09-09-2022, 03:32 PM
“बहुत मस्त भाई…..किम्मी बोली!!”
“आज तुमने तू मेरी मस्त चूत बजाई है!!” वो बोली। मैं उसके गुलगुल पुट्ठो को सहलाए जा रहा था। आज मैंने उसको अपनी बीबी की तरह चोदा था और उसकी चूत में भी सिंदूर भर दिया था। उसके बाद हम फिर से प्यार करने लगे। मैं फिर से किम्मी के दूध पीने लगा।
“आज तुमने तू मेरी मस्त चूत बजाई है!!” वो बोली। मैं उसके गुलगुल पुट्ठो को सहलाए जा रहा था। आज मैंने उसको अपनी बीबी की तरह चोदा था और उसकी चूत में भी सिंदूर भर दिया था। उसके बाद हम फिर से प्यार करने लगे। मैं फिर से किम्मी के दूध पीने लगा।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.