09-09-2022, 03:31 PM
बिच!! आई विल फक यू वेरी हार्ड!!” मैंने कहा और जोर जोर से मैं धक्के मारने लगा। किम्मी की चूत अच्छे से चुदने लगी। मेरा लंड और भी जादा मोटा हो गया था और जोर जोर से अंदर तक किम्मी की चूत में मेरा लंड पहुच रहा था। उसका कुछ गाढ़ा मक्खन जैसा माल मेरे लंड पर लगा गया था जिससे अंदर बाहर होने में मुझे और चिकनाई और फिसलन मिल रही थी।
मैंने अपनी गांड हवा में उपर उठा दी और किम्मी को लेने लगा। कुछ देर में मैंने अपना माल अपनी चचेरी बहन की चूत में छोड़ दिया और हम दोनों प्यार करने लगे। कुछ देर बाद मैंने अपनी जींस की जेब से सिंदूर की डिब्बी निकाली और अपनी चचेरी बहन किम्मी की मांग भर दी और थोड़ा सिंदूर मैंने उसकी चूत में भी लगा दिया।
“ये क्या किया भाई……???” किम्मी हैरत से पूछने लगी
“देख बहन……कुछ सालो में तेरी शादी हो जाएगी और तेरा हसबैंड तेरी मांग भरा करेगा। तो मैंने सोचा की क्यों ना उसके भरने से पहले ही मैंने तेरी मांग भर दूँ!!” मैंने कहा। उसके बाद हम दोनों नंगे नंगे ही लेट गये और मैंने अपनी चचेरी बहन को सीने से लगा लिया। मैं उसके मस्त मस्त सफ़ेद और गोरे पुट्ठे सहलाने लगा। मेरी चचेरी बहन वाकई में बड़ी मस्त माल थी। हम दोनों प्यार की बाते करने लगे।
“बहन…….मैं तेरी कैसी ठुकाई करता हूँ????” मैंने किम्मी से पूछा
मैंने अपनी गांड हवा में उपर उठा दी और किम्मी को लेने लगा। कुछ देर में मैंने अपना माल अपनी चचेरी बहन की चूत में छोड़ दिया और हम दोनों प्यार करने लगे। कुछ देर बाद मैंने अपनी जींस की जेब से सिंदूर की डिब्बी निकाली और अपनी चचेरी बहन किम्मी की मांग भर दी और थोड़ा सिंदूर मैंने उसकी चूत में भी लगा दिया।
“ये क्या किया भाई……???” किम्मी हैरत से पूछने लगी
“देख बहन……कुछ सालो में तेरी शादी हो जाएगी और तेरा हसबैंड तेरी मांग भरा करेगा। तो मैंने सोचा की क्यों ना उसके भरने से पहले ही मैंने तेरी मांग भर दूँ!!” मैंने कहा। उसके बाद हम दोनों नंगे नंगे ही लेट गये और मैंने अपनी चचेरी बहन को सीने से लगा लिया। मैं उसके मस्त मस्त सफ़ेद और गोरे पुट्ठे सहलाने लगा। मेरी चचेरी बहन वाकई में बड़ी मस्त माल थी। हम दोनों प्यार की बाते करने लगे।
“बहन…….मैं तेरी कैसी ठुकाई करता हूँ????” मैंने किम्मी से पूछा
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.