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Adultery दीदी के देवर की हवस मिटाई
#10
बहुत देर तक मेरे मम्मो को पीने के बाद उसने मेरी मम्मो से नीचे मेरी पेट को पीते हुए मेरी कमर को पीने लगा और साथ साथ मेरे मम्मो को दबा रहा था। बहुत देर तक मेरे कर को पीने के बाद उसने मेरे मेरी चूत को सहलाना शुरू किया , जब उसने मेरी चूत में हाथ लगी तो मै तो मचल गई और अपने मम्मो को सहलाने लगी। कुछ ही देर में कुछ ही देर में उसने मेरी चूत को सहलाते हुए उसमे अपनी उंगलियो को डालने लगा जिससे मै बहुत ही कामोत्तेजित होने लगी, वो अपनी उगालियो को मेरी चूत में इस तरह से डाल रहा था जैसे कोई गीली मिट्टी में जल्दी जल्दी अपनी उंगलियो को डाल रहा हो। मै तो धीरे धीरे .. अहह हहह ओह ओह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह ऊह उफ्फ़ उफ्फ्फ्फ्फ़ .. करके सिसकने लगी थी। लेकिन मुझे बहुत मजा भी आ रहा था। कुछ ही देर में वो अपने उंगलियो से मेरी चूत को फैला कर अपने जीभ से चाटने लगा था और साथ साथ मेरी चूत में उंगली भी कर रहा था जिससे मै बहुत ज्यादा मचल कर तड़प रही थी और रोहित मज़े लेते हुए मेरी चूत को चाटने के साथ उंगली भी कर रहा था और मै ..उनहू उनहू उनहू … अहह अहह उफ्फ़ उफ़ उफ़ करके धीरे धीरे चीख रही थी। लगातार मेरी चूत में उंगली करने से मेरी चूत तड़प गई और मेरी चूत से धीरे धीरे पानी निकलने लगा। वो मेरी चूत में उंगली करे कि रफ़्तार और तेज कर दी जिससे मेरी चूत से तेजी से पानी निकलने लगा।

मेरी चूत का पानी निकलने के बाद रोहित ने अपने काफी मोटे और बड़े लंड को सहलाने लगा और मेरी चुचियो में अपने लंड से मारने लगा, कुछ देर बाद उसने अपने लंड को मेरे हाथ में पकड़ा दिया। आप ये कहानी नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहें है। मैंने उसके लंड को पकड लिया और चूसने शुरू कर दिया जिससे वो बहुत ही जोश से तड़पने लगा था। मै उसके लंड को काट काट कर चूसने लगी जिससे वो और भी मचल रहा था।
बहुत देर तक उसके लंड को चूसने के बाद उसने अपने लंड को मेरे मुह से निकाल लिया और मेरी चूत में रगड़ने लगा। उसके लंड के रगड़ से मेरी चूत में बहुत दर्द हो रहा था, कुछ देर बाद उसने अपने लंड को जोर से ताकत लगा के मेरी चूत में डाल दिया। जब उसका लंड पहली बार अंदर गया तो मेरी मुह से चीख निकाल पड़ी क्योकि बहुत दर्द हो रहा था। फिर रोहित ने मेरी चूत को जल्दी जल्दी चोदना शुरू किया वो अपने मोटे और लंबे लौड़े को मेरी नाजुक और रसीली चूत के अंदर डाल देता और कुछ देर बाद बाहर निकाल लेता। वो मुझे बहुत मस्ती से चोदने लगा और मैं भी मस्ती से चुदवाने लगी। रोहित के चोदने से मेरी बुर के दोनों होठ बार बार खुलते थे और बार बार बंद हो जाते थे। आप ये कहानी नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहें है। वो मुझे जोर जोर से पेल रहा था। सच में मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। बहुत सुख मुझे मिल रहा था
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: दीदी के देवर की हवस मिटाई - by neerathemall - 01-09-2022, 03:51 PM



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