18-11-2022, 05:57 PM
नीतू की पैंटी को नीचे उतारने के बाद मैंने उसकी चुत को जमकर चूसा। शायद नीतू की चुत को कभी ऐसे किसी ने चूसा भी ना हो उसकी चिकनी चुत को चूमने से वों लगातार आहे भरती जा रही थी। अब मैं उनकी चुत में अपनी ऊँगली फेर रहा था और उसकी चुत अभी भी अच्छी खासी टाइट थी।
चुत को चाटते चाटते नीतू की चुत ने पानी छोड़ दिया। जिसे उसने जल्दी से पास में रखे कपड़े से पोछ लिया। अब मेरी तैयारी थी उसके बूब्स पर चढाई करने की। मैंने पेट से बूब्स की ओर चाटना शुरू किया और चूमते चूमते ब्रा को ऊपर किया।
नीतू के बड़े बड़े बूब्स अब उसकी ब्रा के कैद से आजाद थे। मैंने पूरी जीभ को उसके बूब्स को चाटने में लगा दिया। बूब्स चाटने के बाद मैंने उसके निप्पल्स को ऊँगली से पकड़ कर खींचा जिससे उसकी चीख निकल गई। अब नीतू के बूब्स को मैंने कई मिनटों तक अपने दोनों हाथों से मसलता रहा। बूब्स भी मानो इसका खूब मजा ले रहें थे।
इसके बाद मैं अपने लंड को उसकी चुत के पास ले जाकर घिसने लगा। नीतू की आह निकल रही थी तभी मैंने अपने लंड को उसके चुत के अंदर घुसा दिया और पूरे तेज तेज धक्के लगाने लगा। धक्के लगाते लगाते मेरे लंड ने उसकी चुत में ही अपना वीर्य छोड़ दिया। मैंने अभी मालिश भी करवाया था इसलिए मैं नीतू के बदन पर फिसल रहा था जिससे चुदाई में धक्के मारने की गति के साथ साथ चुदाई का मजा भी बढ़ गया।
इसके बाद हम दोनों पूरे नंगे ही निढाल हो कर बेड पर लेट गए। तभी मंजू का कॉल आया कि 4बज गए और मनीष और शिल्पी के घर आने का टाइम हो गया है।
मैंने दोनों को नीचे आने को कहा। प्रीति के साथ मंजू नीचे आकर किचन में चली गई। मैंने नीतू को छत पर आने को कहा और जल्दी से नंगा छत पर चला गया।
मैं छत पर अपने फ्लैट में हाल में बैठ गया।
नीचे मंजू और प्रीति किचन में थे तभी नीतू बाथरूम में गई और हल्का शॉवर ले कर साड़ी पहन कर ऊपर आ गई। नीतू ने ये तेजी से किया जिससे प्रीति की नजर नीतू को देख नहीं सकी।
ऊपर मैं नंगा नीतू का इंतजार कर रहा था लेकिन नीतू साड़ी पहन कर आयी थी। मैंने नीतू को जल्दी से अपनी ओर खींचा और उसके कपड़े को उसके शरीर से अलग करने लगा। मैंने मिनटों में उसको नंगा कर दिया और सोफे पर उसे अपने गोद में बिठा लिया।
मेरा लंड जो पूरा टाइट था वों भी तुरंत नीतू की चुत में घुस गया और नीतू मेरे लंड के धक्के से उछल उछल कर मजे ले रही थी। नीतू की दोनों टांगो के बीच में मेरा पैर था और मेरे लंड के झटको के साथ वों भी उछल रही थी। इस तरह हमारे चुदाई का दूसरा राउंड चला।
इसके बाद हम दोनों नंगे बाथरूम की ओर बढ़े। मैंने शॉवर स्टार्ट किया और दोनों गले मिल कर एक साथ शावर लेने लगे। शॉवर के बाद नीतू ने मेरे पूरे शरीर पर साबुन लगाया, उसने मेरे लंड पर साबुन लगाकर मेरे लंड को पकड़कर आगे पीछे करने लगी। मेरे लंड ने फिर से वीर्य छोड़ा और हम दोनों ने एक दूसरे को रगड़ते हुए नहाया। फिर मैंने अंडरवियर के साइज जैसे छोटा सा बरमुडा निकाला और पहन लिया। मैंने टीशर्ट या बनियान कुछ नहीं पहना मतलब मैं टॉपलेस था।
