28-05-2019, 11:35 PM
“प्यार का झरना-8”
अब आगे....
वो ठीक से खड़ी भी नही रह पाती हे. बारिश अभी भी हो रहीथी अब मेने उसकी पेंटी पूरी निकाल दी साथ में भी पूरा नंगा हो गया वापस कृपा कैमरे के सामने खड़ा किया. में उसकी गर्दन और पीठ को चूमने लगा साथ साथ दोनों चूची को बेदर्दी से मसल रहा था और लंड को दोनों जांघो के बिच लेकर चूत की फांको पर रगड़ने लगा....
क्रुपा ये तीन तरफ़ा हमला सह नहीं पाई और चंद पलो मेही मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत पर रगड़ने लगी और फिर एक तेज़ चीख निकली उसकी मुँह से और झड़ने लगी.... और फिर क्रुपा की चूत से गरम पानी का एक झरना बहने लगा.... करीब दो मिनट तक वो मुझे पकड़ कर खड़ी रही...
मेने मोबाइल की स्क्रीन पर देखा तो काजल भी अपनी आंखे बंध करके बहोत तेज़ी से ऊँगली अंदर भर कर रही थी... थोड़ी देर में वो भी तेज़ सिसकारी निकाल कर झड़ने लगी....
बारिश अभी भी हो रही थी, हमें करीब आधा घंटा होगया था बारिश में भीगते हुई... मेने अभी देर न करते हुई... मेरी जानू का एक पर हवा में उठा कर कार के आगे के बम्पर पर रख दिया. अब काजल के सामने मेरी जानू की चूत थी जो बारिश के पानी और चूत के पानी से चमक रही थी...
में पीछे से लंड को क्रुपा की चूत पर सेट किया और उसकी फांको पर रगड़ने लगा... मेरी जानू वापस गरम होने लगी और मेरे होंठ के ऊपर चूमने लगी. मेने जायदा टाइम नहीं लिया और एक तेज़ धक्का मारा मेरे लंड को... वो सीधा चूत की दीवारों को चीरता हुवा अंदर समां गया....
मेरी जानू के मुँह से आनंद की एक तेज़ किलकारी निकाल गई और बोली अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह मेरे राजा...... उईईईईई...... ओह्ह्ह्हह्ह.... चोद तेरी रंडी रानी को.... उईईईईई... अह्ह्ह्हह ... फाड डाल तेरी इस निगोड़ी को आज...
अह्ह्ह्हह..... ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह.... शह्ह्ह्हह्ह... उईईईईई......
बाहर मौसम इतना ठंडा था फिर भी मेरी जानू की चूत अंदर काफी गरम थी. मेरी जानू का एक पैर पकड़ कर हवा में उठा लिया फिर में पीछे से उसकी चूत में तेज़ तेज़ धक्के मारने लगा.
मेरे हर धक्के पर वो चिल्ला रही थी और कामुक सिसकारियां निकाल रही थी.... ओह्ह्ह्हह्ह..... अह्हह्ह्ह्ह..... शहहहहह.... अऊऊऊऊ..... अम्म्मम्म्म्म..... अहूऊओ.....
और तेज़ ऑरररर तेज़ज़्ज़ज़्ज़.... ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह.... अह्हह्ह्ह्ह.... शह्ह्ह….. निकाल दो इस छिनाल का पूरा पानी अह्ह्ह्हह्हह..... आईएईए..... ुह्ह्हह्ह्ह्ह..... कीईई.... माआआआ....
करीब दस मिनट हो गए थे, कभी में तेज़ तो कभी धीरे से उसकी चूत में लंड डाल कर चोद रहा था. अब मेने पोजीशन चेंज करदी. मेरी जानू की दोनों हाथ बोनेट पर रख कर डोगी स्टाइल में खड़ा करदिया एकदम मोबाइल की स्क्रीन के सामने.
अब मेने पीछे से लंड चूत के अंदर डाल दिया, इस पोजीशन में क्रुपा की चूत को चोद भी रहा था और दोनों हाथो से दोनों चूची को मसल भी रहा था. अब मेरी जानू कुछ बोल नहीं रही थी बस मेरी चुदाई का मज़ा ले रही थी.
मेने एक हाथ लेजाकर सीधा जानू की गांड के छेद पर रख दिया और एक ऊँगली के नाख़ून से उसे कुरेदने लगा... वो और ज़्यादा जोश में आकर वो खुद गांड आगे पीछे करने लगी. बारिश अभी भी हो रही थी... मेरी ऊँगली के साथ बारिश के पानी के स्पर्श से वो बहोत ही उत्तेजीत हो गई थी.
मेरा ध्यान मोबाइल स्क्रीन पर गया, काजल सबकुछ छोड़कर हमारी चुदाई देख रही थी. अब मेरी जानू बोल रही थी डार्लिंग प्लीज अब और मत तड़पाओ... और तेज़ी से पेलो लंड मेरी चूत में निकाल दो सारा पानी तेरी रंडी रानी का.... अह्हह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्ह ममममम ...... शहहहहह......आईएईए......उईईईई........ और तेज़ और तेज़....... इतना ही बोल पाए....
