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Adultery पड़ोसन भाभी की मस्त जवानी
#3
नकी नाभि को देख कर मेरा तो मेरा लंड सलामी देने लगा बड़ी मुस्किल से उसे सम्हाला और हम शोपिंग के लिए मार्केट पहुंचे वहां भाभी ने कुछ समांन खरीदा और घर वापस आ रहे थे मेरी नज़र तो उन पर से हट ही नहीं रही थी | शायद इस बात का पता उनको भी चल गया था उन्होंने मुझ से पूछा रजत तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है | मैंने कहा नहीं भाभी आज तक कोई मिली नहीं | उन्होंने मुझ से पूछा अच्छा तुमको कैसी गर्लफ्रेंड चाहिए मेरे मुह से निकल गया की आप जैसी तो उन्होंने मुस्कुरा कर कहा चलो मेरे जैसी भी मिल जाएगी | तब तक हम घर पहुँच चुके थे |

हम दोनों उनके रूम पर पहुंचे हम दोनों बहुत थक चुके थे | फिर भाभी चाय बनाकर ले आई फिर हम दोनों ने चाय पी उनके मम्मे देख कर मेरा मन तो कह रहा था ककी उन्हें तुरंत चोद दूं | पर दर लग रहा था तो मैंने अपने आप को सम्हाला और कहा की अच्छा भाभी अब मैं चलता हूँ | तो भाभी ने कहा अरे रजत आज शाम का खाना मेरे घर ही खाना पहले मैंने मना किया पर उनके बार-बार कहने पर मैं मान गया मैं तो इसी मौके के इंतज़ार मैं था | शाम को उन्होंने मुझे फ़ोन किया और कहा रजत खाना तैयार है आ जाओ साथ मैं मिलकर खाते है | मैं उनके रूम की घंटी बजाई भाभी ने दरवाज़ा खोला नीले कलर की नाइटी में क्या कमाल लग रही थी उनके मुम्मे बाहर झाँक रहे थे | मैं उनके मम्मो को देख कर देखता ही रह गया शायद उनको पता चल गया था |

की मैं उनके मम्मो को देख रहा हूँ
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: पड़ोसन भाभी की मस्त जवानी - by neerathemall - 30-09-2022, 05:49 PM



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