16-09-2022, 11:33 AM
Update 7 ❤️?
मिश्रा निशा को अपनी गोद में उठा कर बेड पर ले जाता है
और उसे जोर से पकड़ कर उसकी गर्दन को चूमना शुरू करता है
निशा भी उसके दाव पर धीरे धीरे पिघल रही थी
मिश्रा आगे बढ़कर उसकी चुन्नी को नीचे फेंक देता है
और उसके bobs ko धीरे धीरे ऊपर से ही दबता he
निशा के मुंह से आहे निकल जाती
उसके बॉब्स को कोई मर्द आज पहली बार दबा
रहा था
मिश्रा ने उसको अपने ऊपर ले कर निशा की कातिलाना गांड़ को
अपनी कठोर हथेलियों से दबाना शुरू किया
निशा को अजब सुख की प्राप्ति आज हो रही थी
निशा उसे रोकने की नाकाम कोशिश कर रही थी वही मिश्रा अपने आप को दुनिया का सबसे नसीब आदमी समझता है जो आज इस उम्र में बरसो बाद निशा जेसी मस्त कमसिन mal की सील बंद chut ko marne ja raha tha
Nisha आत्मसमर्पण करते हुवे अंकल से मजे लेने लगी थी
तभी मिश्रा ने उसके गुलाब के पंखुड़ी जैसे होंठो को अपने होंठो में लेना चाहे
तभी निशा ने मुंह फेरा क्योंकि उसे किस करना नही था परंतु मिश्रा के खेल के आगे वो ज्यादा देर tik nahi saki or अपने गुलाबी होंटो में अंकल के होंठो को चूमने लगी निशा को चूमते चूमते ही मिश्रा ने अपना थूक उसके मुंह में उतार दिया निशा झंझला गईं
निशा की जुबान को मिश्रा ने अपने मुंह में लेकर चूसना कर दिए निशा के लिए ये सब काफी नया था उस इस तरह की चुसाई की कोई जानकारी नहीं थी
मिश्रा ने निशा को चूमने के बाद अपने पास बिठा कर उसके ब्लाउज की डोरी को खोलने की कोशिश करता है निशा उसको रोकने की नाकाम कोशिश करती हे पर मिश्रा उसके ब्लाउज को खोल देता है
मिश्रा के सामने अब उसकी दिलरुबा ब्रा में थी वो जोर जोर से दबाने लगता हे
निशा चीला के बोलती है
अंकल प्लीज़ धीरे बहुत दुख रही है
पर मिश्रा को उसकी इस दर्द को कोई परवाह नही थी
उसके बॉब्स दबाने के बाद वो निशा के पैरो की तरफ आता है
और उसके कोमल पेरो को चूसना शुरू करता है निशा की chut बहुत पानी छोड़ती ही और उसे बहुत गुद गुदी भी होती है निशा पगली बनकर चादर पकड़ कर अपने आप को ढकती ही पर सब व्यर्थ था
निशा के लहंगे को मिश्रा ऊपर की ओर कर उसकी झांगो की कुत्ते की तरह चाटने लगता है निशा बेबस होकर चटाई का मजा लेती रहती है
मिश्रा अपने सिर को निशा के लहंगे में डाल कर उसकी chut ki khushbu लेकर आए भरता है
ओर निशा की पैंटी पर जुबान फेरता है निशा अपने पैर सिकुड़ती है तो उसको मुंह उसकी जांघ में दब जाता है मिश्रा
के लिए तो ये जन्नत का मजा साबित हो गया था
थोड़े टाइम चाटने के बाद वो निशा को उल्टा कर देता है और निशा ऐसे पलट रही थी जैसे कोई शेर किसी हिरनी का शिकार कर रहा हो
निशा को पलटते ही उसकी लहंगे में कसी हुई गांड़ उसके सामने आ जाती है जिसे देख कर उसकी सांसे रुक जाती है वो अपना मुंह उसकी गांड़ में देकर paglo ki तरह chatata हैं
मिश्रा अब आगे बडकर अपने उंगली को निशा की नाभी में देकर सहलता है
और अपनी जुबान से उसे बेतहसा चटाई शुरू करता है
निशा अपनी मस्ती में आंखे बंद करके पड़ी हुई थीं
तभी मिश्रा उसके लहंगे के नाडे को खोलने की कोशिश करता है
निशा बेमन से उसे रोकती है लेकिन वो खुद आज चुदासी हो चुकी थी
नाडा खोलने के बाद लहंगा नीचे करता हैं पर होता नही निशा
अपनी गांड़ उठा कर उसकी मदद करती हे अब
मिश्रा के सामने निशा केवल ब्रा और पैंटी में थी जिसे देख कर उसका दिल और लंद धड़कन भूल गए
निशा को देख कर मिश्रा उसे वापस अपने बेड पर सुलाता है और उसकी ब्रा को खोल कर वापस नीचे fek deta he
Mishra उसके बॉब्स और उसके गुलाबी निप्पल देख के लार टपका देता है और बीना देर किए पूरा बॉब्स अपने मुंह में भर कर दूसरा दबाना शुरू कर देता हे
निशा उसके काटने से रोने लगती है तो वो फिर धीरे धीरे चूसता ही
निशा _ अंकल मत काटो प्लीज i love you
Muje dukh rahe he
मिश्रा _ क्या दुख रहा मेरी रानी
