30-09-2022, 05:46 PM
सोनिया भी बहुत सेक्सी थी और उसके बाद तो मेरा मन ही बदल गया | फिर उसके बाद अतुल का कमरा आ गया और उसने अतुल को बुलाया और फिर जसे ही अतुल बाहर आया तो सोनिया चली गई | फिर उसके बाद मैं और अतुल साथ में पढने लगे हम दोनों ने मन लगा कर 2 से 3 घंटे तक पढाई कि उसके बाद मेरा मन फिर सोनिया कि तरफ गया और मुझे उसकी गांड याद आ गी तो फिर मैंने अतुल से कहा बस भाई आज के लिए इतना बहुत पढ़ लिया अपन दोनों अब कल पढेंगे | फिर उसके बाद में अतुल के साथ नीचे आया तो मेरी नजरे सोनिया को ही देख रही थी | लेकिन वो दिखी ही नहीं और फिर मैं अपने घर आ गया | घर जाने के बाद बार बार सोनिया कि गांड ही याद आ रही थी | मेरा मन बहुत मचल रहा था लग रहा था | बस सोनिया गांड मिल जाये मैंने सोचा और उस दिन मैंने पहली बार सोनिया कि याद में मुठ मारा था |
उसके बाद फिर मैं रोज 2 से 3 घन्टे उसके घर पढने के लिए जाने लगा | मुझे किसी न किसी काम से सोनिया को देखने को मिल ही जाता था | मैं सोनिया को देखने के लिए अतुल से पानी मंगाया करता था | अतुल सोनिया को पानी के लिए आवाज़ लगाता था और सोनिया पानी लेकर आती थी तो मैं उसे देख लेता था | वो मुझे देखकर बहुत मुस्कुराती थी | और जब भी सोनिया दिखती थी तो में उसके मस्त दूध और गांड देखता था और रोज 3 या ४ बार मुठ मारा करता था |
सोनिया मुझे हमेशा लाइन मारा करती थी और मुझे देखकर बहुत मुस्कुराया करती थी | मैं अतुल का दोस्त होने के कारन अपनी नजरे उससे हटा लेता था | लेकिन सोनिया को क्या मालूम था कि मैं उसे चोदना चाहता हूँ |
ऐसे ही एक एक दिन निकलते गए और उसके बाद मैं थोडा बहुत सोनिया से बात करने लगा | वो जब भी फ्री रहती थी तो मेरे पास आ जाती थी और बहुत बातें किया करती थी | हम दोनों एक दुसरे से बहुत खुल गए थे और बहुत बातें भी करते थे | कोई भी बात हो हम दोनों एक दुसरे से बताते थे | कभी कभी तो हम दोनों एक दुसरे से डबल शब्दो में भी बात किया करते थे | और वो जब भी कॉलेज में मुझे मिलती थी तो मस्त सी स्माइल देकर चली जाती थी | फिर उसके बाद मुझे लगने लगा कि सोनिया के मन में भी मेरे लिए फीलिंग है | अब दुसरे दिन मेरे टेस्ट हो रहे थे तो मेरी कक्षा के सभी लड़के और लडकियों को रूम में बैठा दिया गया | रूम में भी मैं सबसे लास्ट पर बेठा हुआ था और टेस्ट दे रहा था तभी उसी समय पता नहीं किसी ने पीछे से मरे सर पर मारा और जेसे ही मैंने जल्दी से पीछे मुड़ कर देखा तो सोनिया थी और वो बहा से भाग गई | फिर मैंने तो सोच ही लिया था कि सोनिया अब तो जरूर चुदेगी |
उसके बाद फिर मैं रोज 2 से 3 घन्टे उसके घर पढने के लिए जाने लगा | मुझे किसी न किसी काम से सोनिया को देखने को मिल ही जाता था | मैं सोनिया को देखने के लिए अतुल से पानी मंगाया करता था | अतुल सोनिया को पानी के लिए आवाज़ लगाता था और सोनिया पानी लेकर आती थी तो मैं उसे देख लेता था | वो मुझे देखकर बहुत मुस्कुराती थी | और जब भी सोनिया दिखती थी तो में उसके मस्त दूध और गांड देखता था और रोज 3 या ४ बार मुठ मारा करता था |
सोनिया मुझे हमेशा लाइन मारा करती थी और मुझे देखकर बहुत मुस्कुराया करती थी | मैं अतुल का दोस्त होने के कारन अपनी नजरे उससे हटा लेता था | लेकिन सोनिया को क्या मालूम था कि मैं उसे चोदना चाहता हूँ |
ऐसे ही एक एक दिन निकलते गए और उसके बाद मैं थोडा बहुत सोनिया से बात करने लगा | वो जब भी फ्री रहती थी तो मेरे पास आ जाती थी और बहुत बातें किया करती थी | हम दोनों एक दुसरे से बहुत खुल गए थे और बहुत बातें भी करते थे | कोई भी बात हो हम दोनों एक दुसरे से बताते थे | कभी कभी तो हम दोनों एक दुसरे से डबल शब्दो में भी बात किया करते थे | और वो जब भी कॉलेज में मुझे मिलती थी तो मस्त सी स्माइल देकर चली जाती थी | फिर उसके बाद मुझे लगने लगा कि सोनिया के मन में भी मेरे लिए फीलिंग है | अब दुसरे दिन मेरे टेस्ट हो रहे थे तो मेरी कक्षा के सभी लड़के और लडकियों को रूम में बैठा दिया गया | रूम में भी मैं सबसे लास्ट पर बेठा हुआ था और टेस्ट दे रहा था तभी उसी समय पता नहीं किसी ने पीछे से मरे सर पर मारा और जेसे ही मैंने जल्दी से पीछे मुड़ कर देखा तो सोनिया थी और वो बहा से भाग गई | फिर मैंने तो सोच ही लिया था कि सोनिया अब तो जरूर चुदेगी |
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.