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इन्सेस्ट
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माँ और बेटे
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समलैंगिक
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Gay/Lesb - LGBT में , मेरी माँ और मेरी क्रोसड्रेसर बीबी
#7
अब आगे:- 













       

मेरा देहरादून का होस्टल :- पहला सेक्स एक्सपीरियंस //
शहर से दूर एकदम  विल्कुल पहाड़ के बीच मे मेरा कॉलेज और होस्टल था , मेरा एक शेयरिंग रूम था , दो बेड एक बाथरूम ओर एक अलमारी थी , जिसमे मेरे साथ एक नेपाली लड़का था , उसकी उम्र मेरे से कम थी , ओर वो बहुत ही खूबसूरत था , वो पिछले साल से ही यहां था , इधर से शहर करीब 7 किलोमीटर दूर था , हम सब को होस्टल से बाहर जाने को सिर्फ सन्डे को दिन में 6 घण्टे की छुट्टी मिलती थी , जिसमे हम लोग पर्सनल शॉपिंग या कोई और काम कर सकते थे , लेकिन होस्टल से शहर जाने के लिए टेक्सी या कोई प्राइवेट वाहन ही चाहिए था ....क्योंकि हमारा होस्टल थोड़ा अलग साइड था .. मेरे नेपाली पार्टनर का नाम था प्रिंस ..वो भी रिच फेमिली से था.. नेपाली लड़के चिकने ओर गोरे होते है ..वो भी वेसे ही था ..??
वो बहुत ही मिलनसार लड़का था , जल्द ही हम घुल मिल गए,


मेरा पहला सन्डे आया तो प्रिंस ने मुझसे पूछा :- राहुल क्या तुम शहर चलोगे...??
मैंने पूछा :- लेकिन प्रिंस कैसे जाएंगे आएंगे हम लोग..??
प्रिंस:- अरे यार वो तुम मुझपे छोड़ दो , मस्त मजा करके आयेंगे हम लोग तुम बस बताओ कि चलोगे या नहीं ..??
अब में भी राजी होना ही था तो मैंने हां भर दी ...!!!
अगले ही दिन सन्डे था..
प्रिंस ने मुझको सुबह जल्दी ही जगा दिया करीब 7 बजे..
हम दोनों ही नहा धो लिए, प्रिंस ने एक हाफ स्लीव टी शर्ट और एक बरमूडा पहन लिया...जबकि मैंने एक फूल स्लीव टी शर्ट और पजामा...8 बजे के लगभग प्रिंस का मोबाइल बजा..उसने उसपर कोई बात की ओर अपनी एक बेक-पैक लेकर मुझको कहा:- आओ राहुल चलते है...
मैं:- लेकिन प्रिंस अभी तो 8 ही बजे थे , होस्टल का गेट तो 10 बजे खुलता है ना ..??

प्रिंस:- राहुल तुम सिर्फ मेरे साथ रहो और आओ ...!!

हम होस्टल की बिल्डिंग से बाहर ही निकले की सामने एक कार खड़ी थी , प्रिंस ने मुझे उसमें बैठा लिया... कार के ड्राइवर हमारे ही साइंस टीचर थे जिनका नाम था विक्टर सर, वो एक फिट ओर हैंडसम आदमी थे क्लीन सेव्ड ओर जिम बॉडी थी उनकी , साथ ही हँसमुख इंसान भी थे ....

