26-09-2022, 06:09 PM
एक दिन जब मैंने उससे कहा- मुझे कुछ इनाम तो दो, तो कहने लगी- बोलो क्या चहिये?
मैंने कहा- अपनी सहेली की सुन्दर सी चूत दिलवा दो.
पहले तो वह मेरी मांग से सकपका गई और बोली- मुझसे बोर हो गए हो क्या? मैंने कहा- ऐसी बात नहीं है, फिर भी कभी चेंज हो...................................................................
मैंने कहा- अपनी सहेली की सुन्दर सी चूत दिलवा दो.
पहले तो वह मेरी मांग से सकपका गई और बोली- मुझसे बोर हो गए हो क्या? मैंने कहा- ऐसी बात नहीं है, फिर भी कभी चेंज हो...................................................................
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.