22-08-2022, 02:57 PM
“बेटा जीवनलाल, पिया का ख्याल रखना। तुम्हारे ही भरोसे मैं उसको दिल्ली भेज रही हूँ” पिया की माँ मुझसे बोली चलते समय
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.

पुरानी हिन्दी की मशहूर कहनियाँ
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