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Incest शीघ्रपतन
#14
अभी दूर है क्या निधी ? ". रोहित ने अपनी बहन के मूड का जायजा लेने के मकसद से पूछा.

" हाँ भैया... ये बस दूसरे Route से जाती है ना. आपकी Bike में तो ज़ल्दी हो जाता है वो IBM Office के रास्ते से जाने पर. ". निधी ने तुरंत जवाब दिया, पर अभी भी पीछे नहीं मुड़ी.

" हाँ... I See... ".

रोहित ने इधर उधर आस पास के लोगों को देखा पर सभी अपने में मगन और परेशान खड़े थें... बस में दो अच्छे घराने के भाई बहन क्या कर रहें थें इसमें शायद ही किसी को रूचि हो !!!

रोहित अपना दाया हाथ नीचे सरका के अपने Trouser तक ले गया और पैंट की Zip यानि चैन खोल दी. निधी पीछे देख तो नहीं पा रही थो पर वो समझ गई की उसके भैया अब कोई और नई शैतानी करने वाले हैं. उसका दिल ज़ोरों से धड़कने लगा...

अपने Trouser के अंदर हाथ डाल कर रोहित ने अपना खड़ा लण्ड अपने जांघिये से बाहर निकाल लिया और फिर पैंट कि Zip वापस लगा ली. अब उसका लण्ड अंडरवीयर से बाहर लेकिन Trouser के अंदर था. उसने ऐसा इसलिये किया था ताकि उसके लण्ड को अपनी बहन के चूतड़ का ज़्यादा से ज़्यादा स्पर्श मिल सके. अब उसने अपनी बहन कि गीली कमीज़ उठा कर सीधे उसके सलवार में लिपटी गांड़ में अपना लण्ड सटा दिया और उसकी कमीज़ से वो हिस्सा ढक दिया, जिससे अगर कोई देखे तो सिर्फ ये समझे कि दोनों बस ऐसे ही बाकि यात्रियों कि तरह खड़े हैं !

निधी कि तो जैसे साँस ही रुक गई Public में अपने भैया कि इस Daring और कुछ कुछ Funny हरकत को देख कर !

निधी ने अपने भीगे बालों और गर्दन पर अपने भैया कि गरम साँसे महसूस कि... रोहित अब इसके ऊपर झुका पहले से और ज़्यादा सट कर खड़ा हो गया था. कमीज़ के अंदर ढकी उसकी गांड़ में रोहित अब खुल कर लण्ड घिसने रगड़ने लगा. निधी कि मांसल पुष्ट गांड़ कि गोलाईयां उसके लण्ड को इतना सुकून और आनंद देंगी, ये उसे अभी अभी पता चला था !

अपने पूरी तरह से उत्तेजित हो चुके लण्ड से रोहित ने ठेल ठेल कर अपनी बहन कि सलवार और उसके अंदर पहनी पैंटी को उसकी चूतड़ कि फांक में घुसा दिया था. निधी को तो मन ही मन हँसी आने लगी अपने भैया कि बेचैनी देख कर.

अति कामोत्तेजना में रोहित को पता ही नहीं चला कि कब रुकना है और उसने अपना लण्ड अपनी बहन कि टाईट गांड़ में कुछ ज़्यादा ही घिस दिया था, इस वजह से वो स्खलित होने के करीब पहुंच गया. उसने तुरंत अपना लण्ड निधी कि गांड़ से हटा लिया और साँस रोक कर अपना माल गिरने से रोकने कि कोशिश करने लगा. इस कोशिश में उसके पेट मे बल पड़ गया, मगर अब काफी देर हो चुकी थी, उसका लण्ड उसके पैंट में एकदम से बड़ा होकर फूल गया और उसका वीर्य निकल आया !!!

