01-09-2022, 03:28 PM
मैंने चादर ओढ़ ली. जय दरवाज़ा खोलने चला गया.
थोड़ी ही देर में जय एक औरत के साथ मेरे पास आया. वो औरत बहुत ही खूबसूरत थी.
मैंने पूछा- कौन है ये?
वो बोला- ये निशा है.
निशा ने जय से पूछा- ये तो तुम्हारी भाभी हैं ना?
जय ने कहा- हाँ.
वो बोली- ये चादर ओढ़ कर क्यों लेटी हुई हैं.. तबियत तो ठीक है इनकी?
जय बोला- मैं इनकी तबियत ही ठीक कर रहा था कि तुम आ गईं. मैंने भाभी से बाथरूम में चले जाने को कहा लेकिन ये खड़ी ही नहीं हो पा रही थीं. इसलिए इन्होंने चादर ओढ़ ली है.
इतना कह कर जय ने मेरे ऊपर से चादर हटा दी.
निशा मेरी हालत देख कर हंसने लगी.
जय ने कहा- हंस क्यों रही हो. तुम्हारी हालत तो इससे भी ज्यादा खराब हो गई थी.
वो बोली- क्या तुमने अपनी भाभी को आज पहली बार चोदा है?
जय ने कहा- अभी चोदा कहाँ है. अभी तो मैंने केवल अपना पूरा लंड ही इनकी चुत में घुसाया था कि तुम आ गईं.
मैं उस औरत की तरफ सवालिया निगाहों से देखने लगी.
जय ने मुझसे कहा- भाभी, ये निशा है. हमारे पड़ोस में रहती है. इसे मेरा लंड बहुत पसंद है. ये मुझसे चुदवाने आई है.
मैंने कहा- कब से चोद रहे हो इसे?
जय बोला- लगभग 2 साल से.
मैंने पूछा- इसे तुम्हारा लंड अपनी चुत में लेने में तकलीफ़ नहीं होती. तुमने तो अभी मेरी चुत में केवल अपना लंड ही घुसाया भर है और मेरी हालत एकदम खराब हो गई है.
थोड़ी ही देर में जय एक औरत के साथ मेरे पास आया. वो औरत बहुत ही खूबसूरत थी.
मैंने पूछा- कौन है ये?
वो बोला- ये निशा है.
निशा ने जय से पूछा- ये तो तुम्हारी भाभी हैं ना?
जय ने कहा- हाँ.
वो बोली- ये चादर ओढ़ कर क्यों लेटी हुई हैं.. तबियत तो ठीक है इनकी?
जय बोला- मैं इनकी तबियत ही ठीक कर रहा था कि तुम आ गईं. मैंने भाभी से बाथरूम में चले जाने को कहा लेकिन ये खड़ी ही नहीं हो पा रही थीं. इसलिए इन्होंने चादर ओढ़ ली है.
इतना कह कर जय ने मेरे ऊपर से चादर हटा दी.
निशा मेरी हालत देख कर हंसने लगी.
जय ने कहा- हंस क्यों रही हो. तुम्हारी हालत तो इससे भी ज्यादा खराब हो गई थी.
वो बोली- क्या तुमने अपनी भाभी को आज पहली बार चोदा है?
जय ने कहा- अभी चोदा कहाँ है. अभी तो मैंने केवल अपना पूरा लंड ही इनकी चुत में घुसाया था कि तुम आ गईं.
मैं उस औरत की तरफ सवालिया निगाहों से देखने लगी.
जय ने मुझसे कहा- भाभी, ये निशा है. हमारे पड़ोस में रहती है. इसे मेरा लंड बहुत पसंद है. ये मुझसे चुदवाने आई है.
मैंने कहा- कब से चोद रहे हो इसे?
जय बोला- लगभग 2 साल से.
मैंने पूछा- इसे तुम्हारा लंड अपनी चुत में लेने में तकलीफ़ नहीं होती. तुमने तो अभी मेरी चुत में केवल अपना लंड ही घुसाया भर है और मेरी हालत एकदम खराब हो गई है.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
