07-12-2022, 02:11 PM
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बबिता पुरे दिन यही सोचती है कि उसको टपू को हा बोलना चाहिए या ना टपु के साथ सेक्स करना ठीक है या गलत. रात को नव बजे वोट्सएप पर टपू बबिता को मेसेज करता है कि वो हा कह दे लेकिन तब बबिता कोई जवाब नहीं देती है.
अब अय्यर और बबिता के बिच महिने से ज्यादा हो चुका था कि दोनों ने सेक्स नहीं किया था तो आज अय्यर का मन बना था तो रात को करीब दस बजे अय्यर बबिता को सेक्स के लिए पूछता है तो बबिता पत्नी होते हुए मना नहीं करती है और अय्यर हर बार की तरह नोमॅल तरीके से थोड़ी देर बबिता की चुदाई करता है और अपना पानी निकाल कर सो जाता है और बबिता अधूरी प्यास के साथ सोच रही थी कि उनका पति उसको वो खुशी नहीं देता है तो शायद उसको वो खुशी पाने का मौका मिला है और टपू वेसे अच्छा लड़का है ऊपर फिट लड़का है तो टपू बबिता की ढंग से चुदाई कर पाएगा तो शायद बबिता की जरूरत पुरी हो जाए और बबिता फिर कपड़े ठीक करके सो जाती है.
अय्यर का जब भी मन करता हैं तब वो कपड़े निकालकर कॉन्डम लगाकर फिर बबिता ने निचे जो कपड़े पहने हुए होते हैं वो निकाल देता है और फिर ऊपर आकर लंड सेट करके धीमे-धीमे बबिता को चोदता है और पांच-दस मिनट में जड जाता है और फिर दस्टबिन में कॉन्डम फेंककर लंड साफ करके अपने कपड़े पहन लेता है और बबिता को थेक्स बोलकर सो जाता है.
सेक्स के बाद बबिता अपने ख्यालो में डूबी थी तो उधर टपू अपने रुम में बेड पर लेटे हुए अपने ख्यालो में डूबा हुआ था.
टपू मन ही मन सोचता है कि अब किसी तरह बबिता आंटी मान जाए ताकि में रसगुल्ला खा सकु बल्कि में तो बड़े मजे से रसगुल्ला निचोडना चाहता हूं कसम से बबिता आंटी के बूब्स ने पागल बना रखा है. जिस दिन बबिता आंटी मान गई उसी दिन उनके सारे कपड़े निकालकर ताबड़तोड़ चुदाई करने वाला हु कसम से पूरा लंड उनकी चुत में घूसा दूँगा अब पता नहीं उनकी चुत केसी होगी वेसे जेसी भी हो मुझे क्या मुझे तो बस चुत चोदने मिलनी चाहिए. बबिता आंटी की ऐसी चुदाई करुँगा कि वो भी खुश हो जाएंगी. बस एक बार बबिता आंटी की ठुकाई करने का मौका मिल जाए इतना तो तय है कि चुदाई में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा. वेसे तो मेरा लंड अच्छा बड़ा है लेकिन बबिता आंटी का फिंगर देखकर लग रहा है वो मुझे झेल लेगी.
इधर टपू बबिता को पेलने का ख्वाब देख रहा था तो उधर बबिता यह सोच रही थी कि उसको टपू को हा बोलनी चाहिए या नहीं हालांकि उसको भी दुसरे लंड की जरूरत थी लेकिन टपू से चूदना सही रहेगा या गलत यही वो सोच रही थी.
दूसरे दिन सुबह नव बजे जेसे ही अय्यर ओफिस के लिए निकल जाता है टपू तूंरत बबिता कोल करता है.
टपू : बबिता आंटी अब तो हा कह दो प्लीज़.
बबिता : उम ठीक है लेकिन मेरी शतॅ है.
टपू : क्या.
बबिता : हमारे बिच की बात किसी को भी कभी पता नहीं चलनी चाहिए.
टपू : ठीक है.
बबिता : तुम कभी भी गलत फायदा नहीं उठाओंगे.
टपू : ओके.
बबिता : यह पहली और आखिरी बार है.
टपू : ठीक है तो कब आ जाओ.
बबिता : एक काम करो आज दोपहर को आ जाना किसी पता ना चले वेसे.
टपू : किसी को कूछ भी पता नहीं चलने दूंगा.
बबिता : ओर हा प्रोटेक्शन लेकर आना छूपके से.
टपू : क्या.
बबिता : बूधु कॉन्डम लेकर आना उसके बिना कुछ नहीं करने दूँगा क्योंकि मैं रिश्क नही लेना चाहता हूं.
टपू : ठीक है में अभी बाहर जाकर बढिया वाला लेकर आता हु.
