01-09-2022, 02:50 PM
मैं डर गया सोचा क्यों ना बात को खत्म किया जाये. मैंने कहा दीदी सॉरी बात को यही खत्म कर दो प्लीज, हां मैंने किया है, मैंने हस्थमैथुन किया है. और मैंने थोड़ा डांटते हुए लहजे में बोल की और पहनो नई नई सेक्सी ड्रेस, तो दीदी ने कहा बात खत्म नहीं होगी बल्कि बात बढ़ेगी, मैंने कहा दीदी मैं तो कह रहा हु पर आप ये बात क्यों बढ़ाने की बात कर रही हो, तो दीदी बोली, मैं तो बढ़ाऊंगी, तू डर मत मैं मम्मी को नहीं बताउंगी, पर आज मैं तेरा क्या हाल करने बाली हु,दोस्तों मैं दिन भर मैं टेंशन में रहा, क्यों की मुझे लग रहा था की पता नहीं वो क्या करेगी किसको बता देगी. रात को दस बजे तक तो कुछ भी नहीं हूआ, कहना कहकर मैंने ऊपर बाले कमरे में सोने चला गया, मेहमान लोग जो थे वो सब निचे ही कहना खा रहे थे और सो रहे थे. मुझे नींद नहीं आ रही थी. मैं बस करवट बदल रहा था. माँ और दीदी अभी तक जगी थी क्यों की सबको खिला पिला रही थी.
रात के करीब साढ़े ग्यारह बजे, मेरे कमरे का दरवजा खुल मैंने देखा तो दीदी थी. अंदर आते ही वो दरवाजा लगा दी. और आकर मेरे बेड पे बैठ गई. फिर दीदी बोली की जा तू कुणाल के कमरे में ही सो जा, वो बेड पर सो रहा था तू निचे बिछा के सो जाना. पर आज तो मैं तेरे साथ सोऊंगी, ताकि ये नौबत कभी नहीं आये की तू मेरे पेंटी में अपना सीमन साफ़ करे. मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था पर उनकी मुस्कराहट से मैं धीरे धीरे सब कुछ समझ गया, तभी दीदी बोली क्यों रे? दिल्ली में कोई अभी तक पटी की नहीं? कोई गर्लफ्रेंड बनाया की नहीं? मैंने कहा नहीं दीदी. दो दीदी बोली बनाना भी नहीं, पढाई पर ध्यान दो. बाकी गर्ल फ्रेंड की कमी को मैं पूरा कर दूंगी. मुझे पता है तू मुझे लाइक करता है.मैं तो दोस्तों खुश हो गया, और दीदी को अपने बाहों में ले के बोल आई लव यू दीदी. यू अरे माय बेस्ट दीदी, और दीदी मेरे होठ पर किश करते हुए बोली, लव यू माय डिअर भाई. और फिर हम दोनों एक डीप किस करने लगे. वो मेरे होठ को चूस रही थी और मैं उनके होठ को किश कर रहा था
रात के करीब साढ़े ग्यारह बजे, मेरे कमरे का दरवजा खुल मैंने देखा तो दीदी थी. अंदर आते ही वो दरवाजा लगा दी. और आकर मेरे बेड पे बैठ गई. फिर दीदी बोली की जा तू कुणाल के कमरे में ही सो जा, वो बेड पर सो रहा था तू निचे बिछा के सो जाना. पर आज तो मैं तेरे साथ सोऊंगी, ताकि ये नौबत कभी नहीं आये की तू मेरे पेंटी में अपना सीमन साफ़ करे. मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था पर उनकी मुस्कराहट से मैं धीरे धीरे सब कुछ समझ गया, तभी दीदी बोली क्यों रे? दिल्ली में कोई अभी तक पटी की नहीं? कोई गर्लफ्रेंड बनाया की नहीं? मैंने कहा नहीं दीदी. दो दीदी बोली बनाना भी नहीं, पढाई पर ध्यान दो. बाकी गर्ल फ्रेंड की कमी को मैं पूरा कर दूंगी. मुझे पता है तू मुझे लाइक करता है.मैं तो दोस्तों खुश हो गया, और दीदी को अपने बाहों में ले के बोल आई लव यू दीदी. यू अरे माय बेस्ट दीदी, और दीदी मेरे होठ पर किश करते हुए बोली, लव यू माय डिअर भाई. और फिर हम दोनों एक डीप किस करने लगे. वो मेरे होठ को चूस रही थी और मैं उनके होठ को किश कर रहा था
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.