22-08-2022, 02:52 PM
मैंने उनकी चूत पर अपने लब रख दिए. कितनी बड़ी बात अपनी दोस्त की बहन को मैं चोदने जा रहा था. मैं उसकी चूत पीने लगा. कितनी लड़कियों को मैंने इससे पहले चोदा था. पर कोई भी मुझसे उतना गहरा प्यार नही करती थी. पर इस मनोरमा को तो अच्छे से चोदना होगा. मुझसे प्यार जो करती है. मैं उसकी चूत पीने लगा. कुंवारी बंद चूत थी इसकी. किसी ने छुआ भी नही था. मनोरमा ना जाने किस दुनिया में खो गयी थी. मैं मजे से उसकी नमकीन चूत पी रहा था.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.