Continue....03
बबिता पुरे दिन यही सोचती है कि उसको टपू को हा बोलना चाहिए या ना टपु के साथ सेक्स करना ठीक है या गलत. रात को नव बजे वोट्सएप पर टपू बबिता को मेसेज करता है कि वो हा कह दे लेकिन तब बबिता कोई जवाब नहीं देती है.
अब अय्यर और बबिता के बिच महिने से ज्यादा हो चुका था कि दोनों ने सेक्स नहीं किया था तो आज अय्यर का मन बना था तो रात को करीब दस बजे अय्यर बबिता को सेक्स के लिए पूछता है तो बबिता पत्नी होते हुए मना नहीं करती है और अय्यर हर बार की तरह नोमॅल तरीके से थोड़ी देर बबिता की चुदाई करता है और अपना पानी निकाल कर सो जाता है और बबिता अधूरी प्यास के साथ सोच रही थी कि उनका पति उसको वो खुशी नहीं देता है तो शायद उसको वो खुशी पाने का मौका मिला है और टपू वेसे अच्छा लड़का है ऊपर फिट लड़का है तो टपू बबिता की ढंग से चुदाई कर पाएगा तो शायद बबिता की जरूरत पुरी हो जाए और बबिता फिर कपड़े ठीक करके सो जाती है.
अय्यर का जब भी मन करता हैं तब वो कपड़े निकालकर कॉन्डम लगाकर फिर बबिता ने निचे जो कपड़े पहने हुए होते हैं वो निकाल देता है और फिर ऊपर आकर लंड सेट करके धीमे-धीमे बबिता को चोदता है और पांच-दस मिनट में जड जाता है और फिर दस्टबिन में कॉन्डम फेंककर लंड साफ करके अपने कपड़े पहन लेता है और बबिता को थेक्स बोलकर सो जाता है.
सेक्स के बाद बबिता अपने ख्यालो में डूबी थी तो उधर टपू अपने रुम में बेड पर लेटे हुए अपने ख्यालो में डूबा हुआ था.
टपू मन ही मन सोचता है कि अब किसी तरह बबिता आंटी मान जाए ताकि में रसगुल्ला खा सकु बल्कि में तो बड़े मजे से रसगुल्ला निचोडना चाहता हूं कसम से बबिता आंटी के बूब्स ने पागल बना रखा है. जिस दिन बबिता आंटी मान गई उसी दिन उनके सारे कपड़े निकालकर ताबड़तोड़ चुदाई करने वाला हु कसम से पूरा लंड उनकी चुत में घूसा दूँगा अब पता नहीं उनकी चुत केसी होगी वेसे जेसी भी हो मुझे क्या मुझे तो बस चुत चोदने मिलनी चाहिए. बबिता आंटी की ऐसी चुदाई करुँगा कि वो भी खुश हो जाएंगी. बस एक बार बबिता आंटी की ठुकाई करने का मौका मिल जाए इतना तो तय है कि चुदाई में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा. वेसे तो मेरा लंड अच्छा बड़ा है लेकिन बबिता आंटी का फिंगर देखकर लग रहा है वो मुझे झेल लेगी.
इधर टपू बबिता को पेलने का ख्वाब देख रहा था तो उधर बबिता यह सोच रही थी कि उसको टपू को हा बोलनी चाहिए या नहीं हालांकि उसको भी दुसरे लंड की जरूरत थी लेकिन टपू से चूदना सही रहेगा या गलत यही वो सोच रही थी.
दूसरे दिन सुबह नव बजे जेसे ही अय्यर ओफिस के लिए निकल जाता है टपू तूंरत बबिता कोल करता है.
टपू : बबिता आंटी अब तो हा कह दो प्लीज़.
बबिता : उम ठीक है लेकिन मेरी शतॅ है.
टपू : क्या.
बबिता : हमारे बिच की बात किसी को भी कभी पता नहीं चलनी चाहिए.
टपू : ठीक है.
बबिता : तुम कभी भी गलत फायदा नहीं उठाओंगे.
टपू : ओके.
बबिता : यह पहली और आखिरी बार है.
टपू : ठीक है तो कब आ जाओ.
बबिता : एक काम करो आज दोपहर को आ जाना किसी पता ना चले वेसे.
टपू : किसी को कूछ भी पता नहीं चलने दूंगा.
बबिता : ओर हा प्रोटेक्शन लेकर आना छूपके से.
टपू : क्या.
बबिता : बूधु कॉन्डम लेकर आना उसके बिना कुछ नहीं करने दूँगा क्योंकि मैं रिश्क नही लेना चाहता हूं.
टपू : ठीक है में अभी बाहर जाकर बढिया वाला लेकर आता हु.
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