09-09-2022, 03:20 PM
मेरी बहन दुसरे शहर में रहती थी और मेरे जीजाजी फ़ौज में है इसलिए वो हमेशा पोस्टिंग पर रहते है और बहन घर पर अकेली रहती है उनके घर में और कोई नहीं है इसी लिये इस बार पर मै उनसे राखी बंधवाने उनके घर जा रहा था. मैं आज 1 साल बाद रक्षाबंधन पर अपनी संगीता बहन से राखी बंधवाने उनके ससुराल जा रहा था.
जब मै मेरी बहन के घर पंहुचा तो मैंने उन्हें देखा वो बहुत उदास थी तो मैंने उनसे उनकी उदासी का कारण पूछा तो उन्हों ने मुझे बताया के वो कभी भी माँ नहीं बन सकती है और वो ये कहते हुए रोने लगी. फिर मैंने मेरी बहन से बोला के ये तो उप्पर वाले की मर्जी है इस में कोई कुछ नहीं कर सकता.
जब मै मेरी बहन के घर पंहुचा तो मैंने उन्हें देखा वो बहुत उदास थी तो मैंने उनसे उनकी उदासी का कारण पूछा तो उन्हों ने मुझे बताया के वो कभी भी माँ नहीं बन सकती है और वो ये कहते हुए रोने लगी. फिर मैंने मेरी बहन से बोला के ये तो उप्पर वाले की मर्जी है इस में कोई कुछ नहीं कर सकता.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.