कार बिना कोई रोक टोक के रवाना हो गयी , हम होस्टल कम्पाउंड से बाहर निकल गए, आगे पहाड़ी रास्ता था ,
करीब 3 किलोमीटर दूर एक घाटी में जंगल के बीच कर लेजाकर विक्टर सर ने साइड में लगा दी ... प्रिंस ने मुझको कहा :- आओ राहुल मस्ती करते है पिकनिक करते है , विक्टर सर बहुत ही मस्त इंसान है ... ऐसा कहकर मेरा हाथ पकड़ कर प्रिंस ने मुझको जंगल में उतार लिया .. जंगल बहुत ही घना था.. सड़क से अंदर कुछ भी दिखने का कोई मतलब नही था... विक्टर सर ने भी एक बरमूडा टीशर्ट पहना हुआ था.. लगता था वो भी छुट्टी इंजॉय करने आये थे.. विक्टर सर ने गाड़ी की डिक्की से एक मेट निकाली और 4 बियर ओर एक बोतल विश्की ओर कुछ खाने को निकाला.. में घर पर भी बियर पीता ही था लेकिन जंगल मे आज पहली बार था ..
विक्टर सर की हम दोनों मदद करने लगे और करीब 10 मिनिट में ही जंगल के बीच मे हमारा पिकनिक स्पॉट रेडी था...
मेट में बीयर , विश्की ग्लास नमकीन सब तैयार था....
विक्टर सर ने पैग बनाये हम दोनों के बियर के ओर खुद का विश्की का... फिर उन्होंने हम दोनों के साथ चियर्स किया... आज करीब 15 दिन बाद मैंने बियर चखी थी... मस्त मौसम था , हल्की हवा थी ठंडी बियर मस्त मजा दे रही थी ... विक्टर सर बहुत ही हँसमुख थे वो जोक सुना रहे थे.. में ओर प्रिंस दोनो ही मस्ती ले रहे थे, प्रिंस उनसे एकदम सट के बैठा हुआ था और मैं उन दोनों के सामने ... करीब आधे घण्टे यूँही मस्ती करते-करते मुझे पेशाब लगा तो में उठकर थोड़ी ही दूर झाड़ियों में पेशाब करने चला गया, हल्की सी ठंड थी , मस्त मौसम था, पेशाब करके जब में वापस आया तो चौंक गया...
प्रिंस विक्टर सर की गौद में बैठा हुआ था और सर उसके गाल चुम रहे थे... ओर प्रिंस भी उनका साथ दे रहा था ... मुझको देखकर सर ने उसको चूमना बन्द कर दिया लेकिन प्रिंस उनकी गोद में ही बैठा रहा... मैं उनके सामने जाकर बैठ गया.... सर का एक हाथ प्रिंस की टीशर्ट के अंदर उसके पेट पे था और दूसरा उसकी छाती पर.. मुझको अजीब लग रहा था लेकिन इग्नोर किया और बियर पिने लगा सर ने भी  एक घूंट विश्की का लिया...लेकिन यह क्या...????
सर ने घूंट मुंह में लेकर अपना मुंह प्रिंस के मुंह से जोड़ लिया...ओह.. प्रिंस सर के मुंह से विश्की पी रहा था मुझको यह बहुत ही अजीब ओर अलग लग रहा था...लेकिन वो दोनो मुझसे बिल्कुल बेफिक्र होकर यह सब कर रहे थे. ... फिर सर ओर प्रिंस आपस में लिपलॉक किस करने लगे.. पता नहीं क्यों मेरे बदन में सनसनी सी होने लगी थी.. दोनो बिल्कुल ही बेफिक्र होकर यह सब कर रहे थे...मेरी बिल्कुल भी फिक्र नहीं थी दोनों को ही ... कुछ देर यह सब करने के बाद प्रिंस बोला:- सर चलो न पेशाब करके आते है.. ओर यह कहकर प्रिंस ने सर का हाथ पकड़ के उठा ही लिया और पास ही कि एक झाड़ी के पीछे दोनो पेशाब करने चले गये, सर के 3 पैग हो चुके थे जबकि  प्रिंस एक बियर पी चुका था, मैं अभी तक सिर्फ आधी ही बियर पी पाया था..

तभी झाड़ी के पीछे से आवाज आई :- आह सर प्लीज धीरे से चुसो ना आह... आह... सर्रर ... धीरे प्लीज......

मैं चोंक पड़ा और खड़ा हो गया और धीरे से झाड़ी के पास गया और देखा तो.... ओह मम्मी... ओह्ह .... यह क्या...?
उफ्फ्फ....

