17-09-2022, 01:04 AM
(27-02-2020, 01:05 AM)RajLove Wrote: और धीरे धीरे शुरू हो गया.इस तरह से मैने बहू को पीछे से चोदा और समधीजी भी आगे से अपनी बेटी को पेलते रहे.
इसके बाद मैं और समधीजी दोनो ही झड़ गये.और मेरी रंडी बहू से अलग होकर बेड पर पड़ गये.सरोज बीच में और हम दोनो उसके लेफ्ट राइट मे
.समधीजी ने सरोज को फिर से अपनी तरफ घुमा लिया और अपने से चिपका लिया.सरोज को भी उनसे नंगी होकर चिपकने मे अब कोई संकोच नही हो रहा था.
समधिजि ने उसके कान में कुछ कहा.तो वो बोली नही पापा आपका फिर से गांड में नही झेल पाउन्गि.अब मुझमें ताक़त नही रही.मैं समझ गया कि वो बहू की गान्ड की बात कर रहे है.समधीजी ने सरोज से रिक्वेस्ट कर रहे थे,सरोज बोली कुछ देर बाद मैं दे दूँगी.प्लीज़ पापा अभी रहने दो मेरी गांड दर्द कर रही है।
अब हमदोनो ने बहू को चोद चोदकर पूरी बेशर्म बना दिया था।मेरी रंडी बहु को हमदोनो दिनभर और रातभर घर में नंगी ही रखते और कभी चूत तो कभी गांड मारते रहते।
कभी कभी हमदोनो मेरी बहु को एकसाथ भी पेलते।बहु अब इतनी बेशर्म हो गई थी की घर में कही भी मेरा या अपने पापा का लंड चूसकर उसका मुठ पि जाती थी।
कुछ दिन बाद उसके पापा चले गए।अब तो बहु मेरी पर्सनल रंडी बन चुकी है।मैं जो बोलता हूँ वह करती है।रोज सुबह मेरा लण्ड चूसकर मुझे उठाती है और नास्ते में मेरे लण्ड से निकल जूस पि जाती है।