फिर नीतू ने जल्दी से अपने कपड़े पहने और वों नीचे आ गई।
चुत को चाटते चाटते नीतू की चुत ने पानी छोड़ दिया। जिसे उसने जल्दी से पास में रखे कपड़े से पोछ लिया। अब मेरी तैयारी थी उसके बूब्स पर चढाई करने की। मैंने पेट से बूब्स की ओर चाटना शुरू किया और चूमते चूमते ब्रा को ऊपर किया।
नीतू के बड़े बड़े बूब्स अब उसकी ब्रा के कैद से आजाद थे। मैंने पूरी जीभ को उसके बूब्स को चाटने में लगा दिया। बूब्स चाटने के बाद मैंने उसके निप्पल्स को ऊँगली से पकड़ कर खींचा जिससे उसकी चीख निकल गई। अब नीतू के बूब्स को मैंने कई मिनटों तक अपने दोनों हाथों से मसलता रहा। बूब्स भी मानो इसका खूब मजा ले रहें थे।
इसके बाद मैं अपने लंड को उसकी चुत के पास ले जाकर घिसने लगा। नीतू की आह निकल रही थी तभी मैंने अपने लंड को उसके चुत के अंदर घुसा दिया और पूरे तेज तेज धक्के लगाने लगा। धक्के लगाते लगाते मेरे लंड ने उसकी चुत में ही अपना वीर्य छोड़ दिया। मैंने अभी मालिश भी करवाया था इसलिए मैं नीतू के बदन पर फिसल रहा था जिससे चुदाई में धक्के मारने की गति के साथ साथ चुदाई का मजा भी बढ़ गया।
इसके बाद हम दोनों पूरे नंगे ही निढाल हो कर बेड पर लेट गए। तभी मंजू का कॉल आया कि 4बज गए और मनीष और शिल्पी के घर आने का टाइम हो गया है।
मैंने दोनों को नीचे आने को कहा। प्रीति के साथ मंजू नीचे आकर किचन में चली गई। मैंने नीतू को छत पर आने को कहा और जल्दी से नंगा छत पर चला गया।
मैं छत पर अपने फ्लैट में हाल में बैठ गया।
नीचे मंजू और प्रीति किचन में थे तभी नीतू बाथरूम में गई और हल्का शॉवर ले कर साड़ी पहन कर ऊपर आ गई। नीतू ने ये तेजी से किया जिससे प्रीति की नजर नीतू को देख नहीं सकी।
ऊपर मैं नंगा नीतू का इंतजार कर रहा था लेकिन नीतू साड़ी पहन कर आयी थी। मैंने नीतू को जल्दी से अपनी ओर खींचा और उसके कपड़े को उसके शरीर से अलग करने लगा। मैंने मिनटों में उसको नंगा कर दिया और सोफे पर उसे अपने गोद में बिठा लिया।
मेरा लंड जो पूरा टाइट था वों भी तुरंत नीतू की चुत में घुस गया और नीतू मेरे लंड के धक्के से उछल उछल कर मजे ले रही थी। नीतू की दोनों टांगो के बीच में मेरा पैर था और मेरे लंड के झटको के साथ वों भी उछल रही थी। इस तरह हमारे चुदाई का दूसरा राउंड चला।
इसके बाद हम दोनों नंगे बाथरूम की ओर बढ़े। मैंने शॉवर स्टार्ट किया और दोनों गले मिल कर एक साथ शावर लेने लगे। शॉवर के बाद नीतू ने मेरे पूरे शरीर पर साबुन लगाया, उसने मेरे लंड पर साबुन लगाकर मेरे लंड को पकड़कर आगे पीछे करने लगी। मेरे लंड ने फिर से वीर्य छोड़ा और हम दोनों ने एक दूसरे को रगड़ते हुए नहाया। फिर मैंने अंडरवियर के साइज जैसे छोटा सा बरमुडा निकाला और पहन लिया। मैंने टीशर्ट या बनियान कुछ नहीं पहना मतलब मैं टॉपलेस था।
फिर नीतू ने जल्दी से अपने कपड़े पहने और वों नीचे आ गई।