मेरी तेज़ चुदाई से अब जानू की चूत से फच फच फच जैसी आवाज़ निकाल रही थी... इसी दौरान मेरी जानू का पूरा बदन अकड़ा और बुरी तरह हफ्ते हुई झड़ने लगी....
अब मेने भी देर न करते हुई.... १५-२० तेज़ तेज़ धक्के लगाये और फिर में भी चीखता हुवा चूत को मेरे वीर्य से पूरा भर दिया... करीब २ मिनट दोनों ऐसे ही खड़े रहे... हमारी चुदाई से निकला हुवा मिलन रस मेरी जानू की जांघो से बह कर निचे जा रहा था...
मेरा लंड अब चूत से बाहर आ गया था. मेरी जानू को मेरी बाहों में भर लिया. मेने फ़ोन हाथ में लिया और फिर काजल को पूछा तुम्हारा क्या हाल हे तो जवाब मिला की " आप दोनों की चुदाई देखकर मेरा भी दो बार पानी निकाल गया हे और फिर बोली कास में आप दोनों के साथ होती.
में भी खुले आसमान के निचे बरसती बरसात में आप का बड़ा लंड मेरी चूत में डालकर मेरी चूत की गर्मी निकाल पाती. मैंने उत्तर दिया कोई बात नहीं... तुम्हारा भी नंबर आएगा बहोत जल्द....
मेरा ये पप्पू बहोत जल्द तुम्हारी चूत में होगा. चलो अब में फ़ोन रखता हु...." इतना बोलकर काजल ने कॉल काट दिया.
फिर हमने कपडे पहने और वहा से निकाल कर सीधे घर पहुंच गए.
तो ये थी मेरी पहली कहानी, अभी तो ये शुरुवात हे... आगे आगे देखिए होता हे किया. बहोत जल्द ही आपके सामने एक नए कहानी लेकर जल्दी पेश करुगा....
क्रमश:
तो मेरे प्यारे भाइयो और भाभियो कैसा लगा मेरी कहानी का भाग.
आशा करता हु... मेरी ये कहानी पढ़ कर. आप सब के लंड और चूत से पानी निकला होगा
कृपया अपने अपने गंदे सुझाव ज़रूर भेजे मुझे...ताकि में बहोत जल्द एक हॉट और चूत फाडू अपडेट के साथ हाजिर हो शकू.
अब आगे....
वो ठीक से खड़ी भी नही रह पाती हे. बारिश अभी भी हो रहीथी अब मेने उसकी पेंटी पूरी निकाल दी साथ में भी पूरा नंगा हो गया वापस कृपा कैमरे के सामने खड़ा किया. में उसकी गर्दन और पीठ को चूमने लगा साथ साथ दोनों चूची को बेदर्दी से मसल रहा था और लंड को दोनों जांघो के बिच लेकर चूत की फांको पर रगड़ने लगा....
क्रुपा ये तीन तरफ़ा हमला सह नहीं पाई और चंद पलो मेही मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत पर रगड़ने लगी और फिर एक तेज़ चीख निकली उसकी मुँह से और झड़ने लगी.... और फिर क्रुपा की चूत से गरम पानी का एक झरना बहने लगा.... करीब दो मिनट तक वो मुझे पकड़ कर खड़ी रही...
मेने मोबाइल की स्क्रीन पर देखा तो काजल भी अपनी आंखे बंध करके बहोत तेज़ी से ऊँगली अंदर भर कर रही थी... थोड़ी देर में वो भी तेज़ सिसकारी निकाल कर झड़ने लगी....
बारिश अभी भी हो रही थी, हमें करीब आधा घंटा होगया था बारिश में भीगते हुई... मेने अभी देर न करते हुई... मेरी जानू का एक पर हवा में उठा कर कार के आगे के बम्पर पर रख दिया. अब काजल के सामने मेरी जानू की चूत थी जो बारिश के पानी और चूत के पानी से चमक रही थी...
में पीछे से लंड को क्रुपा की चूत पर सेट किया और उसकी फांको पर रगड़ने लगा... मेरी जानू वापस गरम होने लगी और मेरे होंठ के ऊपर चूमने लगी. मेने जायदा टाइम नहीं लिया और एक तेज़ धक्का मारा मेरे लंड को... वो सीधा चूत की दीवारों को चीरता हुवा अंदर समां गया....
मेरी जानू के मुँह से आनंद की एक तेज़ किलकारी निकाल गई और बोली अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह मेरे राजा...... उईईईईई...... ओह्ह्ह्हह्ह.... चोद तेरी रंडी रानी को.... उईईईईई... अह्ह्ह्हह ... फाड डाल तेरी इस निगोड़ी को आज...
अह्ह्ह्हह..... ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह.... शह्ह्ह्हह्ह... उईईईईई......
