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Incest रक्षाबंधन मनाया संगीता दीदी के साथ
#90
मेरी जीभ किसी कुत्ते की तरह लपलपा रही थी और किम्मी के चूत दे दाने और उसके होठो को चाट रही थी। उसे बहुत मजा आ रहा था। वो बेकाबू हो रही थी। कुछ देर बाद मैंने २ २ ऊँगली किम्मी के भोसड़े में पेल दी और अंदर बाहर करने लगा। किम्मी “आई…..आई….. अहह्ह्ह्हह…..सी सी सी सी….हा हा हा…”करने लगी। मुझे उसकी सिसकियाँ बहुत मीठी लग रही थी इसलिए मैंने तेज तेज अपनी २ उँगलियों से उसका गुलाबी और भरा हुआ भोसड़ा फेट रहा था। किम्मी बेकाबू और बेताब हुई जा रही थी। मैं किसी तरह की जल्दीबाजी नही दिखाई और तेज तेज उसकी चूत में ऊँगली करता रहा। मेरी मेहनत रंग लाई और अब मेरी चचेरी बहन की बुर तर, नम और गीली हो गयी थी।

किम्मी की चूत की फांकें बहुत लाल लाल थी। मैंने अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया और उसे चोदने लगा। किम्मी नंबर १ क्वालिटी की माल थी। वो मेरे चेहरे को सहला रही थी, मैं उसको धीमे धीमे ले रहा था। उधर मेरी चाची कूलर चलाकर सो रही थी। इधर किम्मी संग मैं चुदाई का प्रोग्राम कर रहा था। चुदते चुदते किम्मी का मुँह खुल जाता था और बड़ा अजीब चेहरा बन जाता था। मेरे धक्के धीरे धीरे तेज और तेज होने लगे। वो अपने होठ दांतों से चबा रही थी जिसमे वो बेहद चुदासी और सेक्सी लग रही थी। मेरी कमर नाच रही थी और किम्मी की चूत को चोद रही थी।

“ओह गॉड!! ओह गॉड!!…..यस बेबी !!..ओह यस!! कीप इट अप!! डोंट स्टॉप!!” किम्मी मोन करने लगी। मैं जोर जोर से उसकी चूत में धक्के मारने लगा। पच पच की किम्मी के चुदने की मीठी आवाज मेरे कमरे में गूंजने लगी। इस समय मेरी माल बिलकुल कोई होर्नी स्लट[रंडी] लग रही थी। “ओह्ह गॉड!! ओह्ह गॉड!!फक मी हार्डर!! प्रीतम……कमाँन फक मी हार्डर!!……” किम गुर्राने लगी। मैंने उसके गाल और मम्मो पर २ ४ चांटे कस कसके मार दिए।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: रक्षाबंधन मनाया संगीता दीदी के साथ - by neerathemall - 09-09-2022, 03:31 PM



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