06-12-2022, 12:44 AM
हमारा घर आगरा मुंबई हायवे से अंदर की और था और उधर से होकर बडवानी का रास्ता था याने कोई अगर आगरा या मुंबई से होकर बडवानी जाना चाहे तो उसको हमारे गाव से होकर ही निकलना पड़ेगा हमारा इलाका पहाड़ी होने के कारण बरसात के समय हमारे यहाँ की नदिया एक दम से उफान पर आ जाती है ऐसे ही एक समय की बात है बरसात का समय था रात होने वाली थी 6 बज गए थे बहुत पानी आ रहा था मेरे पापा को उनके दोस्त का फ़ोन आया की उनका भाई और उसकी पत्नी हमारे गाव से 10-15 किलो मीटर दूर एक नदी के उफान पर आ जाने के कारण रास्ते में अटक गए है तो उनकी मदद कर दे पापा ने मुझे बुलाया और कहा मैने पापा के दोस्त से उनके भाई याने की अंकल जी के नंबर ले लिए और उनको कॉल करके वापस लोट कर आने को कहा हमारा एक नया घर हमारे खेत पर बना हुआ है गाव का घर पुराना है दादा जी के समय का तो पापा ने मुझे कहा की सुमित तुम उनको खेत वाले घर पर ले जाओ और वही रुकवा देना और तुम भी रात में वही रुक जाना कभी उनको कोई जरूरत पड़े तो देख लेना फसल के कारण मै अक्सर खेत पर ही रुकता था हमारी खेती बहुत होने के कारण हम लोगो ने खेत पर एक घर बना लिया था वो घर बहुत बड़ा था क्योंकी जमीन की तो कोई समस्या ही नहीं थी वो घर तीन मंजिला था निचे खेती का सामान आ जाता था तो हम लोगो ने रहने का उपर बना लिया था मैने अंकल को रास्ते में बुलाया और फिर हम लोग खेत वाले घर पर आ गये खेत पर आकर कार रुकी और अंकल बहार निकले तो वो पापा से कम उमर के थे यानि पापा के दोस्त के छोटे भाई थे और उसके बाद उनकी वाइफ उतरी क्या मस्त थी दिखने में और उपर से मुंबई की उसने टी शर्ट और हेरम ( पायजामा जैसी सलवार ) पहना था में तो उसको देखता ही रह गया मैने सोचा भी नहीं था की ऐसा मस्त माल मुझे मेरे गाव में देखने को मिलेगा मुझे उसका चेहरा देख कर लगा की वो बेमन से आई है वो बार बार घर की और जगह की और देख रही थी तभी अंकल बोले सुमित ( टेलीफ़ोन से बात करते समय मैने अपना नाम बता दिया था ) रुकने की जगह कैसी है यहाँ कोई होटल मिलेगा क्या मैने कहा होटल का इस गाव मै क्या काम और उसकी क्या जरूरत है यह है न अपना घर हमारा घर बहार से देखने पर बड़ा अजीब लगता है सब दूर खेती का सामान और बहार से पुताई किये भी 4 - 5 साल हो गए थे लेकिन अंदर से बहुत ही शानदार बना हुआ था