बाहर मौसम इतना ठंडा था फिर भी मेरी जानू की चूत अंदर काफी गरम थी. मेरी जानू का एक पैर पकड़ कर हवा में उठा लिया फिर में पीछे से उसकी चूत में तेज़ तेज़ धक्के मारने लगा.
मेरे हर धक्के पर वो चिल्ला रही थी और कामुक सिसकारियां निकाल रही थी.... ओह्ह्ह्हह्ह..... अह्हह्ह्ह्ह..... शहहहहह.... अऊऊऊऊ..... अम्म्मम्म्म्म..... अहूऊओ.....
और तेज़ ऑरररर तेज़ज़्ज़ज़्ज़.... ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह.... अह्हह्ह्ह्ह.... शह्ह्ह….. निकाल दो इस छिनाल का पूरा पानी अह्ह्ह्हह्हह..... आईएईए..... ुह्ह्हह्ह्ह्ह..... कीईई.... माआआआ....
करीब दस मिनट हो गए थे, कभी में तेज़ तो कभी धीरे से उसकी चूत में लंड डाल कर चोद रहा था. अब मेने पोजीशन चेंज करदी. मेरी जानू की दोनों हाथ बोनेट पर रख कर डोगी स्टाइल में खड़ा करदिया एकदम मोबाइल की स्क्रीन के सामने.
अब मेने पीछे से लंड चूत के अंदर डाल दिया, इस पोजीशन में क्रुपा की चूत को चोद भी रहा था और दोनों हाथो से दोनों चूची को मसल भी रहा था. अब मेरी जानू कुछ बोल नहीं रही थी बस मेरी चुदाई का मज़ा ले रही थी.
मेने एक हाथ लेजाकर सीधा जानू की गांड के छेद पर रख दिया और एक ऊँगली के नाख़ून से उसे कुरेदने लगा... वो और ज़्यादा जोश में आकर वो खुद गांड आगे पीछे करने लगी. बारिश अभी भी हो रही थी... मेरी ऊँगली के साथ बारिश के पानी के स्पर्श से वो बहोत ही उत्तेजीत हो गई थी.
मेरा ध्यान मोबाइल स्क्रीन पर गया, काजल सबकुछ छोड़कर हमारी चुदाई देख रही थी. अब मेरी जानू बोल रही थी डार्लिंग प्लीज अब और मत तड़पाओ... और तेज़ी से पेलो लंड मेरी चूत में निकाल दो सारा पानी तेरी रंडी रानी का.... अह्हह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्ह ममममम ...... शहहहहह......आईएईए......उईईईई........ और तेज़ और तेज़....... इतना ही बोल पाए....
मेरी तेज़ चुदाई से अब जानू की चूत से फच फच फच जैसी आवाज़ निकाल रही थी... इसी दौरान मेरी जानू का पूरा बदन अकड़ा और बुरी तरह हफ्ते हुई झड़ने लगी....
अब मेने भी देर न करते हुई.... १५-२० तेज़ तेज़ धक्के लगाये और फिर में भी चीखता हुवा चूत को मेरे वीर्य से पूरा भर दिया... करीब २ मिनट दोनों ऐसे ही खड़े रहे... हमारी चुदाई से निकला हुवा मिलन रस मेरी जानू की जांघो से बह कर निचे जा रहा था...
मेरा लंड अब चूत से बाहर आ गया था. मेरी जानू को मेरी बाहों में भर लिया. मेने फ़ोन हाथ में लिया और फिर काजल को पूछा तुम्हारा क्या हाल हे तो जवाब मिला की " आप दोनों की चुदाई देखकर मेरा भी दो बार पानी निकाल गया हे और फिर बोली कास में आप दोनों के साथ होती.
में भी खुले आसमान के निचे बरसती बरसात में आप का बड़ा लंड मेरी चूत में डालकर मेरी चूत की गर्मी निकाल पाती. मैंने उत्तर दिया कोई बात नहीं... तुम्हारा भी नंबर आएगा बहोत जल्द....
मेरा ये पप्पू बहोत जल्द तुम्हारी चूत में होगा. चलो अब में फ़ोन रखता हु...." इतना बोलकर काजल ने कॉल काट दिया.
फिर हमने कपडे पहने और वहा से निकाल कर सीधे घर पहुंच गए.
तो ये थी मेरी पहली कहानी, अभी तो ये शुरुवात हे... आगे आगे देखिए होता हे किया. बहोत जल्द ही आपके सामने एक नए कहानी लेकर जल्दी पेश करुगा....
क्रमश:
तो मेरे प्यारे भाइयो और भाभियो कैसा लगा मेरी कहानी का भाग.
आशा करता हु... मेरी ये कहानी पढ़ कर. आप सब के लंड और चूत से पानी निकला होगा
कृपया अपने अपने गंदे सुझाव ज़रूर भेजे मुझे...ताकि में बहोत जल्द एक हॉट और चूत फाडू अपडेट के साथ हाजिर हो शकू.


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