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Incest बेटी ने समझा मर्द का दर्द
#8
मैंने सायरा से कहा तुम मेरी बेटी हो यह गलत है। सायरा ने कहा मैं जानती हूं ये गलत है लेकिन मैं आपको तड़पता हुआ नहीं देख सकती। पहले मुझे मालूम नहीं था अगर मालूम होता तो आपको दुखी नहीं होने देती। उसने साड़ी का पल्ले को नीचे गिरा दिया और मेरा एक हाथ अपने बूब्ज़ पर रख लिया।

[Image: 85332226_024_841b.jpg] मैं हाथ खींचना चाहता था लेकिन बहुत सालों बाद किसी लड़की के कोमल बूब्ज़ का स्पर्श पाकर सब कुछ भूल गया। मैं धीरे-धीरे बूब्ज़ दबाने लगा और मेरा लंड खड़ा हो गया। तभी मुझे होश आया कि सामने मेरी बेटी है तो मैंने हाथ खींच लिया और उसको डांट कर जाने को बोल दिया। जाते-जाते सायरा ने कहा मेरे रूम का दरवाजा खुला है अगर दिल करे तो आ जाना।

[Image: 85332226_005_c40c.jpg]

मैंने अपने रूम का दरवाजा बंद किया और बैड पर लेट गया। मुझे नींद नहीं आ रही थी, बार बार सायरा के कोमल बूब्ज़ का स्पर्श याद आ रहा था। आधी रात तक मैं करवटें बदलते सोने की कोशिश करता रहा लेकिन सब फजूल रहा। मैं उठ कर सायरा के रूम में आ गया। सायरा वही साड़ी पहने लाईट जला कर सो रही थी। साड़ी का पल्ला साईड पर गिरा हुआ था और वो बाईं तरफ करवट लेकर लेटी हुई थी। उसके आधे बूब्ज़ दिख रहे थे और नंगा पेट दुधिया लाईट में चमक रहा था। उसके बदन का नजारा देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया और मैं उसके पीछे चिपक कर लेट गया।


[Image: single_024_0343211528408323.jpg?1537712070]
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: बेटी ने समझा मर्द का दर्द - by neerathemall - 23-08-2022, 02:48 PM



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