जब रोहित ने देखा कि अब कोई फायदा नहीं तो उसने वापस अपना लण्ड अपनी बहन कि सलवार में घुसा दिया और झड़ने लगा. उसका गाढ़ा वीर्य Trouser के कपड़े से बाहर रिस रिस कर बहने लगा. निधी ने जब अपनी सलवार में गांड़ और जांघो पर गरम गरम मलाई जैसी चिकनी रस के एक के बाद दूसरी धार को गिरता हुआ महसूस किया तो वो समझ गई कि उसके भैया का काम तमाम हो चुका है !!!

20 सेकंड के अंदर ही रोहित कि पिचकारी पूरी खाली हो गई. उसके पैर अचानक से हुए इस शीघ्रपतन से काँप रहें थें और उसने बड़ी मुश्किल से खुद को अपनी बहन के ऊपर गिरने से रोका था. निधी ने अपने हाथ से अपनी गांड़ में घुस चुकी पैंटी और सलवार को निकाला और अपने कपड़े ठीक करने लगी. पर रोहित का काम अभी ख़त्म नहीं हुआ था !

अभी अभी थोड़ी सी Relax हुई निधी ने अचानक अपने भैया का दाया हाथ सीधे अपनी चूत पे रेंगता हुआ महसूस किया. रोहित उसकी चूत सलवार के ऊपर से ही सहलाने लगा ! भैया अचानक से इतने बेशरम कैसे हो गयें ???... निधी बेचारी ये सोच ही रही थी कि रोहित ने उसकी सलवार के नाड़े में अपनी ऊँगलीयां फंसा दी... हाय !... भैया पागल हो गयें थें क्या... इतने लोगों के बीच भरी बस में अपनी सगी बहन को नंगा करना चाहते थें क्या ??? घबरा कर निधी ने तुरंत अपने भैया का हाथ पकड़ कर उन्हें रोक लिया. रोहित रुक तो गया... उसने अपनी बहन कि सलवार का नाड़ा नहीं खोला मगर अब अपना हाथ उसकी सलवार के अंदर ही डाल दिया. लेकिन निधी ने सलवार इतनी टाईट बाँध रखी थी कि मुश्किल से भैया का हाथ अंदर घुस पाया और भैया बेचारे सिर्फ उसकी पैंटी का ऊपरी हिस्से वाला Elastic ही छू पायें थें !!!

अब ये तो कुछ ज़्यादा ही हो रहा था... निधी एकाएक अपने भैया के तरफ मुड़ कर खड़ी हो गई. रोहित को ये अंदेशा नहीं था कि उसकी बहन अचानक Face To Face हो जायेगी. उसने झट से अपनी नज़र घुमा ली.

" भैया ! मम्मी को फोन किया कि हम लेट हो जायेंगे ? ". निधी ने पूछा.

रोहित समझ गया कि निधी जानबूझ कर ज़ोर से बोल रही थी और " भैया " शब्द पर ज़्यादा दबाव डाल रही थी ताकि आस पास खड़े लोगों को उनकी हरकतों पे कोई शक ना हो.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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शीघ्रपतन - by neerathemall - 28-07-2022, 02:14 PM
RE: शीघ्रपतन - by neerathemall - 28-07-2022, 02:15 PM
RE: शीघ्रपतन - by neerathemall - 28-07-2022, 02:15 PM
RE: शीघ्रपतन - by neerathemall - 28-07-2022, 02:17 PM
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RE: शीघ्रपतन - by neerathemall - 28-07-2022, 02:19 PM
RE: शीघ्रपतन - by neerathemall - 28-07-2022, 02:22 PM
RE: शीघ्रपतन - by neerathemall - 29-08-2022, 05:48 PM
RE: शीघ्रपतन - by neerathemall - 15-09-2022, 01:47 PM
RE: शीघ्रपतन - by neerathemall - 15-09-2022, 02:24 PM
RE: शीघ्रपतन - by neerathemall - 15-09-2022, 02:31 PM
RE: शीघ्रपतन - by neerathemall - 15-09-2022, 03:22 PM
RE: शीघ्रपतन - by neerathemall - 16-09-2022, 05:06 PM
RE: शीघ्रपतन - by neerathemall - 16-09-2022, 05:06 PM



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