30-09-2022, 05:50 PM
ड़ी देर हम दोनों एक दूसरे के ऊपर पडे रहे फिर भाभी बाथरूम मैं चली गयी | मैं वही लेटा रहा मेरे दिमाग मैं बात आई की चलो बाथरूम सेक्स करते है मैं भी बाथरूम मैं घुस गया भाभी अपने स्तनों को मसल-मसल कर साफ़ कर रही थी | और अपनी चूत में ऊँगली डाले हुई थी | मैंने कहा भाबी मेरे होते हुए आप ऊँगली से काम चला रही है कितने शर्म की बात है | भाभी ने कहा अरे मेरे राजा बहुत देर कर दी न तुमने आने में इसी लिए मैं ऊँगली डालकर काम चला रही हूँ |
मेरा उस्ताद तो पहले से ही तैयार था
मेरा उस्ताद तो पहले से ही तैयार था
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.