके हाथो को पकड़ लिया कहा जा रही हो खाना तो खा लो
- मेरा हाथ छोड़ो वो गुस्से से बोली
- मैने कहा नहीं छोड़ूगा
- छोड़ो
- नहीं ( मेरे गालो पर उनके दुसरे हाथ का फिर एक थप्पड़ पड़ा ) मेने उनका हाथ छोड़ा और दूसरा गाल आगे कर दिया उन्होंने दुसरे गाल पर भी एक थप्पड़ मारा
- क्या हुआ काम हुआ या नहीं
- मेने कहा काम तो हो गया और आराम से हो गया परन्तु वो जाते जाते मुझे जोर से थप्पड़ मार कर गई है वो अभी कहा है अंकल के पास है
- नहीं वो मेरे पास आई थी उन्होंने पूछा इन लोगो का हुआ या नहीं
- मैने कहा की नहीं अभी और टाइम लग सकता है
- तो वो मुझसे बोली उनको बोलो की ख़त्म करे और खाने की तैय्यारी करो मै आई कपडे गिले हो गए है तो बदल लेती हू
- याने वो अपने रूम में गई है
- हा राधा बोली
- और इन लोगो का क्या हाल है पिना पूरा हो गया क्या नहीं
- वो तो लगता है कि आज बहूत दिनों के बाद पिने बैठे हो एक पूरी बाटल तो पी गए और एक और निकाल ली है और उसको वहा से हटा दी कही मेम साहब न देख ले
- कुछ खाया या नहीं उन लोगो ने
- हा मैने उनको आमलेट बना कर दे दिया था और बाकि सामान तो था ही उनके पास रखा हुआ
- मेरे दिमाग में प्लान बनने लगा की अंकल को तो पिला कर सुला दो और रात में आंटी से माफ़ी मांग कर उनको मना लुगा कल तो ये लोग निकल ही जायेगे फिर देखेगे जो होगा मुझे आज रात संभालनी है
- मै राधा के साथ निचे आया और सबसे पहले मैने रागिनी के रूम की और देखा वो अंदर से बंद था तो मैने जल्दी से बियर निकली और एक बियर पी कर अंकल के पास जा कर बैठ गया
- अंकल मुझे देख कर बोले अरे मेरा बेटा आ गया सुना कहा है तेरी आंटी जी उनको अच्छा खासा नशा हो चूका था
- मैने कहा पता नहीं शायद रूम में होगी मै तो खाना बनवाने में लगा था
- अरे चलो अच्छा है अंदर हे नहीं तो अभी कह देती कि बस बंद करो बहुत हो गया और वो जोर जोर से हँसने लगे
- मेने अंकल को बातो बातो में और पिला दी और राधा को इशारा कर दिया की खाना भी ले आओ इतनी पिने के बाद तो किसी से पानी भी नहीं पीते बने खाना क्या खाते और वो ही हुआ वो वही सोफे पर गिर पड़े आंटी आई उन्होंने कपडे बदल लिए थे उन्होंने नाईट सूट पहन लिया था अंकल को देख कर बोली मुझे इसी बात का डर था मैने मेरे नौकर को इशारा किया वो अंकल को उठा कर उनके रूम के और ले जाने लगा पर वो भी बहुत नशे में था तो फिर मेने भी सहारा दिया और अंकल को ले जा कर उनके रूम में सुला दिया अंकल को सुला कर आया तो देखा की राधा ने सारी साफ सफाई कर दी थी बस दो लोगो का खाना वही टेबल पर रख कर मेरा नौकर और राधा चले गए वो यहाँ खाना नहीं खाते है साथ में ले जाते हे और अपने रूम में खाते है जो बहार की तरफ बना हुआ है जाते जाते राधा मुझे इशारा कर गई की बहूत गुस्से में है उनके जाने के बाद मैने भी दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और फिर रागिनी के पास आकर बोला
- आंटी आओ खाना खा ले
- आंटी क्यों जानू जानेमन नहीं बोल रहे हो अब आंटी हो गई
- वो उस टाइम
- क्या उस टाइम उस टाइम जब में किचन मै खिड़की के पास खड़ी थी तब भी तुमने हरकत करी थी मुझे तब ही समझ जाना था की तुम्हारे इरादे ठीक नहीं है
- वो.......... मै............... उस......................... टा.....इम ..........
- कल अगर मैने तुम्हारे बारे में सबको बता दिया तो सोचो क्या बीतेगी तुम पर
- घर से बहार कर देगे और क्या हो जाऊगा घर से बहार अगर मैने गलती करी है तो मै भुगतने को तैयार हु आपको जो करना है वो कल कर लेना आभी आप खाना खा लो में बातो को नार्मल करने की कोशिश कर रहा था मै यह चाह रहा था की ये मुझसे बहुत बाते करे ताकि इनका गुस्सा यही खत्म हो जाये
- तुम जैसे लड़को के साथ यही होना चाहिए तुमको इसकी सजा तो जरूर मिलेगी वो भी कल सुबह ही मिलेगी और वो जाने लगी
- मैने उनके हाथो को पकड़ लिया कहा जा रही हो खाना तो खा लो
- मेरा हाथ छोड़ो वो गुस्से से बोली
- मैने कहा नहीं छोड़ूगा
- छोड़ो
- नहीं ( मेरे गालो पर उनके दुसरे हाथ का फिर एक थप्पड़ पड़ा ) मेने उनका हाथ छोड़ा और दूसरा गाल आगे कर दिया उन्होंने दुसरे गाल पर भी एक थप्पड़ मारा