23-08-2022, 02:44 PM
सायरा मेरे बैड पर मेरे पास बैठ गई और कहा क्या सोच रहे हो पापा। मैंने कहा कुछ नहीं, बस ऐसे ही कुछ याद आ गया था। सायरा ने कहा मुझे मालूम है पापा आपको अम्मी की याद आ रहई है और मैंने हां में सिर हिलाया। मैं चुप करके दूध पीने लगा और जुनैदा के बारे सोचने लगा। सायरा ने मुझे थैंक्यू कहा और मैंने कहा किस बात केलिए। सायरा ने कहा आप ने मेरे लिए बहुत कुर्बानी दी है और आप इतना दर्द दिल में छुपा कर मेरे सामने खुश रहते हो।
मैंने कहा ऐसा कोई दर्द नहीं बेटा मैं खुश हूं। सायरा ने कहा मैंने आपकी और अंकल की सब बातें सुन ली थीं। मैं कुछ बोल नहीं पाया और वो सरक कर मेरे पास आते हुए बोली, पापा जो सुख से आप मेरी वजह से दूर रहे, अब मेरा फर्ज बनता है आपको वो दूं। मैंने कहा ऐसा कौन सा सुख बेटा। सायरा ने कहा औरत का सुख पापा और आप उस सुख केलिए बहुत तड़पे हो।
मैंने कहा ऐसा कोई दर्द नहीं बेटा मैं खुश हूं। सायरा ने कहा मैंने आपकी और अंकल की सब बातें सुन ली थीं। मैं कुछ बोल नहीं पाया और वो सरक कर मेरे पास आते हुए बोली, पापा जो सुख से आप मेरी वजह से दूर रहे, अब मेरा फर्ज बनता है आपको वो दूं। मैंने कहा ऐसा कौन सा सुख बेटा। सायरा ने कहा औरत का सुख पापा और आप उस सुख केलिए बहुत तड़पे हो।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.