01-09-2022, 02:52 PM
दर्द हो रहा है तो धीरे धीरे करू, तो दीदी बोली नहीं नहीं और जोर जोर से चोदो मुझे, मैं तो इसलिए कर रही हु, की मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा था, मुझे खूब चोदो, रुको मत.दोस्तों, दीदी इतने में झड़ गई. और मैं फिर अपना लंड निकाल कर फटा फट दीदी की चूत की सारा पानी पि गया, वाओ क्या नमकीन पानी था. फिर दीदी को मैंने अपने ऊपर किया, और लंड को उन्होंने अपने हाथ से पकड़ कर फिर अपने चूत में ले लिया, और जोर जोर से उछलने लगी. और हाय हाय हाय कर रही थी. उनकी दोनों बूब्स भी हवा में लहरा रहा था, मैं निचे से जोर लगा रहा था वो ऊपर से लगा रही थी, दोस्तों वो जोर जोर से अजीब अजीब सी आवाज निकालने लगी, इससे मैं और जोर से चोदने लगा, उसके बाद मेरे पूरी शारीर में अजीब सी हरकत होने लगी. और मैं उनके चूत में झड़ और दीदी मेरे ऊपर ही लेट गई. उसके बाद दोस्तों दोनों ऐसे ही पड़े रहे, अपना लंड उनके चूत से तब निकाला जब निढाल हो गया.उसके बाद तो दोस्तों चार दिन तक मैंने रात रात भर दीदी को खूब चोदा
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.