15-09-2022, 07:57 PM
(This post was last modified: 16-09-2022, 02:12 AM by Devil lover. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
अपडेट 4❤️?
निशा घर आके सोने चली जाती हे लेकिन अब वो मिश्रा के बारे में सोचती है
उसके एहसान जो उसके पापा की बीमारी के टाइम पे किए और बाद में उसको दिए gift or vo uski बातो और नेचर से भी अब थोड़ा पिघलने लगी थी
निशा सोचती है की ye अकेलापन का शिकार है इसे बस कुछ नही तो थोड़ी हमदर्दी दिखा देती हु बाकी बात आगे कभी नही बढ़ानी है
सुबह उठके उसे पता चलता है की उसके बाप को 60 लाख देने हे नही तो उसका घर बिक जायेगा अब रंजीत मदद मिश्रा से नही मांगता है
मिश्रा पर थोड़ा निशा भी पिघल गई थी और उसे मदद भी चाहिए थी तो उसने उसे कॉल करा
निशा_ हेलो अंकल
मिश्रा _ हेल्लो निशा
निशा _ आप कैसे हो
मिसरा _ तुम्हारे बिना kesa ho सकता हु
तुझे याद करके पागल हो चुका हु मेरी जानेमन
निशा _ अंकल आप थोड़े सुधर जाओ अब
मिश्रा _ तुम सुधरोगी तभी सुधरूंगा
निशा _ आप थोडा खयाल रखो अपना
मिश्रा _ क्यों क्या जरूरी है दुनिया को क्या फर्क पड़ता है में maru ya जीयु
निशा _ पागलों jesi bat mat करो आप को ni padta hoga par or भी लोग ही दुनिया
मिश्रा और से क्या काम जब तुझ को ही नफरत है मुझसे
निशा _ ऐसी बात नही है आप चाहो तो में आपकी फ्रेंड बन सकती hu bus
Mishra janta tha ki ye bulbul fas Rahi he
To तुरंत friendship kar leta he
Nisha _ mujhe kuchh kam tha aap se
Mishra _ हुकम करो मेरी रानी
निशा _ वो पापा का 20 लाख उधार चाहिए
मिश्रा _ बस इतनी सी बात है तुम कहो तो अपना सब कुछ तुम pe mita ke rakh du
निशा _ बस बस ज्यादा फिल्मी diliage मत मारो
Mishra man hi man डायलोग नही तेरी गांड़ मारनी हैं मेरी रानी
निशा _ चलो अब में रखती hu
By
मिश्रा _ l Love you darling
Nisha _ by।
फोन रख देती है
मिश्रा को निशा की गुलाबी chut ki खुशबू आने लगती और वो मूठ मारके झाड़ jhata he
निशा फोन रख कर मिश्रा के बारे में सोचती है
क्या मेने दोस्ती करके सही किया?
वो आगे बढ़े तो में क्या करूंगी?
फिर उसे उनकी अच्छी बाते याद आती है
और उसे यह भी पता था वो उन्हे आगे नहीं बड़ने देगी बस बात दोस्ती तक रख के छोड़ देगी
लेकिन वो ये भूल गई थी की वो मिश्रा के जाल में फस चुकी है
निशा घर आके सोने चली जाती हे लेकिन अब वो मिश्रा के बारे में सोचती है
उसके एहसान जो उसके पापा की बीमारी के टाइम पे किए और बाद में उसको दिए gift or vo uski बातो और नेचर से भी अब थोड़ा पिघलने लगी थी
निशा सोचती है की ye अकेलापन का शिकार है इसे बस कुछ नही तो थोड़ी हमदर्दी दिखा देती हु बाकी बात आगे कभी नही बढ़ानी है
सुबह उठके उसे पता चलता है की उसके बाप को 60 लाख देने हे नही तो उसका घर बिक जायेगा अब रंजीत मदद मिश्रा से नही मांगता है
मिश्रा पर थोड़ा निशा भी पिघल गई थी और उसे मदद भी चाहिए थी तो उसने उसे कॉल करा
निशा_ हेलो अंकल
मिश्रा _ हेल्लो निशा
निशा _ आप कैसे हो
मिसरा _ तुम्हारे बिना kesa ho सकता हु
तुझे याद करके पागल हो चुका हु मेरी जानेमन
निशा _ अंकल आप थोड़े सुधर जाओ अब
मिश्रा _ तुम सुधरोगी तभी सुधरूंगा
निशा _ आप थोडा खयाल रखो अपना
मिश्रा _ क्यों क्या जरूरी है दुनिया को क्या फर्क पड़ता है में maru ya जीयु
निशा _ पागलों jesi bat mat करो आप को ni padta hoga par or भी लोग ही दुनिया
मिश्रा और से क्या काम जब तुझ को ही नफरत है मुझसे
निशा _ ऐसी बात नही है आप चाहो तो में आपकी फ्रेंड बन सकती hu bus
Mishra janta tha ki ye bulbul fas Rahi he
To तुरंत friendship kar leta he
Nisha _ mujhe kuchh kam tha aap se
Mishra _ हुकम करो मेरी रानी
निशा _ वो पापा का 20 लाख उधार चाहिए
मिश्रा _ बस इतनी सी बात है तुम कहो तो अपना सब कुछ तुम pe mita ke rakh du
निशा _ बस बस ज्यादा फिल्मी diliage मत मारो
Mishra man hi man डायलोग नही तेरी गांड़ मारनी हैं मेरी रानी
निशा _ चलो अब में रखती hu
By
मिश्रा _ l Love you darling
Nisha _ by।
फोन रख देती है
मिश्रा को निशा की गुलाबी chut ki खुशबू आने लगती और वो मूठ मारके झाड़ jhata he
निशा फोन रख कर मिश्रा के बारे में सोचती है
क्या मेने दोस्ती करके सही किया?
वो आगे बढ़े तो में क्या करूंगी?
फिर उसे उनकी अच्छी बाते याद आती है
और उसे यह भी पता था वो उन्हे आगे नहीं बड़ने देगी बस बात दोस्ती तक रख के छोड़ देगी
लेकिन वो ये भूल गई थी की वो मिश्रा के जाल में फस चुकी है