22-08-2022, 02:53 PM
मनोरमा!! तुम मेरे चक्कर छोड़ दो. किसी अच्छे लड़के से शादी कर लो और घर बसा लो! मेरे घर वाले कभी मेरी शादी तुमसे नही करेंगे !! मैंने उससे बार बार कहता.
‘मुझे कोई हर्ज नही है!!’ वो हर बार कहती और मुझे हर बार अपने कमरे में ले जाकर हर बात चुदवाती.
‘मुझे कोई हर्ज नही है!!’ वो हर बार कहती और मुझे हर बार अपने कमरे में ले जाकर हर बात चुदवाती.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.