15-09-2022, 06:04 PM
क दिन मेरी बहन मिली.
उसने बताया कि उसकी जेठानी के दो लड़कियां हैं और दोनों सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं.
एक पूना में रहती है, दूसरी दिल्ली में.
उन दोनों को अच्छा खासा पैकेज मिलता है. उन दोनों लड़कियों के लिए उनके समकक्ष लड़के चाहिए.
मेरी नजर में एक लड़का बेंगलोर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर था.
मैंने उसके बारे में बताया.
मेरी बहन ने वापिस अपनी जेठानी को, मुझसे हुई बात बताई.
जेठानी (नंदा) ने तत्काल मुझे फोन लगाया और विस्तृत जानकारी लेकर बोली- मुझे लड़का देखना है.
जब मैंने उसे बताया कि पहले लड़के वालों का मूड भी देखना होगा.
तो वो बोली- आप एक दो दिन में बात करके बताना.
मैंने लड़के के घर वालों से बात की, वो तैयार थे.
उन्होंने बोला कि लड़का अभी ही कम्पनी की छुट्टी मना कर बेंगलोर गया हुआ है. अगर आपको देखना है तो बेंगलोर चले जाइए और देख आइए.
उन्होंने एड्रेस दे दिया.
मैंने नंदा को फोन करके सब वही बात बताई.
नंदा बोली- आप मेरे साथ बेंगलोर चलो. हम लड़का देख आते हैं. लड़का समझ में आ गया तो लड़के के घर वालों से बात कर लेंगे.
अभी तक मैंने नंदा को रूबरू कभी देखा नहीं था.
मैंने नंदा से कहा- ठीक है, समय मिलते ही चलते हैं.
नंदा बोली- इसमें समय का क्या देखना है. मैं फ्लाइट की टिकट बुक करवा कर टिकट की फोटो कॉपी आपके व्हाट्सएप्प पर भेजती हूँ.
कुछ ही देर में टिकट मोबाइल में आ गए.
टिकट कल शाम के छह बजे के थे.
ठीक समय पर अलग अलग एयर पोर्ट पहुंच कर मिले.
नंदा आकर्षक व्यक्तित्व की धनी महिला थी.
उम्र पचास-पचपन के बीच होते हुए भी उसने शरीर को मेन्टेन कर रखा था.
रंग रूप में सांवली सलोनी, आंखों पर चश्मा. विधवा होने के बावजूद मस्तिष्क पर बिंदी लगा रखी थी.
साइज भी कड़क थी. सीना करीब 42 इंच, पेट 40 इंच और नितम्ब 48 इन्च के रहे होंगे.
उसके बूब्स साड़ी में छुपे होने के कारण ज्यादा अंदाज नहीं लगा पाया.
खैर हम दोनों मिले.
लाउंज में जाकर पता किया फ्लाइट दो घंटा लेट थी.
सामान को बोर्डिंग करवा कर लाउंज में बैठ गए.
नंदा दिखने में उम्र अपनी उम्र से दस साल छोटी दिखती थी और बहुत खूबसूरत.
मैं कनखियों से उसे चोदने का विचार करने में लगा हुआ था.
उसने बताया कि उसकी जेठानी के दो लड़कियां हैं और दोनों सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं.
एक पूना में रहती है, दूसरी दिल्ली में.
उन दोनों को अच्छा खासा पैकेज मिलता है. उन दोनों लड़कियों के लिए उनके समकक्ष लड़के चाहिए.
मेरी नजर में एक लड़का बेंगलोर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर था.
मैंने उसके बारे में बताया.
मेरी बहन ने वापिस अपनी जेठानी को, मुझसे हुई बात बताई.
जेठानी (नंदा) ने तत्काल मुझे फोन लगाया और विस्तृत जानकारी लेकर बोली- मुझे लड़का देखना है.
जब मैंने उसे बताया कि पहले लड़के वालों का मूड भी देखना होगा.
तो वो बोली- आप एक दो दिन में बात करके बताना.
मैंने लड़के के घर वालों से बात की, वो तैयार थे.
उन्होंने बोला कि लड़का अभी ही कम्पनी की छुट्टी मना कर बेंगलोर गया हुआ है. अगर आपको देखना है तो बेंगलोर चले जाइए और देख आइए.
उन्होंने एड्रेस दे दिया.
मैंने नंदा को फोन करके सब वही बात बताई.
नंदा बोली- आप मेरे साथ बेंगलोर चलो. हम लड़का देख आते हैं. लड़का समझ में आ गया तो लड़के के घर वालों से बात कर लेंगे.
अभी तक मैंने नंदा को रूबरू कभी देखा नहीं था.
मैंने नंदा से कहा- ठीक है, समय मिलते ही चलते हैं.
नंदा बोली- इसमें समय का क्या देखना है. मैं फ्लाइट की टिकट बुक करवा कर टिकट की फोटो कॉपी आपके व्हाट्सएप्प पर भेजती हूँ.
कुछ ही देर में टिकट मोबाइल में आ गए.
टिकट कल शाम के छह बजे के थे.
ठीक समय पर अलग अलग एयर पोर्ट पहुंच कर मिले.
नंदा आकर्षक व्यक्तित्व की धनी महिला थी.
उम्र पचास-पचपन के बीच होते हुए भी उसने शरीर को मेन्टेन कर रखा था.
रंग रूप में सांवली सलोनी, आंखों पर चश्मा. विधवा होने के बावजूद मस्तिष्क पर बिंदी लगा रखी थी.
साइज भी कड़क थी. सीना करीब 42 इंच, पेट 40 इंच और नितम्ब 48 इन्च के रहे होंगे.
उसके बूब्स साड़ी में छुपे होने के कारण ज्यादा अंदाज नहीं लगा पाया.
खैर हम दोनों मिले.
लाउंज में जाकर पता किया फ्लाइट दो घंटा लेट थी.
सामान को बोर्डिंग करवा कर लाउंज में बैठ गए.
नंदा दिखने में उम्र अपनी उम्र से दस साल छोटी दिखती थी और बहुत खूबसूरत.
मैं कनखियों से उसे चोदने का विचार करने में लगा हुआ था.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
