07-12-2022, 02:12 PM
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टपू इतना खूश हो जाता है उसकी खूशी का ठिकाना नहीं रहता है वो बिना देर किए टपू सेना को पता ना चले ऐसे छूपके से गोकूलधाम सोसायटी से निकल जाता है और गूगल पर कोंन्डम देखने लगता है और फिर जानकारी लेकर वो एक मेडिकल शोप पर जाता है और उधर से मेन फोसॅ कंपनी का सबसे बेहतर तीन पैक वाला कोंन्डम लेता है ताकि अगर एक कोंन्डम कही बेकार हो जाए तो दूसरा इस्तेमाल कर सके.
वो कोंन्डम लैकर वापस सोसाइटी में आ जाता है तब वो एक नजर अय्यर के घर की ओर देखता है. अब बबिता ने उसको दोपहर को बूलाया था लेकिन अब टपू का मन बबिता के घर पर ही था तो वो अभी उसकी घर चला जाता है वहाँ जाकर दरवाज़ा नोक करता है तभी बबिता दरवाज़ा ओपन करती है तो सामने टपू खड़ा था जिसको देखकर चोक जाती है.
बबिता : तुम अभी क्यों आ गए.
टपू : मुझसे रहा नहीं गया तो आ गया.
बबिता : पागल हो क्या किसी ने देख लिया होगा तो.
टपू : आंटी डोन्ट वरी मुझे इधर आते हुए किसी ने भी नहीं देखा है.
बबिता टपू को तूंरत अंदर आने देती है ताकि कोई टपू को देख ना ले. टपू तूंरत सोफे पर जाकर बेठ जाता है और बबिता भी आती है.
टपू : पानी मिलेगा.
बबिता किचन में जाकर पानी का ग्लास लेकर आती है और टपू को पानी देती है.
बबिता : तुम अभी घर पर चले जाओ जेसा हमारा तय हूआ था वेसे दोपहर को आना.
टपू : अब आ गया हु तो घर बाद में जाऊगा. इधर बेठो ना आंटी एक बात करनी है.
बबिता टपू के पास जाकर बेठ जाती है और दोनों एक-दूसरे को देखते हैं.
टपू : कब से ख्वाब देख रहा था.
बबिता : क्या.
टपू : आपको चोदने के लिए कितना बेताब था आज जाकर मौका मिला.
बबिता : बेशमॅ.
टपू : उसमें क्या बेशर्मी जो सच है वो बताया कसम से आप पर बहुत टाइम से फिदा हु.
बबिता : हवस दिख रही हैं.
टपू : आंटी मेरा वादा है आज आपको पूरी खूशी दूंगा जो अंयर अंकल नहीं दे पाते हैं.
बबिता : बोलना आसान है अभी तुम बच्चे हो.
टपू : यह बचा ही आपकी लाल करेंगा.
बबिता : सटअप.
तभी टपू बबिता के करीब होकर किस करने के लिए आगे बढ़ जाता है बबिता कुछ समझ पाए उससे पहले ही टपू बबिता के रसिले होठों पर किस करने लगता है लेकिन बबिता कुछ नहीं बोलती है. थोडी देर के बाद बबिता भी टपू का धीमे-धीमे साथ देने लगती है तभी टपू एक हाथ उसके बड़े मूलायम बूब्स पर रख देता है और प्यार से दबाने लगता है जिस वजह से बबिता उत्तेजित होने लगती है. इधर टपू का लंड भी खड़ा हो जाता है. टपू का एक ही मकसद था कि अपनी बबिता आंटी की दमदार चुदाई करके अपने मन को शांत करना.
Continue....04
टपू इतना खूश हो जाता है उसकी खूशी का ठिकाना नहीं रहता है वो बिना देर किए टपू सेना को पता ना चले ऐसे छूपके से गोकूलधाम सोसायटी से निकल जाता है और गूगल पर कोंन्डम देखने लगता है और फिर जानकारी लेकर वो एक मेडिकल शोप पर जाता है और उधर से मेन फोसॅ कंपनी का सबसे बेहतर तीन पैक वाला कोंन्डम लेता है ताकि अगर एक कोंन्डम कही बेकार हो जाए तो दूसरा इस्तेमाल कर सके.
वो कोंन्डम लैकर वापस सोसाइटी में आ जाता है तब वो एक नजर अय्यर के घर की ओर देखता है. अब बबिता ने उसको दोपहर को बूलाया था लेकिन अब टपू का मन बबिता के घर पर ही था तो वो अभी उसकी घर चला जाता है वहाँ जाकर दरवाज़ा नोक करता है तभी बबिता दरवाज़ा ओपन करती है तो सामने टपू खड़ा था जिसको देखकर चोक जाती है.
बबिता : तुम अभी क्यों आ गए.
टपू : मुझसे रहा नहीं गया तो आ गया.
बबिता : पागल हो क्या किसी ने देख लिया होगा तो.
टपू : आंटी डोन्ट वरी मुझे इधर आते हुए किसी ने भी नहीं देखा है.
बबिता टपू को तूंरत अंदर आने देती है ताकि कोई टपू को देख ना ले. टपू तूंरत सोफे पर जाकर बेठ जाता है और बबिता भी आती है.
टपू : पानी मिलेगा.
बबिता किचन में जाकर पानी का ग्लास लेकर आती है और टपू को पानी देती है.
बबिता : तुम अभी घर पर चले जाओ जेसा हमारा तय हूआ था वेसे दोपहर को आना.
टपू : अब आ गया हु तो घर बाद में जाऊगा. इधर बेठो ना आंटी एक बात करनी है.
बबिता टपू के पास जाकर बेठ जाती है और दोनों एक-दूसरे को देखते हैं.
टपू : कब से ख्वाब देख रहा था.
बबिता : क्या.
टपू : आपको चोदने के लिए कितना बेताब था आज जाकर मौका मिला.
बबिता : बेशमॅ.
टपू : उसमें क्या बेशर्मी जो सच है वो बताया कसम से आप पर बहुत टाइम से फिदा हु.
बबिता : हवस दिख रही हैं.
टपू : आंटी मेरा वादा है आज आपको पूरी खूशी दूंगा जो अंयर अंकल नहीं दे पाते हैं.
बबिता : बोलना आसान है अभी तुम बच्चे हो.
टपू : यह बचा ही आपकी लाल करेंगा.
बबिता : सटअप.
तभी टपू बबिता के करीब होकर किस करने के लिए आगे बढ़ जाता है बबिता कुछ समझ पाए उससे पहले ही टपू बबिता के रसिले होठों पर किस करने लगता है लेकिन बबिता कुछ नहीं बोलती है. थोडी देर के बाद बबिता भी टपू का धीमे-धीमे साथ देने लगती है तभी टपू एक हाथ उसके बड़े मूलायम बूब्स पर रख देता है और प्यार से दबाने लगता है जिस वजह से बबिता उत्तेजित होने लगती है. इधर टपू का लंड भी खड़ा हो जाता है. टपू का एक ही मकसद था कि अपनी बबिता आंटी की दमदार चुदाई करके अपने मन को शांत करना.
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