22-08-2022, 02:48 PM
दर!! तुम मेरी पहली मुबब्बत हो. प्लीस मना मत करना! मनोरमा बोली. मैं फिर धर्मसंकट में पड़ गया. अब इस लड़की का क्या करूं. मनोरमा बार बार यही कहती थी की वो मुझसे बहुत जादा प्यार करती है. उसने मुझसे एक बार नही पूछा की मेरी क्या इक्षा है. मेरी मर्जी का है. क्या मेरी जिंदगी में कोई और लड़की है या नही. उसने मुझसे एक बार नही पूछा. फिर वो मुझे अपने कमरे में ले गयी. मेरा दिमाग तब फटा का फटा रह गया जब मैंने उसके सारे कमरे में मेरी और सिर्फ मेरी तस्वीरे देखी. दीवालों पर उसने मेरी बड़ी बड़ी फोटो बनवा कर कांच वाले फोटो फ्रेम में लगा रखी थी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.