Thread Rating:
  • 0 Vote(s) - 0 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery पड़ोसन भाभी की मस्त जवानी
#4
उन्होंने कहा क्या हुआ रजत अन्दर नहीं आओगे | फिर हम दोनों अन्दर गए भाभी ने खाना लगाया पर मेरी नजर उनपर से हट ही नहीं रही थी | उन्होंने कहा की रजत तुम जब से आये हो कहा खोये हो | मैंने कहा भाभी आप मुझे बहुत अच्छी लगती है मैं आप से बहुत प्यार करता हूँ | उन्होंने कहा मुझे पता है की तुम मुझे कितना प्यार करते हो तुम्हारी पैन्ट देख कर पता लग रहा है | मेरा लंड जो की पैन्ट फाड़ कर बाहर आने की कोसिस कर रहा था | भाभी उसे ही देख रही थी | मैं भी समझ गया की आग बराबर दोनों तरफ लगी है |
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply


Messages In This Thread
RE: पड़ोसन भाभी की मस्त जवानी - by neerathemall - 30-09-2022, 05:49 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)