01-09-2022, 03:52 PM
रोहित मेरी चूत को हचर हचर करके मेरी कच्ची कली चुत को चोद रहा था। उसके मोटे से लम्बे लौड़े पर मेरा पूरा शरीर थिरक रहा था और मै तड़प रही थी। ऐसा लग रहा था वो कोई इंजन मेरी चूत में डाल के चला रहा हो। वो मेरी बुर को अपनी पूरी ताकत लगा कर चोद रहा था। वो हच हच करके मुझे चोद रहा था। जैसे वो अपना लौड़ा मेरी बुर में डालता था, लौड़ा हच्च से मेरी बुर में जाता था जिससे मै कुछ आगे सरक जाती थी। फिर जैसे वो लौड़ा निकलता था मैं वापिस पीछे आ जाती थी। वो जोर जोर से हच हच करके मेरी बुर में लौड़ा अंदर बाहर कर रहा था। और अपने बुर को मसलते हुए “..अहह अहह ओह उः ओह ओह ओह्ह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ उफ्फ्फ्फ़ उफ़ ….माँ माँ माँ मम्मा मम्मी ,…..उफ़ उफ़ .. उनहू उनहू उनहू ही हिः ही ही.. सी सिस सी सिस सी …. ओह जल्दी और कस कर चोदो ..और चोदो बहुत दर्द हो रहा है ….. लेकिन मजा भी आ रहा है ,,, चोदो और मेरी बुर को फाड़ दो …उम्म्म्म आह अह्ह्ह ,, ……” कह कर चीख रही थी। वो लगातार मेरी चूत को चोद रहा था और खुद भी बहुत मचल रहा था। लगातार एक घंटे मेरी चुदाई करने के बाद उसने मेरी चूत से अपना लंड निकाल दिया और अपने लंड को हाथ में पकड लिया, मै समझ गई कि अब ये झड़ने वाला है, वो मुठ मारने लगा. और जैसे जैसे उसका माल निकलने वाला था वो अपने शरीर को टाइट कर लेता और जब उसके लंड के माल निकलने लगा तो वो ..आह आह अह्ह्ह उफ्फ्फ्फु उफ़ उफ़ अहह .. करके जल्दी जल्दी मुठ मारने लगा।
चुदाई के बाद में भी कुछ देर तक हमने किस किया और साथ ही साथ उसने मेरे मम्मो को भी बहुत देर तक दबाया। और बहुत देर बाद उसने मुझसे कहा – “देखो मै तुमसे प्यार तो करता नही क्योकि तुम मेरे लायक हो नही। कहा मै गोरा और कहाँ तुम सावली। मैंने तो बस अपने हवस पूरी करने के लिये तुमको प्रपोस किया था”।
मैंने उससे कहा – “तुम सारे लड़के एक तरह के होते हो। बस किसी तरह से चूत मिल जाये बस। किसी के भावनाओ से कोई इस तरह से खेलता है”। वो मेरी चुदाई करने के बाद चला गया। मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था फिर मैने सोचा चलो चुदाई का मजा तो मिला। इस तरह से भाभी के भाई ने अपनी हवस मेरी चूत को चोद कर मिटाई।
चुदाई के बाद में भी कुछ देर तक हमने किस किया और साथ ही साथ उसने मेरे मम्मो को भी बहुत देर तक दबाया। और बहुत देर बाद उसने मुझसे कहा – “देखो मै तुमसे प्यार तो करता नही क्योकि तुम मेरे लायक हो नही। कहा मै गोरा और कहाँ तुम सावली। मैंने तो बस अपने हवस पूरी करने के लिये तुमको प्रपोस किया था”।
मैंने उससे कहा – “तुम सारे लड़के एक तरह के होते हो। बस किसी तरह से चूत मिल जाये बस। किसी के भावनाओ से कोई इस तरह से खेलता है”। वो मेरी चुदाई करने के बाद चला गया। मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था फिर मैने सोचा चलो चुदाई का मजा तो मिला। इस तरह से भाभी के भाई ने अपनी हवस मेरी चूत को चोद कर मिटाई।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.