निशा _ आप सब जानते हो pleSe
मिश्रा निशा को अपनी गोद में उठा कर बेड पर ले जाता है
और उसे जोर से पकड़ कर उसकी गर्दन को चूमना शुरू करता है
निशा भी उसके दाव पर धीरे धीरे पिघल रही थी
मिश्रा आगे बढ़कर उसकी चुन्नी को नीचे फेंक देता है
और उसके bobs ko धीरे धीरे ऊपर से ही दबता he
निशा के मुंह से आहे निकल जाती
उसके बॉब्स को कोई मर्द आज पहली बार दबा
रहा था
मिश्रा ने उसको अपने ऊपर ले कर निशा की कातिलाना गांड़ को
अपनी कठोर हथेलियों से दबाना शुरू किया
निशा को अजब सुख की प्राप्ति आज हो रही थी
निशा उसे रोकने की नाकाम कोशिश कर रही थी वही मिश्रा अपने आप को दुनिया का सबसे नसीब आदमी समझता है जो आज इस उम्र में बरसो बाद निशा जेसी मस्त कमसिन mal की सील बंद chut ko marne ja raha tha
Nisha आत्मसमर्पण करते हुवे अंकल से मजे लेने लगी थी
तभी मिश्रा ने उसके गुलाब के पंखुड़ी जैसे होंठो को अपने होंठो में लेना चाहे
तभी निशा ने मुंह फेरा क्योंकि उसे किस करना नही था परंतु मिश्रा के खेल के आगे वो ज्यादा देर tik nahi saki or अपने गुलाबी होंटो में अंकल के होंठो को चूमने लगी निशा को चूमते चूमते ही मिश्रा ने अपना थूक उसके मुंह में उतार दिया निशा झंझला गईं
निशा की जुबान को मिश्रा ने अपने मुंह में लेकर चूसना कर दिए निशा के लिए ये सब काफी नया था उस इस तरह की चुसाई की कोई जानकारी नहीं थी
मिश्रा ने निशा को चूमने के बाद अपने पास बिठा कर उसके ब्लाउज की डोरी को खोलने की कोशिश करता है निशा उसको रोकने की नाकाम कोशिश करती हे पर मिश्रा उसके ब्लाउज को खोल देता है
मिश्रा के सामने अब उसकी दिलरुबा ब्रा में थी वो जोर जोर से दबाने लगता हे
निशा चीला के बोलती है
अंकल प्लीज़ धीरे बहुत दुख रही है
पर मिश्रा को उसकी इस दर्द को कोई परवाह नही थी
उसके बॉब्स दबाने के बाद वो निशा के पैरो की तरफ आता है
और उसके कोमल पेरो को चूसना शुरू करता है निशा की chut बहुत पानी छोड़ती ही और उसे बहुत गुद गुदी भी होती है निशा पगली बनकर चादर पकड़ कर अपने आप को ढकती ही पर सब व्यर्थ था
निशा के लहंगे को मिश्रा ऊपर की ओर कर उसकी झांगो की कुत्ते की तरह चाटने लगता है निशा बेबस होकर चटाई का मजा लेती रहती है
मिश्रा अपने सिर को निशा के लहंगे में डाल कर उसकी chut ki khushbu लेकर आए भरता है
ओर निशा की पैंटी पर जुबान फेरता है निशा अपने पैर सिकुड़ती है तो उसको मुंह उसकी जांघ में दब जाता है मिश्रा
के लिए तो ये जन्नत का मजा साबित हो गया था
थोड़े टाइम चाटने के बाद वो निशा को उल्टा कर देता है और निशा ऐसे पलट रही थी जैसे कोई शेर किसी हिरनी का शिकार कर रहा हो
निशा को पलटते ही उसकी लहंगे में कसी हुई गांड़ उसके सामने आ जाती है जिसे देख कर उसकी सांसे रुक जाती है वो अपना मुंह उसकी गांड़ में देकर paglo ki तरह chatata हैं
मिश्रा अब आगे बडकर अपने उंगली को निशा की नाभी में देकर सहलता है
और अपनी जुबान से उसे बेतहसा चटाई शुरू करता है
निशा अपनी मस्ती में आंखे बंद करके पड़ी हुई थीं
तभी मिश्रा उसके लहंगे के नाडे को खोलने की कोशिश करता है
निशा बेमन से उसे रोकती है लेकिन वो खुद आज चुदासी हो चुकी थी
नाडा खोलने के बाद लहंगा नीचे करता हैं पर होता नही निशा
अपनी गांड़ उठा कर उसकी मदद करती हे अब
मिश्रा के सामने निशा केवल ब्रा और पैंटी में थी जिसे देख कर उसका दिल और लंद धड़कन भूल गए
निशा को देख कर मिश्रा उसे वापस अपने बेड पर सुलाता है और उसकी ब्रा को खोल कर वापस नीचे fek deta he
Mishra उसके बॉब्स और उसके गुलाबी निप्पल देख के लार टपका देता है और बीना देर किए पूरा बॉब्स अपने मुंह में भर कर दूसरा दबाना शुरू कर देता हे
निशा उसके काटने से रोने लगती है तो वो फिर धीरे धीरे चूसता ही
निशा _ अंकल मत काटो प्लीज i love you
Muje dukh rahe he
मिश्रा _ क्या दुख रहा मेरी रानी
निशा _ आप सब जानते हो pleSe