22-08-2022, 02:48 PM
कल को बात खुल जाए. कोई ऊंच नींच हो जाए तो मैं अमित और उसकी मा को क्या जवाब दूँगा. इस लिए मैंने एक तरकीब निकाल ली. सांप भी मर जाए और लाठी भी ना टूटे. १ हफ्ते बाद मनोरमा मेरे घर पर मेरे जन्मदिन पर आई. वो नीली साड़ी पहन के आई थी. वो सिर्फ और सिर्फ मेरे लिए साड़ी पहन के आई थी. क्यूंकि मैंने एक बार कहा था की वो नीली साड़ी में बहुत सुन्दर लगती है. वो मेरे लिए सोने का ब्रेसलेट लेकर आई थी. जब पार्टी के बाद उसने मुझे अकेले पाया तो मुझे किस करने लगी. मैं उसे अपने कमरे में ले गया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.