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Incest भैया दीदी पर टूट पड़े
#3
आआआआअ.. भैया ज़ोर से चोदो आआआआ.. भैया आपके लंड की चोट मेरी बच्चेदानी पर पड़ रही है आआआआअ.. भैया आज चोद कर मुझे अपने बच्चे की माँ बना दो तेरे जीजा तो मुझे माँ नही बना सकते आआआआ…
भैया ज़ोर से òऊऊऊऊ और ज़ोर से चोदो आआआआ.. भैया ज़ोर से चोदो आआआआ.. भैया ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाते हुए दीदी को चोद्ने लगे, फिर थोड़ी देर बाद भैया ने कहा ले मेरी रंडी ले अब अपने भाई का वीर्य अपनी चूत मे लेकर अब तू मेरे बच्चे की माँ बन जा और अपने लंड से वीर्य की पिचकारी दीदी की चूत मे छोड़ दी और दीदी के उपर ही पड़े रहे.
फिर भैया ने दीदी की चूत से खींच कर अपना लंड बाहर निकाल लिया और लंड फच की आवाज़ के साथ दीदी की चूत से निकल आया, फिर दीदी ने भैया का लंड और भैया ने दीदी की चूत को चाट कर साफ किया और अपने कपड़े पहनने लगे.
मैं भी वहाँ से हट गयी और अपने रूम मे आ गयी और सोचने लगी कि जब दीदी मुझसे भैया से चुद्ने के बारे मे पुछेगि तो मैं क्या जवाब दूं,मैं तो सोचती थी कि अपनी चूत का उद्घाटन मैं अपने पति से कर्वाउन्गि और यहाँ तो मेरा अपना सगा भाई ही मुझे चोदने को तैयार है.
काफ़ी देर सोचने के बाद मैने फ़ैसला किया कि मेरे पति का लंड जाने कैसा होगा क्यू ना भैया के मोटे और लंबे लंड से अपनी चूत की सील तुड़वा लूँ और ये सोच कर मैं खुद ही दीदी के पास जाने लगी कि तभी दीदी मेरे पास आई और मुझसे बोली नेहा मैने तुमसे एक बात करनी है अगर तुम बुरा नही मनोगी तो मैं बोलूं मैने कहा दीदी बोलो क्या बात है तो दीदी ने कहा मैं ज़्यादा घुमा फिरा कर बात नही करती.
और मुझसे बोली नेहा क्या तेरा कोई बॉय फ्रेंड है तो मैने जान भुज कर शरमाते हुए बोली दीदी ये आप क्या कह रही हैं मैं क्या आपको ऐसे लड़की लगती हूँ इस पर दीदी ने कहा तो फिर तुम अपने जिस्म की आग को कैसे ठंडा करती हो ये सुन कर मैं कुच्छ नही बोली और अपनी नज़रें नीची कर ली.
दीदी ने फिर कहा नेहा बताओ ना मैं जो तुमसे पुच्छ रही हूँ, मैने फिर धीर्रे से कहा दीदी क्या तुम भी, फिर दीदी ने कहा अच्छा ये बता अगर मैं तेरी चुदाई का इंतज़ाम घर मे ही कर दूं तो.
मैं ये बात सुन कर मन ही मन बहुत खुश हुई पर मैं चोन्क्ते हुए इधर उधर देखने लगी तभी स्नेहा दीदी ने कहा क्यूँ नाटक कर रही हो मुझे पता है तेरा मन भी चुदने को कर रहा है पर तू शरम से बोल नही रही.
मैं शरमाते हुए धीर्रे से बोली दीदी मन तो मेरा भी बहुत करता है कि मुझे भी कोई मर्द अपनी बाहों मे लेकर खूब प्यार करे और मुझे ज़ोर से चोदे पर मैं तो सिर्फ़ अपने पति को ही अपना जिस्म सोपूंगी और मेरा पति ही मेरे साथ सुहाग रात मनाएगा.
ये सुन कर दीदी ने कहा नेहा पागल मत हो क्या पता तेरा पति तुझे अच्छे से चोद ही ना पाए और तू चुद्ने के लिए तड़पति रहे, मैने कहा दीदी तुम मुझे किस से चुदवाना चाहती हो तो दीदी ने कहा पहले तू मुझसे वादा कर कि तू मेरी बात मानेगी मैने कहा दीदी मैं तुम्हारी हर बात मानूँगी प्लीज़ मुझे बताओ कि तुम मुझे किस से चुदवाना चाहती हो तो दीदी ने कहा अगर तुम किसी को कुच्छ नही बोलोगि तो मैं संचित भैया के बारे मे सोच रही हूँ.
ये सुन कर मैने दीदी को कहा दीदी तुम ये कैसी बात कर रही हो संचित हमारा भाई है और तुम छिह, फिर दीदी ने कहा अगर तुम तैयार हो तो संचित भाईया की बात मुझ पर छोड़ दे.
फिर मैने पुछा दीदी तुझे क्या लगता है क्या संचित भाईया मान जाएँगे, तो दीदी ने कहा भैया को मैं खुद मना लूँगी, फिर मैने कहा दीदी मुझे तो डर लग रहा है ,दीदी ने कहा कैसा डर तो मैने कहा दीदी पता नही भैया का लंड कैसा होगा और मैं पहली बार चुदुन्गि और मैने सुना है कि पहली बार चुद्ने मे बहुत दर्द होता है.
फिर दीदी ने कहा हाँ ये ठीक है कि जब चूत की सील टूटती है तो दर्द होता है पर मज़ा भी बहुत आता है और ये कह कर दीदी ने अपनी नाइटी उतार दी और अपनी टाँगो को फैला कर मुझे अपनी चूत दिखाने लगी और बोली नेहा देख तेरी चूत भी चुद्ने के बाद ऐसी हो जाएगी,मैं दीदी की चूत देख कर बोली दीदी तेरी चूत तो काफ़ी खुल्ली हुई है और मेरी चूत तो एकदम बंद है क्या जीजा जी ने चोद कर तेरी चूत इतनी खोल दी है.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: भैया दीदी पर टूट पड़े - by neerathemall - 15-09-2022, 03:16 PM



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