यह तो आज तक कभी ना देखा था मैंने.... सर घुटनों के बल बैठे थे और प्रिंस उनके सामने अपना बरमूडा उतार के नीचे से नँगा ही खड़ा हुआ था और सर प्रिंस का लिंग (जो करीब 3 इंच का ही होगा) अपने मुंह में लेकर चूस रहे थे... ओह यह सब देख कर पता नही क्यों मेरा लिंग भी खड़ा हो गया और मेरे शरीर में अजीब सी सिरहन सी होने लगी.. इस मस्त मौसम और इस नजारे ने मेरे शरीर में अजीब सी सनसनी पैदा करदी थी , प्रिंस का लिंग उसके शरीर की तरह ही बहुत ही गोरा था , सर बहुत ही पैशनेट तरीके से उसका लिंग चूस रहे थे सर के हाथ प्रिंस की नंगी गाँड पर थे और वो कभी कभी उसका लिंग छोड़कर उसकी छोटी सी गोलियां यानी आंड भी चूसने लगते थे और प्रिंस अपनी गाँड को झटका दे दे करके सर के मुंह में अपना लिंग यानी कि लन्ड अंदर - बाहर कर रहा था.... कुछ ही मिनिट बाद प्रिंस अचानक हांफने लगा और वो अजीब तरीके से अपने शरीर को झटके देने लगा(मुझको बाद में पता लगा कि वो झड़ चुका था) फिर सर खड़े हो गए और प्रिंस को अपनी बाहों में लेकर लिपकिस करने लगे प्रिंस अभी भी नीचे से नँगा ही था, वो दोनो बुरी तरह से किसिंग कर रहे थे, सर की पीठ मेरी तरफ थी , तभी प्रिंस की नजर मुझपर पड़ी हम दोनों की नजरें मिली लेकिन उसने किसिंग बन्द नहीं कि ओर वो लगे रहे ... दो तीन मिनिट बाद ही सर ने प्रिंस को अपने सामने नीचे बैठा दिया ... फिर सर ने अपना पजामा उतार दिया , सर की गोल गाँड मेरी आँखों के सामने थी सर के सामने प्रिंस बैठा हुआ था , इसके अलावा मुझे कुछ नही नजर आ रहा था...

सर:- प्रिंस मेरे बच्चे,  मेरी डार्लिंग पूरा मुंह मे लेलो जानू , आज   एक हफ्ते बाद तुम मिले हो मेरे बच्चे चुसो अच्छे से मेरे लन्ड को ... आह ... ऊऊऊ....सी सीसी सी... आह... ऐसे ही ..ऊऊऊ ...आह ... चुसो ..गोली भी चाटो न बेटे..आह.....

यह सब देखकर मेरे शरीर में च्युंटिया सी चलने लगी और मेरा लन्ड भी खड़ा होकर मेरे पजामे में तन गया , मेरा लन्ड करीब 6 इंच का था,  इस वक्त वो 90° के हिसाब से तनकर खड़ा हूँआ था , तभी प्रिंस ने अपने दोनों हाथ सर की गाँड पर रख दिये और सर की गाँड की छेद में अपनी अंगुली रगड़ने लगा ,
सर की सिसकियां ओर आहे ओर ज्यादा बढ़ गयी थी  , तभी प्रिंस खड़ा हो गया......

सर बोले:- क्या हुआ डार्लिंग ....???
प्रिंस :- सर पिछे देखो ना......
सर ने तुरंत पीछे मेरी तरफ देखा.....

मेरी हालत खराब हो गयी... अब क्या होगा...ओह मम्मी ...सर एकटक मेरी ही तरफ देख रहे थे ... उन्होंने हाथ के इशारे से मुझको अपनी तरफ आने का इशारा किया... मुझे कुछ भी नही सुझा ओर एकदम ही सर की तरफ रवाना हो गया.... सर ओर प्रिंस दोनो ही नीचे से नँगे थे , मेरी चलते-चलते ही सर के लन्ड पर नजर गयी सर का लन्ड उनके शरीर के रंग के मुक़ाबले काफी डार्क था करीब मेरे ही साइज का लन्ड था जो प्रिंस के थूक से सना हुआ था और चमक रहा था  ..सर का लन्ड मुझसे थोड़ा मोटा था... सर ने अपनी झांट एकदम साफ की हुई थी , उनके पास जाकर में रुक गया ......

सर :- राहुल बेटे तुमने यह सब पहली बार देखा है क्या...बताओ न ....??

मैं :- जी सर ...!!!!

