Thread Rating:
  • 0 Vote(s) - 0 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery दीदी के देवर की हवस मिटाई
#4
कुछ ही देर में वो अपने उंगलियो से मेरी चूत को फैला कर अपने जीभ से चाटने लगा था और साथ साथ मेरी चूत में उंगली भी कर रहा था जिससे मै बहुत ज्यादा मचल कर तड़प रही थी और रोहित मज़े लेते हुए मेरी चूत को चाटने के साथ उंगली भी कर रहा था और मै ..उनहू उनहू उनहू … अहह अहह उफ्फ़ उफ़ उफ़ करके धीरे धीरे चीख रही थी। लगातार मेरी चूत में उंगली करने से मेरी चूत तड़प गई और मेरी चूत से धीरे धीरे पानी निकलने लगा। वो मेरी चूत में उंगली करे कि रफ़्तार और तेज कर दी जिससे मेरी चूत से तेजी से पानी निकलने लगा।
मेरी चूत का पानी निकलने के बाद रोहित ने अपने काफी मोटे और बड़े लंड को सहलाने लगा और मेरी चुचियो में अपने लंड से मारने लगा, कुछ देर बाद उसने अपने लंड को मेरे हाथ में पकड़ा दिया। मैंने उसके लंड को पकड लिया और चूसने शुरू कर दिया जिससे वो बहुत ही जोश से तड़पने लगा था। मै उसके लंड को काट काट कर चूसने लगी जिससे वो और भी मचल रहा था। बहुत देर तक उसके लंड को चूसने के बाद उसने अपने लंड को मेरे मुह से निकाल लिया और मेरी चूत में रगड़ने लगा। उसके लंड के रगड़ से मेरी चूत में बहुत दर्द हो रहा था, कुछ देर बाद उसने अपने लंड को जोर से ताकत लगा के मेरी चूत में डाल दिया। जब उसका लंड पहली बार अंदर गया तो मेरी मुह से चीख निकाल पड़ी क्योकि बहुत दर्द हो रहा था। फिर रोहित ने मेरी चूत को जल्दी जल्दी चोदना शुरू किया वो अपने मोटे और लंबे लौड़े को मेरी नाजुक और रसीली चूत के अंदर डाल देता और कुछ देर बाद बाहर निकाल लेता। वो मुझे बहुत मस्ती से चोदने लगा और मैं भी मस्ती से चुदवाने लगी। रोहित के चोदने से मेरी बुर के दोनों होठ बार बार खुलते थे और बार बार बंद हो जाते थे। वो मुझे जोर जोर से पेल रहा था। सच में मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। बहुत सुख मुझे मिल रहा था दोस्तों। रोहित मेरी चूत को हचर हचर करके मेरी कच्ची कली चुत को चोद रहा था
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply


Messages In This Thread
RE: दीदी के देवर की हवस मिटाई - by neerathemall - 01-09-2022, 03:44 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)