सर :- बेटा इसको समलैंगिक सेक्स या होमो सेक्स कहते है यानी कि पुरुष और पुरुष के बीच में सेक्स सम्बन्ध...जैसे औरत-मर्द के सेक्स होता है वेसे ही यह होता है....
(यह कहते हुए उन्होंने मेरे गाल पर अपना हाथ रख दिया और हल्के-हल्के फिराने लगे) अब मेरी सांसे पता नहीं क्यों तूफानी रफ्तार से चलने लगी और लन्ड ओर भी कड़क होकर पजामे में तंबू बनाने लगा ।
 तभी प्रिंस मेरे पीछे आ गया और मुझको बाहों में भर लिया, मुझको अजीब लगा ,लेकिन बुरा नहीं लगा, उसका छोटासा लन्ड मेरी गाँड में चुभ रहा था और तभी प्रिंस ने मेरा लन्ड पकड़ लिया और हल्के-हल्के हिलाने लगा... यह मेरा पहला एक्सपीरियंस था लेकिन मुझको अच्छा लग रहा था और मजा आ रहा था, तभी सर ने मेरे मुंह से अपना मुंह जोड़ लिया... पता नही क्यों मेरा मुंह अपने आप ही खुल गया और सर ने मेरे मुंह मे अपनी जीभ डालदी ओर हम लिपलॉक किस करने लगे यह मेरी जिंदगी की पहली किस थी, सर हालांकि मुझसे काफी बड़े थे लेकिन मुझको बहुत ही अच्छा लग रहा था....
 फिर प्रिंस ने धीरे से मेरा पाजामा नीचे खिसका दिया, अब मेरा लन्ड ओर सर का लन्ड आपस मे टकराने लगा था, प्रिंस का छोटा सा लन्ड मेरी गाँड की छेद की दरार में लगा हुआ था, बहुत ही रोमांचक और मजेदार लग रहा था यह सब मुझको.... सर ने लिपकिस तोड़ दी और प्रिंस को बोले:- प्रिंस बेटा आओ जरा राहुल के लन्ड को भी चुसो न थोड़ा ...  ओर प्रिंस मेरे सामने आ गया और सर मेरे पीछे आ गये.. मुझे बहुत ही नया लग रहा था और मजेदार भी इसलिए में कोई भी विरोध नहीं कर रहा था.. प्रिंस ने मेरा लन्ड पकड़ कर जैसे ही अपने मुंह में लिया.. मेरे पूरे बदन में आनन्द की ऐसी लहर दौड़ी जो आजतक मैंने कभी ना देखी न महसूस की थी... मैं तो जैसे किसी स्वर्ग में पहुंच चुका था.. तभी मेरी गाँड की दरार में सर अपना लन्ड रगड़ने लगे.. उसका एहसास भी बहुत ही मजेदार लग रहा था मुझको ... आनन्द ओर मजे के इस सागर में मैं अब डूब सा गया था... यह सेक्स का पहला एक्सपीरियंस मुझको नई दुनिया में ले जा चुका था.. सर ने मेरी टीशर्ट में हाथ डालकर मेरी निप्पल को चुभलाने लगे... आह...उफ्फ्फ...क्या एहसास था दोस्तों बता ही नही सकता हूँ मैं... इस मजे को शब्दों में बयान करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन ही है दोस्तों... सर मेरी पीठ चूमने लगे और प्रिंस ने मेरी गोलियां यानी अण्डकोष चूसने शुरू किये... उफ्फ्फ...मम्मी....इतना मजा आ रहा था क्या बताऊँ में....सर का लन्ड बिल्कुल टाइट था और बार बार मेरे छेद से रगड़ खा रहा था.... ऐसे ही करीब 7-8 मिनिट चला तो मुझको लगा कि पेशाब निकलेगा तो मैंने प्रिंस को बोला कि तुरन्त मेरे लन्ड को मुंह से निकालो मुझको पेशाब आएगा , प्रिंस ने लन्ड मुंह से निकाल दिया लेकिन सर ने मुझको बाहों में जकड़ लिया और बोले :- प्रिंस बेटा राहुल को पेशाब नही आयेगा बल्कि यह अब झडेगा तुम अपने मुंह पर झाड़ो इसको ... में कुछ समझा नही लेकिन प्रिंस मेरे लन्ड को अपने एक हाथ से हिलाने लगा....जल्द ही मेरे जीवन का पहला स्लखन हो गया..मेरा गाढ़ा वीर्य प्रिंस के मुंह के ऊपर गिर रहा था..मैं तो जैसे सातवें आसमान पर था... प्रिंस का पूरा  चेहरा मेरे वीर्य से चुपड़ सा गया था.. सर ने मुझको छोड़ दिया, मैं हांफने सा लगा था .. तभी सर प्रिंस के पास गये उसको खड़ा किया और उसका चेहरा जिसपर मेरा वीर्य लगा हुआ था उसको चाटने लगे , वो मेरा वीर्य चाट रहे थे.. मुझको यह अजीब लग रहा था लेकिन खराब नहीं .. सर जीभ से मेरा वीर्य चाट रहे थे और प्रिंस उनकी जीभ से मेरा वीर्य चाट रहा था.. यह सब अजीब था लेकिन मजेंदार था....

★जारी रहेगी★

[Image: N75VJXj]
गे समलैंगिक सेक्स भी उतना ही मजा देता है जितना असली सेक्स देता है आओ गाँड के मजे लो 

~सेक्स के मजे लो ~
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RE: में , मेरी माँ और मेरी क्रोसड्रेसर बीबी - by Salmakhan21 - 23-10-2022, 04:51 AM



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